नितिन गडकरी ने बताई देश में हो रही सड़क दुर्घटनाओं की वजह, कहा- हादसे रोकना शीर्ष प्राथमिकता
नई दिल्ली, BNM News। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क दुर्घटनाओं के लिए मुख्य रूप से रोड इंजीनियरिंग की खामियों को जिम्मेदार ठहराया है। सीआइआइ की ओर से सड़क सुरक्षा को लेकर आयोजित सम्मेलन में गडकरी ने कहा कि उनके तमाम प्रयासों के बावजूद दोषपूर्ण डीपीआर बनाने का सिलसिला जारी है। उन्होंने एक बार फिर इंजीनियरों को यह नसीहत दी कि उन्हें डीपीआर में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करना चाहिए। गडकरी ने कहा कि हमारे देश में सड़क सुरक्षा का परिदृश्य बहुत निराशाजनक है।
हर घंटे 53 दुर्घटनाएं और 19 लोगों की मौत हो रही
सरकार की रिपोर्ट के अनुसार 2022 में 4.6 लाख दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1.68 लाख लोगों की जान गई। सड़क दुर्घटनाओं और मौतों में दस प्रतिशत से अधिक बढ़ोतरी हुई है। इसका मतलब है कि हर घंटे 53 दुर्घटनाएं हो रही हैं और 19 लोगों की मौत हो रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। सरकार 2030 तक हादसों में 50 प्रतिशत कमी लाने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इसके लिए सभी को अपने-अपने स्तर से सहयोग देना होगा। यह काम सरकार अकेले नहीं कर सकती।
लोग अपने व्यवहार में परिवर्तन लाएं तो थमेंगे हादसे
गडकरी ने मार्ग दुर्घटनाएं रोकने के लिए चार ई-इंजीनियरिंग, एजुकेशन, इन्फोर्समेंट और इमरजेंसी पर जोर देते हुए कहा कि इन सभी क्षेत्रों पर सरकार ने अपना फोकस रखा है। इसी क्रम में इन्फोर्समेंट का स्तर दुरुस्त करने के लिए ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर जुर्माने की राशि भी बढ़ाई गई है, लेकिन केवल इससे बात नहीं बनेगी। सड़क दुर्घटनाएं तब रुकेंगी जब लोग अपने व्यवहार में परिवर्तन लाएंगे और नियमों के पालन पर जोर देंगे। गडकरी ने नियमों के उल्लंघन पर सजा से अधिक नियमों के पालन पर पुरस्कार को अधिक कारगर नीति बताया और कहा कि नागपुर जैसे शहरों में इस पहल के अच्छे नतीजे सामने आए हैं।