Union Council of Ministers Meeting: पीएम की अध्यक्षता में हुआ विकसित भारत के रोडमैप पर मंथन, मंत्रियों को दी नसीहत

नई दिल्ली, एजेंसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में रविवार को भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक हुई। इस दौरान बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। आठ घंटे तक चली इस बैठक को प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल की मंत्रिपरिषद के साथ अंतिम बैठक माना जा रहा है। इस बैठक में ‘विकसित भारत 2047’ के लिए विजन डॉक्यूमेंट और अगले पांच वर्षों के लिए विस्तृत कार्य योजना पर मंथन किया गया।

पीएम ने मंत्रियों को दी नसीहत

 

बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत की हैट्रिक पर विश्वास जताते हुए मंत्रियों से विवादित बयान से बचने और सरकार की उपलब्धियों को गिनाने का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि इस समय विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष चाहता है कि कोई विवादास्पद बयान सामने आए, जिसे मुद्दा बनाया जा सके। ऐसे में सभी को विवादित बयान देने सेबचना है। हमें ऐसा कोई विवादित बयान नहीं देना चाहिए जिससे विपक्ष को सरकार को हमला करने का मौका मिले। उन्होंने कहा कि जब भी बोलें, सोच समझकर बोलें। इसके अलावा उन्होंने मंत्रिपरिषद के सदस्यों को डीप फेक से सतर्क रहने को कहा।

पांच मंत्रालयों ने रखा प्रजेंटेशन

 

बैठक के दौरान पांच मंत्रालयों ने अपने कामकाज से जुड़े प्रजेंटेशन सामने रखे। इन मंत्रालयों ने अपनी उपलब्धियां गिनाईं। पीएम ने कहा कि विकसित भारत का लक्ष्य सभी मंत्रालयों का है। इस दिशा में मंत्रियों को आगे बढ़ना चाहिए। मंत्रियों को ऐसा कोई बयान नहीं देना चाहिए, जिससे विवाद की स्थिति पैदा हो।

सौ दिवसीय एजेंडे पर भी चर्चा

 

सूत्रों ने बताया कि बैठक में मई 2024 में नई सरकार के गठन के बाद योजनाओं पर तत्काल कदम उठाने के लिए सौ दिवसीय एजेंडे पर भी चर्चा की गई। विकसित भारत के रोडमैप को तैयार करने में दो साल से ज्यादा का समय लगा। इसमें सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग निकायों, नागरिक समाजा और वैज्ञानिक संगठनों के साथ व्यापक चर्चा और युवाओं के विचारों व सुझावों को शामिल किया गया। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर 2700 से ज्यादा बैठकें, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए गए। 20 लाख से ज्यादा युवाओं से सुझाव मिले। ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्यों में आर्थिक विकास, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी), जीवन में आसानी, व्यापार करने में आसानी, बुनियादी ढांचा, सामाजिक कल्याण जैसे क्षेत्र शामिल हैं।

सरकार के कार्यों के बारे में विस्तार से चर्चा

 

इस दौरान पीएम मोदी ने विकास को गति देने और समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए सरकार की ओर से किए गए कार्यों के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि विपक्ष मुद्दाविहीन है। ऐसे में सभी मंत्रियों को पिछले 10 सालों के काम काज के बारे में बताना होगा। पीएम ने कहा कि गरीब, वंचित, युवा और आधी आबादी सरकार के कामकाज और प्रयास से संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि आजादी के सौ साल पूरा होने पर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। दस साल के कार्यकाल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से मुक्ति मिली है। गरीब केंद्रित योजनाओं के कारण ग्रामीण भारत में बड़ा और सकारात्मक बदलाव आया है। हमें लोगों के बीच दस साल के कार्यकाल के दौरान उठाए गए कदमों और इसके कारण हुए आमूलचूल बदलाव पर चर्चा करनी है।

नई सरकार की प्राथमिकता पर मांगे सुझाव

बैठक में पीएम मोदी ने तीसरे कार्यकाल में सरकार बनने के बाद के कामों पर भी चर्चा की। पीएम ने कहा कि देश के मतदाता एनडीए के साथ हैं। ऐसे में हमें नई सरकार के गठन के बाद के कार्यों को लोगों के बीच लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी मंत्रालय सुझाव दें कि नई सरकार के गठन के बाद हमारी प्राथमिकता क्या होनी चाहिए। मंत्रियों को 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य और इससे होने वाले लाभ के प्रति लोगों को अवगत कराना चाहिए। हमें लोगों को विश्वास दिलाने की जरूरत है कि राजग की सरकार ही भारत को विकसित राष्ट्र बनाएगी।

 

 

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