ढाई घंटे तक पाकिस्तान से बरसते रहे गोले, लोगों ने बंकर में काटी रात
जम्मू, एजेंसीः पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर में सीमा पर एक बार फिर बिना उकसावे के फायरिंग की गई जिसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का जवान शहीद हो गया। जम्मू-कश्मीर के सांभा जिले के रामगढ़ सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी रेंजरों की गोलीबारी की। ये घटना 8-9 नवंबर यानी बुधवार और गुरुवार की मध्यरात्रि को हुई। पाकिस्तान को शांति रास नहीं आ रही और यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से बार-बार गोलाबारी कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहा है। एक बार फिर पाकिस्तानी रेंजर्स ने रामगढ़ सेक्टर में बीएसएफ की पोस्ट को ही नहीं नागरिक ठिकानों को निशाना बनाते हुए गोले बरसाए। इस फायरिंग में एक बीएसएफ जवान बलिदान हो गया, गनीमत रही कि एक दर्जन से ज्यादा मोर्टार खेतों में गिरे और आवासीय क्षेत्र बचे रहे। रात 12 बजे के बाद आंरभ हुई यह गोलाबारी करीब ढाई घंटे तक चली और इस दौरान सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों को पूरी रात बंकर में ही काटनी पड़ी। हमारे जवानों ने भी करारा जवाब दिया और उसके बाद पाकिस्तानी बिल में दुबक गए।
बुधवार आधी रात के बाद रामगढ़ सेक्टर की नारायणपुर और स्टाप-2 पोस्ट पर पाकिस्तानी रेंजर्स ने अकारण गोलाबारी आरंभ कर दी। पाकिस्तान रेंजर्स ने फायरिंग के दौरान मोर्टार और अन्य भारी हथियारों का इस्तेमाल किया। कई गोले घरों के पास खेतों में गिरे। इससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई और बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को बंकर की ओर भागना पड़ा। इससे पूर्व पाकिस्तानी रेंजर्स अरनिया और सुचेतगढ़ सेक्टर में भी फायरिंग कर सीमा पर अशांति पैदा करने की साजिश रच रहा है। इसके अलावा पाकिस्तान जम्मू कश्मीर की शांति भंग करने के लिए घुसपैठ की साजिश भी बुनता रहा है।
दीपावली से पहले फिर फायरिंग
गौरतलब है कि इस समय सीमावर्ती इलाकों में लोग दीपावली पर्व की तैयारी में जुटे हुए हैं। इसके साथ ही धान की कटाई का काम भी चल रहा है। ऐसे मौकों पर पहले भी पाकिस्तान गोलाबारी करता रहा है। हालांकि हर बार हमारे बीएसएफ के जवान उसे कड़ा जवाब देते हैं, लेकिन पाकिस्तानी अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। गौरतलब है कि इससे गर मौजूदा समय की सरहद की स्थिति पर गौर किया जाए तो कुछ हफ्ते पहले बिश्नाह के अरनिया क्षेत्र में पाक रेंजरों ने गोलाबारी करने के बाद बुधवार देर रात को रामगढ़ की नारायणपुर चमलियाल क्षेत्र में गोलाबारी कर अपने नापाक इरादों को जाहिर कर दिया है।
वर्ष 2017 में भी दीपावली से पहले पाकिस्तान ने बरसाए थे गोले
पाकिस्तान की तरफ से दीपावली से पूर्व धान की फसल की कटाई के समय गोलाबारी करने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले वर्ष 2017 के दौरान भी पाकिस्तान ने रामगढ़ सेक्टर में बीएसएफ की चौकियों और ग्रामीण इलाकों को निशाना बनाकर गोलाबारी की थी, जिसमें करीब आधा दर्जन ग्रामीण बलिदान हुए थे और कई जवान घायल हुए थे। ऐसे में इन इलाकों में रहने वाले लोगों को लग रहा है कि दिवाली से पहले पाकिस्तान फिर गोलाबारी कर सकता है। इससे पहले पाकिस्तानी रेंजर्स ने 26 अक्टूबर को अरनिया सेक्टर में गोलाबारी की थी, जिसमें बीएसएफ के दो जवान और एक महिला घायल हुए थे।
पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को समय रहते आवश्यक कदम उठाने के निर्देश
गुरुवार को सुबह जिला प्रशासन ने रामगढ़ तहसील कार्यालय में आपात बैठक का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता डीसी सांबा अभिषेक शर्मा ने की। इसमे पुलिस-प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद रहे। डीसी ने पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को समय रहते आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। डीसी ने दोपहर बाद पाकिस्तानी गोलाबारी प्रभावित अग्रिम क्षेत्र चमलियाल का दौरा कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने सीमावर्ती किसानों से एहतियात बरतने की सलाह देते हुए कहा कि वे फिलहाल अपने खेतों में जाने से बचें।