कैथल में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का एक्शन: नियमों का उल्लंघन करने वाले ईंट भट्ठे, होटल और मैरिज पैलेस सील

नरेन्‍द्र सहारण, कैथल : हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Haryana State Pollution Control Board – HSPCB) ने कैथल जिले में प्रदूषण नियंत्रण के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए कई प्रतिष्ठानों को सील कर दिया है। इस कार्रवाई में ईंट भट्ठे, होटल और मैरिज पैलेस शामिल हैं, जो प्रदूषण मानदंडों का पालन करने में विफल रहे। बोर्ड ने इन प्रतिष्ठानों को सील करने के साथ ही बिजली निगम को उनके बिजली कनेक्शन काटने के भी आदेश दिए हैं। यह कदम प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जिले में प्रदूषण के स्तर को कम करने और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

कार्रवाई का विवरण

 

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने जिले में कई स्थानों पर छापेमारी की और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। इस कार्रवाई का नेतृत्व प्रदूषण बोर्ड के एसडीओ (Sub Divisional Officer) डॉ. सतीश कुमार और एसडीओ पीयूष कुमार ने किया। टीम ने निम्नलिखित प्रतिष्ठानों को सील किया:

ईंट भट्ठे: गांव कैलरम और गांव कौल में स्थित दो ईंट भट्ठे।
होटल: बात्ता में स्थित एक होटल।
मैरिज पैलेस: ढांड में स्थित दो मैरिज पैलेस।

इन प्रतिष्ठानों को सील करने की अनुमति प्रदूषण बोर्ड के मुख्यालय से प्राप्त हुई थी। अनुमति मिलने के बाद टीम ने वीरवार शाम को यह कार्रवाई की। सभी सील किए गए स्थानों पर सील करने संबंधी नोटिस भी चस्पा कर दिए गए हैं, जिसमें उल्लंघन के कारणों और आगे की कार्रवाई की जानकारी दी गई है।

इसके अतिरिक्त प्रदूषण बोर्ड ने बिजली निगम को संबंधित ईंट भट्ठों, होटल और मैरिज पैलेस के बिजली कनेक्शन काटने के लिए भी लिखा है। बिजली कनेक्शन काटने का उद्देश्य इन प्रतिष्ठानों को तत्काल प्रभाव से बंद करना और प्रदूषण फैलाने से रोकना है। यह कदम दिखाता है कि बोर्ड नियमों का उल्लंघन करने वालों के प्रति सख्त रवैया अपना रहा है और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।

निरीक्षण और उल्लंघन

 

यह कार्रवाई हाल ही में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board – CPCB) और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक संयुक्त टीम द्वारा जिले के सभी ईंट भट्ठों के निरीक्षण के बाद की गई है। पिछले महीने हुए निरीक्षण के दौरान कई अनियमितताएं पाई गईं, जिसके परिणामस्वरूप यह कार्रवाई की गई।

निरीक्षण के दौरान सामने आई मुख्य बातें इस प्रकार हैं:

ईंट भट्ठों की स्थिति: जिले के 97 ईंट भट्ठों में से 14 भट्ठे निरीक्षण के समय बंद पाए गए। यह उन भट्ठा संचालकों की लापरवाही को दर्शाता है जो नियमों का पालन करने में विफल रहे।
धुएं के सैंपल: टीम ने 60 ईंट भट्ठों से धुएं के सैंपल लिए। इन सैंपलों की जांच के बाद प्रदूषण के स्तर का पता लगाया जाएगा।
नोटिस जारी: छह भट्ठा संचालकों को नोटिस जारी किए गए थे, जिनमें से चार को बंद करने की अनुमति देने के लिए मुख्यालय को लिखा गया था। यह उन संचालकों के खिलाफ एक सख्त कदम था जो नियमों का उल्लंघन कर रहे थे।
प्रतिबंधित ईंधन का उपयोग: जिन चार भट्ठा संचालकों को बंद करने की अनुमति देने के लिए लिखा गया था, उनमें प्रतिबंधित ज्वलनशील पदार्थों का उपयोग पाया गया। इनमें टायरों से निकलने वाला कार्बन, बेकार तेल और प्लास्टिक बुरादे का इस्तेमाल शामिल था।
नियमों का उल्लंघन: नियमों के अनुसार ईंट भट्ठों में कोयला या लकड़ी से निकला बुरादा इस्तेमाल किया जाना चाहिए। प्रतिबंधित ईंधन का इस्तेमाल वायु प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है।
सैंपल की जांच: धुएं के जो सैंपल लिए गए थे, उन्हें जांच के लिए पंचकूला लैब में भेजा गया है। जांच के परिणाम के आधार पर, उल्लंघन करने वाले भट्ठा संचालकों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। जिन भट्ठों के सैंपल फेल पाए जाएंगे, उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का दृष्टिकोण

