Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर तिहाड़ महानिदेशक ने एलजी को सौंपी रिपोर्ट, कही यह बात

नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज। एक अप्रैल से जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर तिहाड़ महानिदेशक द्वारा एलजी वीके सक्सेना को शनिवार को एक विस्तृत तथ्यात्मक रिपोर्ट सौंपी गई। यह रिपोर्ट बताती है कि केजरीवाल ने इंसुलिन लेना कई माह पहले ही बंद कर दिया था। अत: यह आरोप लगाना सिरे से गलत है कि केजरीवाल शुगर नियंत्रित करने के लिए लिए इंसुलिन पर थे और जेल अधिकारियों द्वारा उसे देने से इंकार किया जा रहा था।
केजरीवाल इंसुलिन-रिवर्सल प्रोग्राम पर थे
इस रिपोर्ट के आधार पर राजनिवास अधिकारियों ने बताया कि केजरीवाल के शुगर लेवल के बारे में आम आदमी पार्टी द्वारा बनाई गई पूरी कहानी, केवल तेलंगाना में एक निजी क्लीनिक द्वारा किए जा रहे केजरीवाल के कथित उपचार पर आधारित है। दिलचस्प बात यह है कि तेलंगाना के डाक्टर की सलाह के अनुसार, केजरीवाल इंसुलिन-रिवर्सल प्रोग्राम पर थे और उन्हीं डॉक्टरों ने केजरीवाल की गिरफ्तारी से बहुत पहले इंसुलिन बंद कर दी थी।
चोरी-छिपे दक्षिण भारत के एक क्लीनिक में करा रहे थे इलाज
राजनिवास अधिकारी बताते हैं कि तेलंगाना में एक निजी क्लीनिक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कथित इलाजएक अजीब मामला इसलिए है, क्योंकि जहां दिल्ली में “विश्व स्तरीय स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे” का ढिंढोरा पीटा जा रहा है, वहीं वह चोरी-छिपे दक्षिण भारत के एक क्लीनिक में इलाज करा रहे हैं, जिसके मेडिकल पेपर उपलब्ध कराने में भी वह विफल रहे हैं। राजनिवास अधिकारियों का दावा है कि आबकारी घोटाले में केजरीवाल की गिरफ्तारी के पूरे मामले में तेलंगाना के इस क्लीनिक की एंट्री, दक्षिण भारतीय शराब लाबी को सामने लाती है, जिसने आम आदमी पार्टी सरकार की उत्पाद शुल्क नीति को तैयार करने और लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
महानिदेशक (जेल) द्वारा एलजी को सौंपी गई रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से निम्नलिखित तथ्य सामने आए हैं जो केजरीवाल के स्वास्थ्य के बारे में आप नेताओं और मंत्रियों द्वारा प्रचारित किए जा रहे झूठ का खंडन करते हैं –
– केजरीवाल, जो शुगर के लिए तेलंगाना के एक निजी डाक्टर से इलाज करा रहे थे, ने कुछ महीने पहले इंसुलिन लेना बंद कर दिया था और अपनी गिरफ्तारी के समय, वह केवल एक सामान्य एंटी डाटबिटिज दवा मेटफार्मिन की गोली ले रहे थे।
– तिहाड़ जेल में मेडिकल जांच के दौरान केजरीवाल ने डाक्टरों को बताया था कि वह पिछले कुछ वर्षों से इंसुलिन ले रहे थे और कुछ ही समय पूर्व उन्होंने कथित रूप से तेलंगाना के डाक्टर के कहने पर इसे बंद किया था।
-राम मनोहर लोहिया अस्पताल से मिली एमएलसी रिपोर्ट के अनुसार भी, केजरीवाल को न तो किसी इंसुलिन की सलाह दी गई है और न ही इंसुलिन की जरूरत के बारे में कहीं जिक्र किया गया है। केजरीवाल की 10 और 15 अप्रैल को मेडिसिन स्पेशलिस्ट द्वारा समीक्षा की गई और उन्हें एंटी डायबिटिज ड्रग्स लेने की सलाह दी गई। इसलिए यह कहना गलत है कि केजरीवाल को उनके इलाज के दौरान किसी भी समय इंसुलिन देने से इंकार किया गया था।
– मेडिसिन स्पेशलिस्ट ने केजरीवाल की जांच के बाद यह भी कहा कि न्यायिक हिरासत में रहने के बाद से यूटीपी (केजरीवाल) के सभी मापदंडों और महत्वपूर्ण बातों से स्पष्ट है कि उनका ब्लड शुगर का लेवल चिंताजनक नहीं है औरफिलहाल इंसुलिन की आवश्यकता नहीं है।
यह ध्यान देने योग्य है कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने एम्स को लिखा था कि केजरीवाल नियमित रूप से अधिक मीठी चीजें जैसे मिठाई, लड्डू, केले, आम, फलों की चाट, तला हुआ भोजन, नमकीन, भुजिया, मीठी चाय, पूरी-आलू, अचार और दूसरी हाई कॉलेस्ट्रॉल वाली चीजों का सेवन कर रहे हैं। केजरीवाल को अपने भोजन में प्रति दिन केवल 20 मिलीलीटर तेल का सेवन करने की अनुमति है। इसको ही देखते हुए केजरीवाल के लिए एक डाइट प्लान की मांग की गई।
केजरीवाल के लिए एम्स द्वारा दिए गए डाइट प्लान में निम्नलिखित चीजों को “सख्ती से मना” किया गया है:
1. तला हुआ भोजन जैसे पूरी, पराठा, समोसा, पकौड़ा, नमकीन, भुजिया, अचार, पापड़ आदि
2. मिठाई, केक, जैम, चाकलेट, चीनी, गुड़, शहद, आइसक्री।
3. आम, केला, चीकू, लीची, अंगूर आदि फल
4. सब्जियां जैसे आलू, अरबी आदि
5. घी, अंडे का पीला भाग, मक्खन, फुल क्रीम दूध, आदि
6. नमक
डिस्पेंसरी में इंसुलिन की पर्याप्त उपलब्धता
तिहाड़ जेल की तरफ से कहा गया है कि सरकारी सर्कुलर के मुताबिक, उन्हें किसी भी निजी अस्पताल में रेफर नहीं किया जा सकता, जैसा कि वह मांग कर रहे हैं। तिहाड़ जेल प्रशासन ने रिपोर्ट में कहा कि तिहाड़ जेल की डिस्पेंसरी में इंसुलिन की पर्याप्त उपलब्धता है और इलाज के दौरान जरूरत पड़ने पर केजरीवाल को इंसुलिन दिया जा सकता है।
केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश
आप सरकार में मंत्री आतिशी का कहना है कि तिहाड़ की इस रिपोर्ट से भाजपा को साजिश दिख गई है। कोई भी डॉक्टर बता देगा कि 300 का शुगर लेवल खतरनाक होता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के कहने पर केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश चल रही है। उन्होंने पूछा कि सीएम केजरीवाल को इन्सुलिन देने में जेल प्रशासन को क्यों दिक्कत है? वह 12 साल से इंसुलिन ले रहे हैं। जेल जाने से पहले भी 50 यूनिट इंसुलिन रोज लेते थे।
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