Bangladesh Crisis: मोहम्मद यूनुस बने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया, प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग मंजूर

नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस।
ढाका, बीएनएम न्यूज। Bangladesh Crisis: नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मोहम्मद यूनुस की नियुक्ति का एलान किया। प्रेस सचिव ने मंगलवार रात को बताया कि राष्ट्रपति और भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के समन्वयकों के बीच हुई बैठक के दौरान अंतरिम सरकार की नियुक्ति का फैसला लिया गया। यह निर्णय संसद भंग करने के बाद राष्ट्रपति शहाबुद्दीन और छात्र नेताओं के बीच हुई बैठक में लिया गया। इसमें तीनों सशस्त्र बलों के प्रमुख भी मौजूद थे। मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के धुर विरोधी हैं। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ना के पीछे एक प्रमुख कारण माना जा रहा है। उन्होंने सोमवार को कहा था कि शेख हसीना के देश से बाहर निकलने के बाद 1971 में पाकिस्तान से आजादी के लिए लड़े गए युद्ध के बाद यह बांग्लादेश के लिए “दूसरा मुक्ति दिवस” है।
बतौर स्पेशल गेस्ट पेरिस में हैं यूनुस
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस को सरकार बनाने में मदद का न्योता दिया था, जिसे उन्होंने मंगलवार शाम स्वीकार कर लिया था। यूनुस ने कहा, मैंने इस पद के लिए इंकार कर दिया था, लेकिन छात्रों के बार-बार अपील करने पर मैंने उनकी बात मान ली है।
यूनुस ने कहा कि छात्र कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे। उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी है। अगर छात्रों और देश की जनता ने इतनी कुर्बानी दी है, तो मेरी भी कुछ जिम्मेदारी है। यही सोचकर मैंने छात्रों की मदद करने का फैसला किया है। यूनुस ओलिंपिक कमेटी के न्योते पर बतौर स्पेशल गेस्ट पेरिस में हैं। वे जल्द ही बांग्लादेश लौट सकते हैं।
पूर्व बांग्लादेशी विदेश मंत्री भी हिरासत में लिए गए
बांग्लादेश के पूर्व विदेश मंत्री हसन महमूद और पूर्व राज्य मंत्री जुनैद अहमद पलक को मंगलवार को ढाका हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया, जब वे देश से भागने की कोशिश कर रहे थे। एयरपोर्ट एविएशन सिक्योरिटी के एक अधिकारी के हवाले से एक अखबार ने बताया कि महमूद ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दिल्ली जाने के लिए उड़ान पकड़ने के लिए गए थे। उन्हें बांग्लादेश से भागने की कोशिश करते समय हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया। हसन महमूद अपदस्थ हसीना सरकार में विदेश मंत्री थे। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पूर्व विदेश मंत्री ने पहले भारत के साथ एक भूमि बंदरगाह के माध्यम से भागने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें सीमा पार करने की अनुमति नहीं दी गई थी।
अभी भारत में ही रहेंगी हसीना
बांग्ला अखबार डेली सन के मुताबिक भारत ने शेख हसीना को फौरी तौर पर देश में रहने की अनुमति दे दी है। शेख हसीना ब्रिटेन में राजनयिक शरण चाहती हैं। ब्रिटेन ने शेख हसीना को शरण देने के मुद्दे पर फिलहाल चुप्पी साध रखी है। वहां से इसकी अनुमति मिलते ही वे भारत छोड़ देंगी। शेख हसीना के साथ उनकी बहन रिहाना भी हैं, जिनके पास ब्रिटेन की नागरिकता है। शेख हसीना की भतीजी और रिहाना की बेटी ट्यूलिप सिद्दीक लेबर पार्टी की सांसद हैं।
राष्ट्रपति ने संसद भंग की
बांग्लादेश राष्ट्रपति शहाबुद्दीन ने मंगलवार दोपहर संसद भंग कर दी। पाकिस्तान की तीनों सेनाओं के चीफ और कई राजनीतिक पार्टियों के साथ चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया। इस दौरान विरोधी छात्र आंदोलन के 13 सदस्यों का एक समूह ने मौजूदा स्थिति और अंतरिम सरकार के गठन के बारे में बंगभवन में राष्ट्रपति और तीनों सशस्त्र बलों के प्रमुखों के साथ बैठक की है। इसके बाद बांग्लादेश की विपक्षी पार्टी बीएनपी की अध्यक्ष खालिदा जिया को रिहा कर दिया गया। फिलहाल एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1-5 अगस्त तक छात्रों के आंदोलन के दौरान जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उन्हें भी रिहा किया जा रहा है। अब तक विपक्षी पार्टी बीएनपी और जमात-ए-इस्लामी के करीब 1 हजार कार्यकर्ताओं को छोड़ दिया गया है।
#WATCH | Delhi: On the political situation in Bangladesh, Former Indian High Commissioner To Bangladesh Pinak Ranjan Chakravarty says, "Bangladesh has seen many such crises in the past… It has happened because of many reasons, basically their internal ones. It cannot be ruled… pic.twitter.com/3frc335QJu
— ANI (@ANI) August 6, 2024
बांग्लादेश में विदेशी ताकतें हैं: पूर्व उच्चायुक्त
बांग्लादेश में भारत के पूर्व उच्चायुक्त पिनाक रंजन चक्रवर्ती ने बांग्लादेश के राजनीतिक हालात पर कहा, बांग्लादेश ने पहले भी कई ऐसे संकट देखे हैं। मुख्य रूप से उनके आंतरिक कारणों से ऐसा कई कारणों से हुआ है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि बांग्लादेश में विदेशी ताकतें हैं जो नहीं चाहती थीं कि हसीना सरकार बनी रहे। उनकी भावनाएं और पीड़ा समझी जा सकती है। भारत बांग्लादेश में होने वाले घटनाक्रम पर नजर रखेगा। एक नई सरकार बनेगी और हम इससे निपटेंगे जैसा कि हमने पहले किया है।
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन