आज चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे विपक्षी गठबंधन के नेता, काउंटिंग को लेकर रखी जाएंगी तीन मांगें

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नई दिल्ली, बीएनएम न्यूजः लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल्स सामने आने के बाद विपक्षी इंडिया ब्लॉक में भी हलचल तेज हो गई है। इंडिया ब्लॉक का एक प्रतिनिधिमंडल आज शाम 4:30 बजे निर्वाचन सदन जाकर चुनाव आयोग से मुलाकात करेगा और अपनी 3 प्रमुख मांगे सामने रखेगा।

मांग के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार VVPAT में पर्ची का मिलान हो, पोस्टल बैलेट की काउंटिंग पहले हो, हर राउंड के बाद प्रत्याशियों को डाटा बताया जाए और सबकी संतुष्टि के बाद ही अगले राउंड की काउंटिंग शुरू हो।

कांग्रेस ने खारिज किया एग्जिट पोल

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अपनी पार्टी की प्रदेश अध्यक्षों तथा नेता प्रतिपक्ष के साथ बातचीत करते हुए कहा कि यह एग्जिट पोल सिर्फ मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने का एक तरीका है। हमें 295 से कम सीटें नहीं मिल रही हैं। एग्जिट पोल और 4 जून के नतीजों में जमीन-आसमान का फर्क होगा।

ये एग्जिट पोल फर्जी हैं क्योंकि पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मनोवैज्ञानिक खेल खेल रहे हैं। वे विपक्षी दलों, चुनाव आयोग, मतगणना एजेंटों, रिटर्निंग अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं और ऐसा माहौल बना रहे हैं कि वे वापस आ रहे हैं, लेकिन वास्तविकता पूरी तरह से अलग है।

हमने चुनाव आयोग से की हैं 117 शिकायतें

कांग्रेस नेता ने दावा किया कि एग्जिट पोल में कही-कही लोकसभा सीट से ज्यादा एनडीए को सीट मिल रही हैं। आज हम चुनाव आयोग के पास भी जा रहे हैं, पोस्टल बैलेट को लेकर एक विवाद खड़ा हो गया है। नियम के अनुसार जो पोस्टल बैलेट की गिनती होने चाहिए। वो हमको नहीं लगता कि होगी। इसकी शिकायत हम चुनाव आयोग से करेंगे।

हमने आयोग को 117 शिकायत की हैं। 14 शिकायतें निवर्तमान प्रधानमंत्री के खिलाफ की हैं, जिन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पर मैं यह कहूंगा कि 4 जून को जब नतीजे आएंगे तो एग्जिट पोल पूरी तरह से बदनाम हो जाएंगे।

चौकन्ने रहे इंडिया ब्लॉक का कार्यकर्ता: अखिलेश

अखिलेश यादव ने कहा कि ⁠अगर ये एग्जिट पोल झूठे न होते और सच में भाजपा हार न रही होती तो भाजपा वाले अपनों पर ही इल्ज़ाम न लगाते। ⁠भाजपाइयों के मुरझाए चेहरे सारी सच्चाई बयान कर रहे हैं। ⁠भाजपाई ये समझ रहे हैं कि पूरे देश का परिणाम चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव की तरह बदला नहीं जा सकता है, क्योंकि इस बार विपक्ष पूरी तरह से सजग है और जन आक्रोश भी चरम पर है।

⁠भाजपा से मिले हुए भ्रष्ट अधिकारी भी सुप्रीम कोर्ट की सक्रियता देखकर धांधली करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं, साथ ही वो जनता के क्रोध का भी शिकार नहीं होना चाहते हैं। इंडिया ब्लॉक के सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी और प्रत्याशी ईवीएम की निगरानी में एक प्रतिशत भी चूक न करें। इंडिया ब्लॉक जीत रहा है। इसीलिए चौकन्ने रहकर मतगणना कराएं और जीत का प्रमाणपत्र लेकर ही विजय का उत्सव मनाएं।

पहली बार ऐसा हो रहा

कांग्रेस नेता ने ईवीएम में कथित धांधली से भी बड़ा मुद्दा बताते हुए भारत के चुनाव आयोग से इसके समाधान का आग्रह किया। माकन ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘सहायक निर्वाचन अधिकारी (एआरओ) की मेज पर उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों को मौजूद रहने की पहली बार अनुमति नहीं दी जा रही है।

मैंने पहले भी नौ लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़े हैं और ये पहली बार हो रहा है। अगर यह सच है तो यह ईवीएम में कथित धांधली से भी बड़ी बात है। मैं इस मुद्दे को सभी उम्मीदवारों के लिए सामने रख रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि चुनाव आयोग के अधिकारी जल्द ही इसमें सुधार कर लेंगे।’

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने दी सफाई

हालांकि, दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया कि मतगणना प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों को आरओ और एआरओ की टेबल पर रहने की अनुमति होगी। दिल्ली कार्यालय के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा, ‘यह स्पष्ट किया जाता है कि उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों को आरओ/एआरओ की टेबल पर अनुमति दी जाती है।’

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