बरसठी, बीएनएम न्यूजः जौनपुर के बरसठी विकास खंड क्षेत्र के जमुनीपुर (मंगरमू) गांव की बनवासी बस्ती में डायरिया (उल्टी-दस्त) का प्रकोप सामने आया है, जिससे पूरी बस्ती में 3 लोग बीमार रूप से बीमार हो गए है।
गांव में अचानक इस बीमारी के फैलने से हड़कंप मच गया। सूचना पाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम तत्काल एंबुलेंस से मौके पर पहुंची और गंभीर रूप से बीमार 3 व्यक्तियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरसठी में भर्ती कराया।
तीन डायरिया पीड़ितों का समय पर हुआ इलाज
गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों में 8 वर्षीय कंचन, 40 वर्षीय सुमन, और 25 वर्षीय उर्मिला शामिल हैं। ये सभी उल्टी और दस्त की समस्या से जूझ रहे थे। गांव की आशा संगिनी, सीता गुप्ता, ने इस स्थिति की जानकारी मिलने पर तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरसठी को सूचित किया, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और बीमार व्यक्तियों का इलाज शुरू किया।
स्वास्थ्य विभाग ने बस्ती के अन्य लोगों को भी डायरिया से बचाव के लिए दवाइयों का वितरण किया। उन्हें सलाह दी गई कि वे 20 लीटर पानी में क्लोरीन की गोली डालकर पीएं और ओआरएस व जिंक का सेवन करें। साथ ही, स्वास्थ्य टीम ने बस्ती में दवाइयों का छिड़काव भी किया ताकि बीमारी के फैलाव को रोका जा सके।
मांस सेवन को बताया डायरिया का कारण
स्वास्थ्य अधीक्षक डॉक्टर अजय सिंह ने बताया कि फिलहाल तीनों बीमार व्यक्तियों की स्थिति सामान्य है। जांच में पता चला है कि इन लोगों ने मांस का सेवन किया था, जिससे डायरिया फैलने की संभावना बनी। चूंकि तीनों व्यक्ति अलग-अलग परिवारों से हैं, इसलिए यह सुनिश्चित किया गया कि बस्ती के अन्य लोग भी सुरक्षित रहें और उन्हें डायरिया से बचाने के लिए दवाइयां दी गईं।
स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के कारण स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन गांव के लोगों को सलाह दी गई है कि वे स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें और संदिग्ध खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
सफाई की नहीं है कोई व्यवस्था
जमुनीपुर मंगरमू वनवासी बस्ती में सफाई को कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। बस्ती व आसपास गंदा पानी जमा होने से संक्रमक बीमारियों के फैलने की आशंका काफी बढ़ गई है। इसके साथ ही पंचायत स्तर से हैंडपंप के पानी की जांच और दवा छिड़काव भी नहीं कराया जाता है। सबसे बड़ी बात है गांव में सफाई कर्मी कभी नहीं दिखाई देते।
एक हैंडपंप के सहारे 125 परिवार
डायरिया प्रभावित बस्ती में करीब 125 वनवासियों का परिवार रहता है। इनके लिए महज एक हैंडपंप है। लोगों का कहना है कि हैंडपंप का पानी प्रदूषित है लेकिन कोई और विकल्प न होने से सभी इसी हैंडपंप से पानी पीने को मजबूर हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम में डॉ सूर्यभान पटेल, विनोद नायक, सद्दाम, मुन्नी देवी और आशादेवी ने बस्ती में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम रख रही नजरः डा अजय सिंह
चिकित्साधीक्षक डा अजय सिंह ने बदताया कि बस्ती के लोगों को क्लोरिन की गोली 20 लीटर पानी में डालकर पीने के साथ औआरएस व जिंक पीने के लिए दिया गया है। इसके साथ ही बस्ती व आसपास दवा का छिड़काव कराए जाने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम नजर रख रही है। स्थिति अब सामान्य है।
VIEW WHATSAAP CHANNEL
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन