Delhi News: शराब पीने से मना किया तो सोनीपत निवासी दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल पर कार चढ़ाकर मौत के घाट उतारा
नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज: Delhi News: बाहरी जिले के नांगलोई थाना इलाके में गाड़ी में शराब पी रहे आरोपितों ने सादे कपड़ों में गश्त कर रहे कांस्टेबल पर शनिवार देर रात रंजिशन वैगनआर कार चढ़ा दी। आरोपित कांस्टेबल संदीप को बाइक समेत करीब 10 मीटर तक घसीटते ले गए। आगे उनकी कार दूसरी खड़ी गाड़ी से टकराकर रुक गई। दोनों गाड़ियों के बीच में कुचले जाने से संदीप के सिर में गंभीर चोट लग गई, जिससे उनकी मौत हो गई।
घर जाने को कहा
संदीप मूल रूप से हरियाणा के सोनीपत के गोहाना स्थित मदीना आहुलाना के रहने वाले थे। वह मां, पत्नी व पांच वर्षीय बेटे के साथ रहते थे। आरोपी देर रात दो बजे गाड़ी में बैठकर शराब पी रहे थे। कांस्टेबल संदीप ने उन्हें वहां से घर जाने को कहा था। इसी बात पर आरोपियों ने उन पर गाड़ी चढ़ा दी। नांगलोई थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।
दोनों के बीच बहस होने लगी
कांस्टेबल संदीप शनिवार रात को इलाके में गश्त कर रहे थे। करीब दो बजे उन्होंने रेलवे की पार्किंग में धर्मेंद्र गुलिया नामक युवक को गाड़ी में अपने साथी रजनीश उर्फ सीटू के साथ शराब पीते हुए पकड़ा। संदीप ने उन्हें घर जाने को कहा तो वह मना करने लगा। इस बात पर दोनों के बीच बहस होने लगी। संदीप ने उनके घर पर बताकर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कहते हुए डांटा और मौके से खदेड़ दिया। इसको लेकर धर्मेंद्र को गुस्सा आ गया। गाड़ी में बैठे आरोपी आगे जाने लगे और पीछे से बाइक पर कांस्टेबल जाने लगे। जब आरोपित पार्किंग से निकलकर बाहर आए तो वीना एनक्लेव की गली के बाहर रुककर कांस्टेबल संदीप के आने का इंतजार करने लगे। यहां से कुछ दूरी पर ही आरोपितों का घर है। रात करीब 2:15 बजे गली के बाहर पहुंचकर धर्मेंद्र ने कार रोक दी।
उनके ऊपर गाड़ी चढ़ा दी
इसके ठीक 42 सेकंड बाद जब बाइक पर संदीप आए और आरोपियों के घर की ओर जाने लगे तो आरोपी ने उसके पीछे गाड़ी लगा दी और देखते ही देखते उनके ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। टक्कर लगते ही संदीप के हाथों से बाइक का हैंडल छूट गया और पैर हवा में उठ गया। वह बाइक पर गिर गए। आगे जाकर जब दूसरी गाड़ी से वैगनआर कार टक्कराती है तो वह दोनों गाड़ियों के बीच में कुचले जाते हैं। आरोपित मौके से फरार हो गए व आसपास के लोगों की मदद से घायल संदीप को पास से अस्पताल में ले जाया गया। हालत ज्यादा खराब होने की वजह से उन्हें पश्चिम विहार के श्री बाला जी अस्पताल भेज दिया गया, जहां पर डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है।
सारी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 30 वर्षीय कांस्टेबल संदीप 2018 बैच के थे। वह मां, पत्नी और पांच वर्षीय बेटे के साथ रहते थे। उन्होंने इसे रोडरेज का मामला बताते हुए कहा कि यह सारी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई है। जब आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई तो पता लगा कि कांस्टेबल संदीप वीना एनक्लेव की गली में बाईं तरफ मुड़ते हैं और कार चालक को कार धीमे करने का इशारा करते हैं। कार चालक ने अचानक से गाड़ी की रफ्तार बढ़ा दी और बाइक में टक्कर मार दी। इसके बाद वह कांस्टेबल को बाइक समेत करीब 10 मीटर तक घसीटते हुए ले गया। जहां उसकी कार दूसरी कार से टकरा गई।इस दौरान उनके सिर में चोट लगी व उनकी मौत हो गई। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आरोपितों को पकड़ने का प्रयास कर रही है।
