Weather Update: तेज हवा से मौसम में नमी, हरियाणा में अब सात अप्रैल से चलेगी लू

नरेन्‍द्र सहारण, हिसार : Haryana Weather Update: पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर बुधवार को दोपहर के बाद अचानक मौसम में काफी बदलाव आया। शाम करीब साढ़े पांच बजे तेज हवाएं चलने लगीं, जिससे मौसम में नमी तो बनी लेकिन तापमान में कोई खास बदलाव नहीं आया। मौसम विज्ञान विभाग ने आगामी दिनों में लू के बढ़ते असर की चेतावनी दी है और यह संभावना जताई है कि 7 अप्रैल से शुरू होने वाली लू से कई जिलों में तापमान में बढ़ोतरी होगी।

पश्चिमी विक्षोभ का असर

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने पहले ही 3 और 4 अप्रैल के दौरान पश्चिमी विक्षोभ का असर होने की भविष्यवाणी की थी। इसके परिणामस्वरूप हल्की से मध्यम हवाएं चलने की संभावना जताई गई थी। हालांकि, बुधवार की सुबह से लेकर दोपहर तक गर्मी ने लोगों को बहुत परेशान किया। इस दिन रोहतक में अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री तक पहुंच गया, जिससे यह प्रदेश का सबसे गर्म स्थान बना।

धीरे-धीरे शाम को मौसम में बदलाव आया, तेज हवाएं चलने लगीं। हवा की गति 8 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे थी, जो कुछ जिलों में धूल भरी आंधी का रूप भी ले ली। हिसार के पुराना कोर्ट कांप्लेक्स क्षेत्र में एक पेड़ गिरने से एक कार को नुकसान हो गया, जिससे वहां के रहवासियों के बीच चिंता बढ़ गई।

लू की चेतावनी

मौसम विभाग ने 12 जिलों के लिए लू का यलो अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट उन जिलों को ध्यान में रखते हुए जारी किया गया है, जहां 7 अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच लू चलने की संभावना है। प्रभावित जिलों में सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, झज्जर, रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़, गुरूग्राम, फरीदाबाद, पलवल और मेवात शामिल हैं। इन सभी जिलों में तापमान में बढ़ोतरी देखी जाएगी, जिससे लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।

लू के संभावित प्रभाव

गर्मी के बढ़ने से न केवल तापमान में वृद्धि होगी, बल्कि यह स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल सकती है। लू के मौसम में उच्च तापमान और आर्द्रता नाराज़ कर सकती है। इससे डिहाइड्रेशन, थकान, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। विशेष रूप से बच्चों, वृद्ध लोगों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित व्यक्तियों को इसका ज्यादा खतरा हो सकता है।

इसलिए, मौसम विज्ञान विभाग ने सलाह दी है कि इस अवधि में आवश्यक सावधानियाँ बरती जाएं। लोगों को लंबे समय तक धूप में रहने, बाहर अधिक समय बिताने, या फिर बिना सनस्क्रीन लगाए घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए। पर्याप्त पानी पीना और हल्का खाना खाना भी महत्वपूर्ण रहेगा।

भविष्य की संभावनाएं

आगामी दिनों में मौसम के और ज्यादा बदलने की संभावनाएं हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के अलावा यहां अन्य मौसम प्रणालियों का भी असर देखा जा सकता है। माहौल में बदलते मौसम के कारण न केवल तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है, बल्कि वर्षा की संभावनाएं भी बनी रह सकती हैं, जो कुछ स्थानों पर राहत पहुंचा सकती हैं।

अंत में

अंततः मौसम में यह बदलाव एक महत्वपूर्ण संकेत है कि हमें मौसम परिवर्तन के प्रति सजग रहना चाहिए। सावधानी और जागरूकता न केवल हमें गर्मी से बचाएगी, बल्कि इसे सहन करने की क्षमता भी बढ़ाएगी। इसलिए, सभी लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम की अपडेट्स पर ध्यान दें और आने वाले मौसम को ध्यान में रखते हुए अपने दैनिक कार्यक्रमों को बनाएं। इस समय का ध्यान रखते हुए हमें अपनी सुरक्षा प्राथमिकता बनानी चाहिए और स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए। इसके साथ ही, मौसम के प्रति जागरूक रहकर हम ना केवल खुद की बल्कि अपनी परिवार की भी सुरक्षा कर सकते हैं।

इस प्रकार, मौसम के बदलावों को न केवल एक घटनाक्रम के रूप में बल्कि एक चेतावनी के रूप में देखना चाहिए, जिससे हम सभी सुरक्षित रह सकें।

 

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