यूपी में स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी, मोबाइल की तरह रिचार्ज करने पर मिलेगी बिजली
लखनऊ, बीएनएम न्यूजः उत्तर प्रदेश में बिजली उपयोग के लिए मोबाइल की तरह स्मार्ट मीटर रिचार्ज सिस्टम जल्द ही लागू किया जाएगा। रिचार्ज टैरिफ खत्म होने पर बिजली की सप्लाई बंद हो जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ में अधिकारियों के साथ बैठक कर बिजली विभाग में इस नई व्यवस्था को लागू करने का निर्देश दिया है।
बैठक में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और ऊर्जा विभाग के कई बड़े अधिकारी मौजूद थे। सीएम योगी ने स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए और लोगों को बिजली बिल जमा करने के लिए जागरूक करने पर जोर दिया।
योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बिजली बिल समय से पहुंचाने, ग्राहकों को बिल जमा करने में परेशानी न होने देने और बिजली कटौती की जानकारी पहले ही देने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। अधिकारियों ने भी बिजली व्यवस्था में सुधार के प्रयासों की जानकारी सीएम के साथ साझा की।
स्मार्ट मीटर को डिजिटल मीटर के रूप में उपयोग में लाया जाएगा, जिसमें मोबाइल सिम की तरह एक चिप होगी। इसे पोस्टपेड और प्रीपेड दोनों तरीकों से उपयोग किया जा सकेगा। यूपी सरकार प्रदेश में बिजली सेवा को बड़े शहरों की तरह बेहतर बनाने पर जोर दे रही है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों का प्रेजेंटेशन देखा
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों का प्रेजेंटेशन देखा और जनता को मिलने वाली सहूलियतों के बारे में चर्चा की। उन्होंने प्रदेश में लागू सूर्य योजना समेत अन्य योजनाओं पर भी विस्तार से चर्चा की। सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि योजना के लाभार्थियों को समय पर योजना का लाभ मिले, इसका विशेष ध्यान रखें।
इस नई व्यवस्था से यूपी में बिजली उपयोग को सुगम बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे उपभोक्ताओं को बिजली बिल जमा करने में आसानी होगी और बिजली कटौती की समस्याओं से भी निजात मिलेगी। स्मार्ट मीटर रिचार्ज सिस्टम से प्रदेश में बिजली सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है।
बिजली का बिल समय से जमा कराने के लिए जागरुकता जरूरी
सीएम योगी ने कहा कि बिजली का बिल समय से जमा कराने के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने का कार्य करना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार लोग मोबाइल का बिल नियत समय पर जमा करते हैं उसी प्रकार बिजली का बिल भी तय समय पर जमा कराने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाए।
इसके लिए विभाग एक सुदृढ़ मैकेनिज्म तैयार करे। सीएम योगी ने प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने पर विशेष जोर दिया और कहा कि जनता को इसके लिए तैयार किया जाए। स्मार्ट मीटर आज की आवश्यकता है।
● मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिया कि बिजली का बिल सही समय पर और बिना गड़बड़ी के हर उपभोक्ता के घरों तक पहुंचना चाहिए। मीटर रीडर को इसके लिए जवाबदेह बनाना बहुत जरूरी है।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उपभोक्ताओं को ओटीएस के बारे में जागरूक करें, ताकि बकाया बिजली के बिल को जमा करने में मिलने वाली सहूलियत के बारे में उसे अच्छी तरह से पता हो।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बिजली के बिल के नाम पर उपभोक्ताओं को किसी भी सूरत में परेशान न किया जाए। उन्होंने कहा कि हमने अपने पहले पांच साल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने में लगाया है, अब हमें अपना पूरा जोर क्वालिटी मेंटेन करने पर देना होगा।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेंटेंनेंस के कारण अगर बिजली कटौती की जाती है तो कब और कितनी देर तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी इसकी पूर्व सूचना उपभोक्ताओं को देना जरूरी है। इसके लिए सोशल मीडिया का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्मार्ट मीटर की कवायद तो तेजी से आगे बढ़ाया जाए। ईज ऑफ लिविंग के लिए यह बहुत जरूरी है, जिससे सच्चे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।
● अधिकारियों ने मुख्यमंत्री जी को बताया कि प्रदेश में बिजली सप्लाई के घंटों में बढ़ोतरी हुई है। बीते भीषण गर्मी के बावजूद और केवल लोकल फॉल्ट को छोड़ दें तो बीते 15 मार्च से सरकार 24 घंटे बिजली सप्लाई देने में सफल रही है। प्रदेश में कहीं भी बिजली की कमी नहीं हुई है।
● अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में 3.45 करोड़ बिजली कनेक्शन हैं। वहीं दो साल में 30 लाख कनेक्शन बढ़े हैं। बताया कि 2024 में अबतक 70 हजार करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 17 प्रतिशत अधिक है। इसके अलावा कंज्यूमर टर्नअप शहरी इलाकों में करीब 92 प्रतिशत तो ग्रामीण इलाकों में 51 प्रतिशत है।
● मुख्यमंत्री जी को बताया गया कि प्रदेश में बिजली बिल का 40 प्रतिशत हिस्सा ऑनलाइन, 32 प्रतिशत काउंटर से और 30 प्रतिशत विभिन्न ई-वॉलेट के माध्यम से प्राप्त हो रहा है। ऑनलाइन सेवाओं को सुदृढ़ करते हुए लोड बढ़ाने से लेकर नाम, पता बदलने तक की सुविधा ऐप के माध्यम से दी जा रही है। साथ ही बिजली का बिल जमा करने के लिए प्रतिमाह औसतन 7 एसएमएस भी भेजे जाते हैं।
● मुख्यमंत्री जी को बताया गया कि अक्टूबर-नवंबर 2023 में मेंटेनेंस माह मनाया गया, जिसके अच्छे परिणाम मिले हैं। बताया कि प्रदेश में अप्रैल, मई और जून माह में बिजली की एवरेज मांग में बढ़ोतरी हुई है। गर्मी के मौसम में सामान्य दिनों 27 से 28 हजार मेगावॉट की डिमांड होती है, जबकि इन दिनों पड़ी भीषण गर्मी में मांग 33 से 35 हजार मेगावॉट तक पहुंच गई है। बरसात के बाद इसमें कमी आने की उम्मीद है।
तीन बड़ी परियोजना पर काम जारी
मुख्यमंत्री जी को बताया गया कि प्रदेश में 5255 मेगावाट की 10 यूनिट्स को लगाने का कार्य तेज गति से चल रहा है। इसके अलावा 5120 मेगावाट की तीन बड़ी परियोजनाएं ओबरा डी, अनपरा ई और मेजा द्वितीय पर भी काम जारी है। प्रदेश में बिजली के ट्रांसमिशन लॉस को न्यूनतम स्थिति में पहुंचाते हुए 3 प्रतिशत पर लाने का कार्य हुआ है।
प्रधानमंत्री सूर्यघर परियोजना पर भी हुई चर्चा
मुख्यमंत्री जी को बताया गया कि प्रदेश में नोएडा, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, कानपुर और लखनऊ में विभाग की कई बड़ी परियोजनाएं शुरू होने जा रही हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री सूर्यघर परियोजना के प्रथम चरण में देश में 1 करोड़ जबकि यूपी में 25 लाख सोलर रूफ टॉप लगने हैं। इसके लिए अबतक 16 लाख 97 हजार रजिस्ट्रेशन का कार्य पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पीएम सूर्य घर योजना को तेज गति से अमल में लाया जाए।
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