राजस्थान: गोमांस की होम डिलीवरी में आरोपियों की संपत्ति पर चला बुलडोजर, पूरा थाना लाइनहाजिर

अलवर/रेवाड़ी, BNM News। राजस्थान में अलवर जिले के किशनगढ़बास थाना इलाके के जंगलों में गोकशी कर आसपास के क्षेत्र में गोमांस बेचने का मामला सामने आया है। पुलिस ने 19 नामजद आरोपियों समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। किशनगढ़बास के डिप्टी एसपी सुरेश कुड़ी ने कहा कि इस मामले में किशनगढ़बास थाने में तैनात 38 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है, जिसमें थाना प्रभारी दिनेश मीणा समेत 34 को लाइन हाजिर किया गया है। मामले में चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। रविवार रात सर्च अभियान चलाकर पुलिस ने 12 बाइकें और एक पिकअप जब्‍त कर ली है। हालांकि अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। सख्ती देख तस्कर भूमिगत हो गए हैं। इन अवैध गतिविधियों की अनदेखी और गश्त के नाम पर खानापूर्ति करने के आरोप में किशनगढ़बास का समूचा थाना लाइन हाजिर कर दिया गया है। एएसआइ समेत चार पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए हैं। पुलिस वालों पर तस्करों से हफ्ता लेने का भी आरोप है। निलंबित पुलिस वालों में एएसआइ ज्ञानचंद, हेड कांस्टेबल रघुवीर, बीट कांस्टेबल स्वयं प्रकाश व रविकांत शामिल हैं। मामले की जांच कोटपूतली बहरोड एसपी नेमीचंद को सौंपी गई है।

चला बुलडोजर

 

गोकशी करने वाले अपराधियों के घरों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया है। रुंध, बिरंगपुर व अन्य गांवों में गोकशी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। बनाए हुए कच्‍चे ठिकाने सब तोड़ दिए गए हैं। उनके ठिकानों तक बिजली अवैध कनेक्‍शन था। सोमवार को राजस्थान सरकार में वन मंत्री संजय शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि गोकशी के दोषियों को बख़्शा नहीं जाएगा। आरोपियों पर आरोप हैं कि वो गोमांस की होम डिलिवरी भी करते थे, जंगल का एकांत इलाका होने से किसी को इसकी भनक नहीं थी।

लगती थी मंडी, पुलिस की चुप्‍पी

 

दोपहर में मंडी लगती थी और तस्कर राजस्‍थान-हरियाणा के 50 गांवों में बाइक से घूमकर गोमांस बेचते थे। कई साल से पुलिस और नेताओं की शह से गोमांस बिक्री का धंधा चल रहा था। राजस्थान के अलवर हरियाणा के नूंह और दिल्ली तक इनका नेटवर्क फैला था। हाइवे पर ढाबों में भी आपूर्ति करते थे।

गोकशी कर गोमांस बेचने का मामला दर्ज

डिप्टी एसपी सुरेश कुड़ी ने कहा कि हमने रविवार को सर्च किया था। वहां गोकशी हुई है। हमने नामजद 19 के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज की है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हालांकि, नामजद अभियुक्त अभी फरार हैं जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस टीमें संभावित इलाकों में दबिश दे रही हैं। जंगल में करीब चार किलोमीटर अंदर यह गौकशी करते थे। यहां तक कोई साधन भी नहीं पहुंच सकता है। सभी अभियुक्त स्थानीय दो गांव मिर्जापुर और बरसिंहपुर से हैं। डिप्टी एसपी ने बताया कि सोमवार को अभियुक्तों की अवैध संपत्ति को बुलडोजर से ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है।

कांग्रेस विधायक के क्षेत्र में होती थी गोतस्करी

 

जहां से कांग्रेस विधायक जीते, वहीं गोतस्करी ज्यादा है। कांग्रेस लगा रही भाजपा के राज में गोतस्करी बढ़ने का आरोप। वहीं भाजपा का भी कहना है कि नूंह के साथ लगते विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस जीती है और कांग्रेस ही गोतस्करी को बढ़ावा दे रही है।

हरियाणा में दबाव बनने पर गोतस्कर राजस्थान में बना चुके थे नया अड्डा

 

नूंह उपद्रव के बाद यहां के गांवों में गोतस्करों के ठिकाने ध्‍वस्‍त कर दिए गए थे। उसके बाद किशनगढ़वास गोतस्करों का नया अड्डा बन गया था। नूंह के गांवों में रहने वाले गोतस्कर अब वहां के गांवों में अपनी दुकान चला रहे थे। वहां पर गोवंशी का वध कर मांस दिल्ली के कई होटलों में बेच रहे थे। नूंह पुलिस की ओर से राजस्थान पुलिस के अफसरों को जानकारी दी गई थी, राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में गोतस्करी को भाजपा ने चुनावी मुद्दा बनाया था।

 

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