 

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का स्पष्ट दृष्टिकोण है कि वह जिले में प्रदूषण के स्तर को कम करने और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है। बोर्ड ने बार-बार दोहराया है कि नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डॉ. सतीश कुमार, एसडीओ राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कैथल, ने कहा है कि “प्रदूषण बोर्ड से अनुमति लिए बिना प्रतिष्ठानों का संचालन करना गलत है। नियमों का पालन न करने वाले संचालकों पर भविष्य में भी इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी।”

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की यह कार्रवाई जिले में प्रदूषण फैलाने वालों के लिए एक कड़ा संदेश है कि वे नियमों का पालन करें या गंभीर परिणामों का सामना करने के लिए तैयार रहें। बोर्ड का उद्देश्य जिले में प्रदूषण के स्तर को कम करना, पर्यावरण को सुरक्षित रखना और नागरिकों के स्वास्थ्य की रक्षा करना है।

कार्रवाई का महत्व

यह कार्रवाई कई कारणों से महत्वपूर्ण है:

प्रदूषण नियंत्रण: यह कार्रवाई प्रदूषण को नियंत्रित करने और वायु गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करेगी। ईंट भट्ठों, होटलों और मैरिज पैलेसों द्वारा किए जाने वाले प्रदूषण को कम करने से जिले में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
नियमों का अनुपालन: यह कार्रवाई सभी प्रतिष्ठानों को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करेगी। यह सुनिश्चित करेगा कि सभी व्यवसायों को प्रदूषण नियंत्रण मानदंडों का पालन करना चाहिए।
पर्यावरण संरक्षण: यह कार्रवाई पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगी। प्रदूषण को कम करने से प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करने और पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी।
संदेश: यह कार्रवाई उन लोगों के लिए एक कड़ा संदेश है जो नियमों का उल्लंघन करते हैं। यह दिखाता है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए तैयार है।
जन स्वास्थ्य: वायु प्रदूषण मानव स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा है। इस कार्रवाई से जिले में वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी, जिससे नागरिकों का स्वास्थ्य बेहतर होगा।

आगे की योजना

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रखने का फैसला किया है। बोर्ड नियमित रूप से निरीक्षण करेगा और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। बोर्ड जनता से भी अपील करता है कि अगर उन्हें किसी भी प्रदूषणकारी गतिविधि के बारे में पता चलता है, तो वे तुरंत बोर्ड को सूचित करें ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।

बोर्ड की योजना है

नियमित निरीक्षण: जिले में सभी ईंट भट्ठों, होटलों, मैरिज पैलेसों और अन्य प्रतिष्ठानों का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे प्रदूषण नियंत्रण मानदंडों का पालन कर रहे हैं।
कड़ी कार्रवाई: नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसमें प्रतिष्ठानों को सील करना, बिजली कनेक्शन काटना और जुर्माना लगाना शामिल है।
जन जागरूकता: प्रदूषण नियंत्रण के महत्व के बारे में जनता को जागरूक किया जाएगा।
प्रौद्योगिकी का उपयोग: प्रदूषण नियंत्रण के लिए नवीनतम तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
सहयोग: स्थानीय प्रशासन और अन्य सरकारी एजेंसियों के साथ सहयोग किया जाएगा ताकि प्रदूषण को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सके।

महत्वपूर्ण कदम

 

कैथल जिले में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम है जो प्रदूषण को नियंत्रित करने, पर्यावरण की रक्षा करने और नागरिकों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद करेगा। बोर्ड की कार्रवाई नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए एक चेतावनी है कि उन्हें प्रदूषण नियंत्रण मानदंडों का पालन करना चाहिए। बोर्ड की आगे की योजना यह सुनिश्चित करना है कि जिले में प्रदूषण का स्तर कम हो और पर्यावरण सुरक्षित रहे। यह कार्रवाई एक स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

 

 

You may have missed