जानें कौन हैं हरियाणा की कथावाचक देवी चित्रलेखा, जिनकी शादी के बारे में सोशल मीडिया पर है चर्चा
नरेंद्र सहारण, पलवल: अपने प्रभावी भाषण के जरिए लोगों के जीवन में हौसले की लौ जगाने वाले कई युवा कथावाचक इन दिनों टीवी पर नजर आ रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं देवी चित्रलेखा। उनके बारे में सोशल मीडिया पर चर्चा है कि उन्होंने मुस्लिम ड्राइवर से शादी की है। आइये जानते हैं कि आखिर क्या सच्चाई है।
6 साल की उम्र से लोगों को दे रही हैं उपदेश
जब वो मात्र 4 साल की थीं तब वो गुरु गिरधारी बाबा की संस्था से जुड़ गई और कथा की ट्रेनिंग ली। 6 साल की उम्र में उन्होंने लोगों को उपदेश देना शुरू कर दिया था, तभी से कथा करती हैं। देवी चित्रलेखा एक आध्यात्मिक वक्ता तथा संगीत कलाकार हैं। वो भगवत गीता उपदेशक भी हैं। 2019 में चित्रलेखा को आध्यात्मिक तथा युवा उपदेशक के लिए ‘वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड’ द्वारा सम्मानित किया गया था। फिलहाल वो 26 वर्ष की है।
श्री गिरधारी बाबा के मार्गदर्शन में प्राप्त की शिक्षा
देवी चित्रलेखा जी का जन्म 19 जनवरी 1997 को हरियाणा के पलवल जिले के खंबी गांव में हुआ था। उनकी माता का नाम चमेली देवी और पिता का नाम तुकाराम शर्मा है। उनका एक भाई भी है, जिसका नाम प्रत्यक्ष शर्मा है। उनके दादा राधा कृष्ण शर्मा और दादी किशनादेवी का झुकाव भी अध्यात्म की तरफ था। देवी चित्रलेखा का शुरुआती जीवन अपने गांव खंबी में ही व्यतीत हुआ। इसके बाद चित्रलेखा जब 4 वर्ष की थी तब उन्हें उनके पिताजी ने श्री गिरधारी बाबा नाम के एक बंगाली संत के मार्गदर्शन में शिक्षा प्राप्त करने के लिए भेज दिया था। वहां पर उन्होंने कथा करना सीखा।
जन्म के समय ही बच्ची के बारे में संत ने की भविष्यवाणी
उनके पिताजी ने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि जब देवी चित्रलेखा का जन्म हुआ था, तब उनके पिताजी ने कई संतों तथा साधु को अपने घर पर आमंत्रित किया था। तब एक संत ने उनके पिता जी से कहा था कि यह चमत्कारी बच्ची है, वह निकट भविष्य में दुनिया भर के लोगों को एक महान प्रबुद्ध व्यक्ति के रूप में आश्चर्यचकित कर देगी। जब वह 6 साल की थीं, तब उनके माता-पिता बृज के नामी संत रमेश बाबा के सत्संग में पहुंचे। सत्संग खत्म होने के बाद रमेश बाबा ने उनको माइक थमाया ताकि वह कुछ कह सकें। उन्होंने आधा घंटा अपने आध्यात्मिक विचार रखे, जिनको सुनकर वहां सभी लोग हैरान रह गए।
20 साल की उम्र में की थी शादी
देवी चित्रलेखा परिवार के साथ हरियाणा के पलवल में रहती हैं। देवी चित्रलेखा ने 23 मई 2017 को 20 साल की उम्र में शादी कर ली थी। देवी चित्रलेखा के पति का नाम माधव प्रभु जी है, जिनका असली नाम माधव तिवारी है। देवी चित्रलेखा ने हरियाणा के पलवल जिले में ही गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में विवाह किया था। देवी चित्रलेखा जी के पति माधव प्रभु छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के रहने वाले हैं, लेकिन शादी के बाद वे दोनों पलवल हरियाणा में ही रहते हैं।
इसे भी पढ़ें: अच्छे राजनेता आएंगे तो देश और तीव्र गति से आगे बढ़ेगा: अनिल विज
वृंदावन के पास तपोवन में की थी 7 दिवसीय श्री भागवत कथा
इसके बाद वह विभिन्न समारोह में कथा और प्रवचन देने लगीं। इसके बाद उत्तर प्रदेश के वृंदावन के पास तपोवन में उनके गुरु ने उनकी पहली 7 दिवसीय श्री भागवत कथा का आयोजन कराया। हालांकि, उनके माता-पिता इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं थे कि देवी चित्रलेखा इतनी लंबी कथा कर पाएंगी या नहीं, लेकिन उनके गुरु को उन पर पूरा विश्वास था।
गायों के लिए खोला है अस्पताल
समय के साथ वह मशहूर कथावाचिकाओं में से एक बन गईं। विभिन्न धार्मिक टीवी चैनलों पर उनकी कथाओं का प्रसारण होने लगा। कथा और प्रवचन के अलावा वह बेसहारा और घायल गायों की सेवा भी करती हैं। 2013 में उन्होंने हरियाणा के पलवल में गौ सेवा धाम अस्पताल की शुरुआत की थी, जो घायल व बेसहारा गायों का इलाज करता है। उनको हारमोनियम बजाना बेहद पसंद है। उनका अपना यूट्यूब चैनल भी है, जिस पर लाखों की तादाद में सब्सक्राइबर्स हैं। वह भारत के अलावा अमेरिका, अफ्रीका और इंग्लैंड में भी सत्संग कर चुकी हैं।
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन