Haryana Politics:हरियाणा युवा आयोग के चेयरमैन ने भाजपा छोड़ी, बोले- कुछ लोग 100 करोड़ देकर टिकट लाए

देवेंद्र कादियान सोशल मीडिया पर भाजपा छोड़ने का ऐलान करते हुए।

नरेन्द्र सहारण, गन्नौर : Haryana Politics: गन्नौर विधानसभा से भाजपा का टिकट न मिलने से नाराज देवेंद्र कादियान ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। सोमवार देर रात उन्हें टिकट न मिलने की सूचना मिली तो मंगलवार की सुबह उन्होंने फेसबुक पर लाइव आकर पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इस दौरान वह भावुक भी नजर आए। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू भी निकल आए। इसके बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने भाजपा को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 100 करोड रूपये में टिकट बेची है। उन्होंने त्रिपुरा के एक भाजपा नेता पर भी आरोप लगाए। कादियान ने कहा कि देवेंद्र कौशिक व उनके भाई रमेश कौशिक ने सोनीपत के लोकसभा प्रत्याशी व भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली का विरोध किया और इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें ही टिकट थमा दिया। शाम को उन्होंने अपने गांव बजाना कलां में सरपंचों के साथ पंचायत की। उन्होंने कहा कि वह 12 सितंबर को नई अनाज मंडी में कार्यकर्ताओं के साथ जनसभा करेंगे और उसके बाद अपना नामांकन भरेंगे।

देवेंद्र कादियान सोशल मीडिया पर भाजपा छोड़ने का ऐलान करते हुए। - Dainik Bhaskar
बोले- लोगों को करोड़ों में खरीदने की बात कर रहे

 

सोशल मीडिया पर लाइव आकर देवेंद्र कादियान ने कहा कि वे सबसे अपील करते हैं कि कृपया सच्चाई के साथ चलिए, कृपया वफादारी के साथ चलिए। कृपया इंसानियत के साथ चलिए। दिखा दीजिए कि असली टिकट गन्नौर के अंदर है। यह 100 करोड़ में खुद की टिकट लेकर आए हैं। वे आपको करोड़ों में खरीदने की बात कर रहे हैं, लेकिन मैंने कभी इस हलके में कोई आदमी बिकाऊ नहीं दिखा।

देखता हूं वह कैसे खरीदेगा। मेरी अपील है कि दो नंबर के पैसे लेने से मना मत करना, गठरी आएगी पैसों की रखवा लेना। मना मत करना। गौशालाएं हैं, मंदिर हैं। किसी भी अच्छी जगह ये पैसे लगा देना, लेकिन इनके 100 करोड़ निकालने हैं।’

युवा कांग्रेस से की थी राजनीति की शुरुआत

 

देवेंद्र कादियान मन्नत ग्रुप होटल्स के चेयरमैन हैं। उन्होंने राजनीति की शरुआत युवा कांग्रेस में की। वे राहुल गांधी के करीबी रहे हैं। युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। 2018 में भूपेंद्र हुड्‌डा से नाराजगी के बाद कांग्रेस छोड़ कर उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। 2019 में उन्होंने रथ यात्रा निकली थी। तब वे भाजपा से टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने टिकट निर्मल चौधरी को दे दी। इसके बाद कादियान बागी हो गए, तब मनोहर लाल खट्‌टर ने उन्हें मनाया था।

भाजपा में रुपयों से नहीं मिलता टिकट

इस पर भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र कौशिक ने कहा कि भाजपा में टिकट रुपये देकर नहीं खरीदी जा सकती। यह आरोप सरासर गलत हैं। टिकट का फैसला संगठन व राष्ट्रीय नेतृत्व का है। भाजपा ने उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है और वह पार्टी के फैसले का सम्मान करते हैं। जो कुछ कार्यकर्ता नाराज हुए हैं उन्हें मना लिया जाएगा। वह निश्चित तौर पर गन्नौर विधानसभा की सीट भाजपा की झोली में डालेंगे।

पार्टी का फैसला सर्वोपरी

गन्नौर विधायक निर्मल चौधरी ने टिकट न मिलने पर प्रतिक्रिया दी कि पार्टी का फैसला सर्वोपरी है। उन्होंने टिकट न मिलने की कोई नाराजगी नहीं है। वह भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र कौशिक की डट कर मदद करेंगी। टिकट खरीदने या बेचने के आरोपों में कोई दम नहीं है। यह फैसला शीर्ष नेतृत्व का है जिसे स्वीकार करना चाहिए।

 

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