विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए नीतीश ने की अभियान चलाने की घोषणा

पटना, BNM News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने को लेकर अभियान चलेगा। एक-एक जगह जाकर इस बारे में लोगों को बताएंगे। केंद्र अगर बिहार का उत्थान चाहता है तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे। अगर विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता है तो दो वर्षों के भीतर ही प्रदेश का विकास हो जाएगा। जल्द दे दीजिए यह दर्जा। केंद्र सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देती तो इसका मतलब यह है कि वह बिहार का उत्थान नहीं चाहती। उन्होंने यह बातें राजधानी स्थित बापू सभागार में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना 2023-24 के लाभार्थियों के बीच प्रथम किस्त के ऋण वितरण सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में कही।

केंद्र प्रायोजित योजनाओं का अनुपात 60: 40

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी केंद्र प्रायोजित योजनाओं का अनुपात 60: 40 है। इससे राज्य को कोई फायदा नहीं। विशेष राज्य का दर्जा मिलने से राशि की बचत होगी। उन्होंने कहा कि योजनाएं केंद्र के नाम पर रहती हैं। धन राज्य का खर्च होता है। कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव को यह निर्देश दिया है कि विभाग के अधिकारी व डीएम लोगों के बीच जाकर राज्य सरकार की योजनाओं का फीडबैक लें। यह देखें कि कितने लोगों को राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा। केंद्र सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि जो लोग काम नहीं करते हैं, अपना खूब प्रचार करते हैं। हमें तो लोगों के काम से मतलब है प्रचार से नहीं।

बिना नाम लिए लालू-राबड़ी शासन को कोसा

मुख्यमंत्री नीतीश अपने पुराने अंदाज में लौटे तो ऐसा कुछ बोल गए कि आम और खास लोग निहितार्थ खोजने लगे हैं। उन्होंने अपने लंबे भाषण के बीच हाल में उपस्थित युवा उद्यमियों से पूछ लिया-हमारे आने से पहले कुछ था क्या? उद्यमियों ने ताली बजाकर हामी भरी। मानों वह भी सहमत हो रहे हैं कि 2005 से पहले राज्य का विकास ठप था। कुमार दूसरी बार नवंबर 2005 में मुख्यमंत्री बने थे। जीतनराम मांझी के संक्षिप्त कार्यकाल को छोड़ दें तो वे लगातार इस पद पर हैं। समारोह का आयोजन नए उद्यमियों को ऋृण की पहली किस्त देने के लिए किया गया था।

मंत्री जी तेजी से काम के लिए मेरी बात सुनिए

मुख्यमंत्री नीतीश ने गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की चर्चा के क्रम में कहा कि यह सब आइडिया मेरा है। वर्ष 2005 से एक-एक काम कर रहे। इसके पहले क्या था? उन्होंने यह भी कहा कि हम लोगों ने जो भी काम किया है उसके बारे में जाकर लोगों को बताइए। वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति-जनजाति उद्यमी योजना शुरू की। इसके बाद 2020 में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती के मौके पर अति पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए योजना आरंभ की गई। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना 2023-24 के तहत चयनित 9 हजार 247 में से एक दर्जन लोगों को योजना के ऋण की पहली किस्त की राशि का चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने मंच पर मौजूद उद्योग मंत्री समीर महासेठ को कहा- मंत्री जी तेजी से काम के लिए मेरी बात सुनिए। सुनिएगा तभी तेजी से काम होगा। अधिकारियों से कहा कि यह काम तेजी से होना चाहिए।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0

You may have missed