Haryana Politics: हरियाणा में कांग्रेस के लिए झटका, किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने पार्टी छोड़ी, भाजपा में होंगी शामिल

नरेन्द्र सहारण चंडीगढ़: Haryana Politics: हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा झटका लगा है किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने का फैसला किया है। यह हरियाणा राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव है।

किरण चौधरी का रहा बड़ा कद

 

किरण चौधरी वर्तमान में तोशाम की विधायक हैं और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री, स्व. बंसीलाल के परिवार से संबंधित हैं। उनकी बेटी श्रुति चौधरी पूर्व लोकसभा सांसद रही हैं और हरियाणा कांग्रेस की कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष भी थीं। उन्होंने इस्तीफा देकर कांग्रेस पार्टी से अलग होने का फैसला किया है।

भाजपा को हरियाणा में नया जोर

 

इसके बाद वे और उनकी बेटी आज भाजपा में शामिल होंगी। इस घटना से भाजपा को हरियाणा में नया जोर मिल सकता है, खासकर जाट समुदाय के वोट बैंक में। किरण चौधरी महिला होने के साथ-साथ जाट भी हैं, जिनके भाजपा में आने से कई समीकरण सधते नजर आ सकते हैं।

हरियाणा में कांग्रेस को एक आदमी की पार्टी बताया

 

दोनों कांग्रेस नेत्रियों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे अपने इस्तीफों में हरियाणा में कांग्रेस को एक आदमी की पार्टी बताया है। उनका इशारा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तरफ था। किरण चौधरी और श्रुति चौधरी दोनों बुधवार को नई दिल्ली में भाजपा में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने अपने समर्थकों को बुधवार को सुबह करीब नौ बजे दिल्ली पहुंचने का संदेश दिया है।

कांग्रेस का एक विधायक कम

किरण चौधरी ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मंगलवार शाम को बातचीत फाइनल होने के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया। किरण चौधरी के भाजपा में शामिल होते ही कांग्रेस का एक विधायक कम हो जाएगा। किरण चौधरी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बंसीलाल की पुत्रवधू हैं और उनकी बेटी श्रुति चौधरी 2009 में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से सांसद रह चुकी हैं।

श्रुति की टिकट कटवाने से नाराजगी

किरण चौधरी का भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर आरोप है कि उन्होंने इस बार भिवानी-महेंद्रगढ़ से श्रुति चौधरी का टिकट कटवाकर राव दान सिंह को दिलवा दिया, लेकिन राव दान सिंह भी चुनाव नहीं जीत सके। इसी से नाराज होकर किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं।

भाजपा भेज सकती है राज्यसभा

भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और किरण चौधरी में यदि सहमति बनी तो उन्हें हरियाणा से राज्यसभा में भी भेजा जा सकता है। रोहतक से कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र हुड्डा के चुनाव जीतने की वजह से राज्यसभा की एक सीट खाली हुई है।

पहले भी चली थीं भाजपा में शामिल होने की अटकलें

लोकसभा चुनाव से पहले भी हालांकि किरण चौधरी के भाजपा में शामिल होने की अटकलें चली थी, लेकिन तब उन्हें श्रुति चौधरी को भिवानी से टिकट मिलने की उम्मीद थी। किरण चौधरी की गिनती कांग्रेस के एसआरके (सैलजा-किरण-रणदीप) गुट की मजबूत नेता माना जाता है।

अजय माकन की हार का जिम्मा किरण चौधरी पर

पिछले दिनों राज्यसभा चुनाव में अजय माकन की हार का जिम्मेदार हुड्डा गुट की ओर से किरण चौधरी को ही ठहराया जाता है, जिसमें भाजपा को फायदा हुआ था। तब से भाजपा और किरण चौधरी की करीबी बढ़ी है।

भाजपा में एक साथ दिखेंगी तीन लाल की पीढ़ियां

किरण चौधरी के भाजपा में शामिल होने के बाद यह पहला मौका होगा, जब देवीलाल, भजनलाल और बंसीलाल परिवार की राजनीतिक पीढ़ियां भाजपा में एक साथ दिखाई देंगी। भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई, रेणुका बिश्नोई और भव्य बिश्नोई भाजपा में हैं, जबकि देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं।

बंसीलाल की राजनीतिक उत्तराधिकारी भी भाजपा में

किरण चौधरी के आने के बाद स्व. बंसीलाल की राजनीतिक उत्तराधिकारी भी भाजपा में गिनी जाएंगी। बताया जाता है कि हरियाणा की राजनीति के चौथे लाल माने जाने वाले केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और सीएम नायब सैनी के प्रयासों से किरण चौधरी कांग्रेस में शामिल हो रही हैं।

कई नेता हुड्डा पर लगा चुके हैं आरोप

पिछले दिनों हुड्डा पर आरोप लगाकर कुलदीप बिश्नोई भाजपा में शामिल हुए थे, जबकि कई साल भाजपा में बिताने के बाद बीरेंद्र सिंह वापस कांग्रेस में आ गए थे। किरण चौधरी के समर्थकों का आरोप है कि कांग्रेस में रहते हुए हुड्डा किसी दूसरे नेता को उभरने नहीं देना चाहते। इसलिए अब उनके पास कांग्रेस छोड़ने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा है। बताया जाता है कि हुड्डा के दो और करीबी नेता भाजपा में शामिल होने की संभावनाएं तलाश रहे हैं।

 

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