Punjab News: जिला अदालत में रिटायर्ड एआइजी ने की दामाद की गोली मारकर हत्या, पत्नी के साथ चल रहा था विवाद

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़ : Punjab News: पंजाब पुलिस के रिटायर्ड एआइजी मलविंदर सिंह सिद्धू ने शनिवार को जिला अदालत में अपने ही दामाद हरप्रीत सिंह की गोली मार हत्या कर दी। हरप्रीत सिंह को दो गोलियां लगीं। 37 वर्षीय हरप्रीत सिंह 2011 बैच के इंडियन सिविल अकाउंट सर्विसेज (आइसीएएस) अधिकारी थे। वह इस समय नई दिल्ली स्थित केंद्रीय कृषि मंत्रालय में कंट्रोलर आफ अकाउंट्स के पद पर कार्यरत थे। उनका काफी समय से पत्नी के साथ विवाद चल रहा था। वारदात जिला अदालत के मध्यस्थता केंद्र में हुई। हरप्रीत को दो गोलियां लगी। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही हरप्रीत ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मौके से आरोपित फेज चार मोहाली निवासी मलविंदर सिंह सिद्धू को गिरफ्तार कर पिस्टल भी बरामद किया है।

मध्यस्थता केंद्र में हुई वारदात

 

सेक्टर-68 मोहाली निवासी हरप्रीत की पत्नी इस समय कनाडा में है। पति-पत्नी में तलाक से पहले समझौते का मामला चंडीगढ़ जिला अदालत के सर्विस ब्लाक स्थित मध्यस्थता केंद्र में चल रहा था। शनिवार को बेटी के स्थान पर पिता मलविंदर सिंह सिद्धू मध्यस्थता केंद्र में सुनवाई के लिए पहुंचे थे। मध्यस्थता केंद्र के बाहर दोनों के बीच किसी बात पर नोकझोंक हुई। आरोप है कि इसी बीच मलविंदर सिंह सिद्धू ने पिस्टल से हरप्रीत पर गोली चला दी। उन्होंने करीब चार फायर किए। मगर हरप्रीत को दो गोली लगी। एक गोली पांव में तो दूसरी पेट में लगी। उधर, फायरिंग की आवाज सुन कोर्ट परिसर में मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे। हालांकि कुछ ने सिद्धू को पकड़ लिया और एक कमरे में बंद कर दिया। बाद में सिद्धू को पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) यानी हत्या और इंडियन आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया।

सिद्धू की बेटी से हरप्रीत की हुई थी दूसरी शादी

 

मृतक हरप्रीत सिंह की 19 जुलाई 2020 को मलविंदर सिद्धू की बेटी डा.अमितोज कौर से शादी हुई थी। वह दिल्ली के अस्पताल में डाक्टर थी। ये हरप्रीत की दूसरी शादी थी। लेकिन कुछ दिनों बाद ही हरप्रीत का डा.अमितोज कौर से झगड़ा होने लगा। उन्होंने अपने ससुर पर आरोप लगाए थे कि वे उन्हें झूठे मामले में फंसा रहे थे और उन्हें एक बार नौकरी से सस्पेंड भी करवा दिया था। इसलिए हरप्रीत अपनी दूसरी पत्नी यानी सिद्धू की बेटी से तलाक लेना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने खुद ही चंडीगढ़ जिला अदालत में केस दायर किया हुआ था। इस केस में तलाक से पहले दोनों पार्टियों को समझौते के लिए मध्यस्थता केंद्र में बुलाया जा रहा था। शनिवार को चौथी बार उनके केस की तारीख थी।

मध्यस्थता केंद्र के बाहर तड़पते रहे हरप्रीत

गोलियां चलने की आवाज सुनकर अदालत में अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। वहीं मध्यस्थता केंद्र में जो कर्मचारी मौजूद थे, उनमें से कुछ टेबल के नीचे छिप गए और उन्होंने कमरे की अंदर से कुंडी लगा दी। कमरे के बाहर हरप्रीत गोली लगने की वजह से बुरी तरह घायल थे और दर्द से कराह रहे थे। तभी स्टाफ और कुछ वकीलों ने मिलकर हरप्रीत को उठाया और बाहर गाड़ी तक ले गए। उन्हें पीजीआइ ले जाया गया लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई।

रिटायर्ड एआइजी पर दर्ज है तीन एफआइआर, मिल चुकी थी जमानत

आरोपित रिटायर्ड एआइजी सिद्धू के खिलाफ मोहाली में अलग-अलग मामलों में तीन एफआइआर दर्ज थी। वह दो महीने पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया था। वह रिटायरमेंट से पहले निलंबित भी हुआ था। उसके खिलाफ पहली एफआइआर 25 अक्टूबर 2023 को मोहाली फेज-7 पुलिस थाने में दर्ज हुई थी। इसके बाद विजिलेंस ब्यूरो ने भी उसे भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ इसी साल भ्रष्टाचार और अवैध वसूली का भी केस दर्ज हुआ था। मलविंदर सिंह सिद्धू इसी साल मार्च में रिटायर हुआ था।

कब क्या हुआ

– सुबह साढ़े 11 बजे उनके मामले की सुनवाई थी।
– मृतक हरप्रीत सिंह अपने माता-पिता के साथ समय पर पहुंचे।
– आरोपित सिद्धू करीब सवा एक बजे पहुंचे।
– करीब आधा घंटा काउंसलिंग चली।
– करीब दो बजे सिद्धू ने हरप्रीत पर गोलियां चला दी।

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