‘#Melodi’ Moment: इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी ने पीएम मोदी को गुड फ्रेंड बताते हुए शेयर की सेल्फी, दोनों नामों को जोड़कर लिखा ‘मेलोडी’
दुबई,एजेंसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुबई में COP28 सम्मेलन के दौरान इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी(Giorgia Meloni) से मुलाकात की है। दोनों नेताओं ने इस दौरान एक सेल्फी भी ली। जिसे इटली की पीएम ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इस सेल्फी को शेयर करते हुए इटली की नेता ने जो हैशटैग और कैप्शन लिखा, खूब वायरल हो रहा है। मेलोनी ने लिखा ‘COP28 में अच्छे दोस्त’ #melodi। इटली की पीएम ने मोदी और मेलोनी को मिलाते हुए हैशटैग मेलोडी बनाया है। जो सोशल मीडिया यूजर्स को खूब पसंद आ रहा है। इस पर लगातार लोग कमेंट कर रहे हैं।
इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी ने पीएम मोदी के साथ जो सेल्फी शेयर की है। उसमें प्रधानमंत्री मोदी और वो दोनों ही मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं। दोनों ही मीटिंग बीच हल्केफुल्के क्षणों का आनंद ले रहे हैं। मेलोनी के इस तस्वीर को शेयर करने के बाद से ही लगातार इस पर लोग कमेंट कर रहे हैं। हजारों लोग दोनों नेताओं के इस फोटो पर कमेंट कर रहे हैं। कई लोगों ने इस पर मजाकिया कमेंट भी किए हैं। ट्विटर पर तो इस तस्वीर के शेयर होने के बाद ‘मेलोडी’ ट्रेंड में आ गया है।
पीएम मोदी के साथ पहले भी दिखी थी मेलोनी की बॉन्डिंग
इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी और पीएम नरेंद्र मोदी की कुछ ही महीने के भीतर ये तीसरी मुलाकात है। जॉर्जिया इस साल सितंबर में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आई थीं। इस दौरान उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन से इतर भी पीएम मोदी से मुलाकात की थी। इससे पहले मार्च में मेलोनी 8वें रायसीना डायलॉग 2023 में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लेने के लिए वो भारत आई थीं। इस दौरान भी उनकी पीएम मोदी के साथ काफी अच्छी बॉन्डिंग दिखी थीं।
मेलोनी ने की थी पीएम मोदी की तारीफ
जियोर्जिया जब भारत आई थीं तो मेलोनी ने जमकर पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी दुनिया भर के सभी नेताओं में उनके सबसे पसंदीदा हैं। भारत दौरे के दौरान भी जॉर्जिया की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा रही थी। पीएम नरेंद्र मोदी की उन्होंने जिस तरह से तारीफ की थी और दोनों नेताओं के बीच जो बॉन्ड दिखा था, उसकी सोशल मीडिया यूजर्स ने काफी तारीफ की थी।
क्या है COP28?
COP 28 यानी कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज से मतलब उन देशों से है, जिन्होंने साल 1992 में संयुक्त राष्ट्र के जलवायु समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। यह सीओपी की 28वीं बैठक है। इस वजह से इसे COP28 कहा जा रहा है। ऐसी उम्मीद है कि COP28 में पृथ्वी के तापमान में बढ़ोतरी को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के दीर्घकालिक लक्ष्य को बरकरार रखा जाएगा। 2015 में पेरिस में हुए समझौते में लगभग 200 देशों के बीच इसे लेकर सहमति बनी थी।