कई बार टोक चुके थे, लेकिन मानता नहीं था आरोपी
सूत्रों के अनुसार, धर्मेंद्र रेलवे पार्किंग में हर रोज साथियों के साथ बैठकर शराब पीता था।कांस्टेबल संदीप ने आरोपी को पहले भी कई बार यहां पर शराब न पीने को लेकर समझाया था, लेकिन धर्मेंद्र अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था। जब भी संदीप उसको शराब पीते पकड़ता तो आरोपित बहस करने लग जाता था। इस बात को लेकर धर्मेंद्र रंजिश रखे हुए था। पुलिस को कार से शराब की बोतल, खाली गिलास व चखना मिला है।
बाहरी जिला पुलिस के उपायुक्त जिम्मी चिरम ने कहा कि मामले में आरोपितों की तलाश के लिए पुलिस टीमें गठित की गई हैं। आरोपित जिस कार में सवार थे, उसे जब्त कर लिया गया है। आरोपित जहां भी होंगे, पुलिस उन्हें पकड़ ही लेगी।
पिता बोले हमारा तो सब कुछ चला गया
गोहाना : दिल्ली में कांस्टेबल संदीप की मौत की खबर जब उनके गांव मदीना में पहुंची तो मातम पसर गया। इकलौते बेटे की मौत की जानकारी शुरुआत में उनके माता व पिता और उनकी पत्नी को नहीं दी गई। जब गांव के लोग धीरे-धीरे उनके घर के बाहर पहुंचने लगे तो पिता समझ गए कि कुछ अनहोनी हुई है।
दोपहर बाद जब कांस्टेबल का तिरंगे में लिपटा शव गांव पहुंचा तो स्वजन को उनकी मौत के बारे में पता चला। पिता जवान बेटे का शव तिरंगे में लिपटा देख बिलख पड़े और बोले हमारा तो सब कुछ चला गया। मां, पत्नी और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। दिल्ली पुलिस ने सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार करवाया।
गांव मदीना के रमेश पहले खेती करते थे। बीमारी के चलते उन्होंने कई साल पहले खेती छोड़ दी थी। उनका इकलौता बेटा संदीप 2018 में दिल्ली पुलिस में नियुक्त हुआ था। उनकी शादी लगभग छह साल पहले जीनू के साथ हुई थी और उनका साढ़े चार साल का बेटा यक्षित है। संदीप अपने परिवार का इकलौता सहारा था। संदीप की दो बहने हैं जिनमें से एक रेनू की शादी की जा चुकी है जबकि छोटी बेटी मीनू अविवाहित है। वह अकसर कहता था कि अपनी छोटी बहन की शादी धूमधाम से करेगा।
तीन दिन पहले छुट्टी पूरी करके वह वापस ड्यूटी पर गया था। परिवार में सब खुश थे। कांस्टेबल संदीप शनिवार रात को दिल्ली में नांगलोई पुलिस स्टेशन के क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात थे। लापरवाही से वैगनआर चलाते देखकर उन्होंने चालक की तरफ गाड़ी को धीमा करने का इशारा किया। चालक ने वैगनआर की गति को बढ़ा कर उनकी बाइक को टक्कर मारी और उन्हें बाइक के साथ घसीटते हुए दूर तक ले गया। संदीप की मौत हो गई।
दिल्ली पुलिस ने गांव में इस बारे में सूचना दी। ग्रामीणों ने उनके पिता रमेश व अन्य स्वजन को उनका शव गांव पहुंचने तक घटना के बारे मेें नहीं बताया। रविवार दोपहर बाद लगभग साढ़े चार बजे जब पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी तिरंगे में लिपटे संदीप के शव को लेकर गांव पहुंचे तो मातम पसर गया। ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें अपने लाडले के बलिदान पर गर्व है। दूसरी तरफ पिता रमेश व मां अनीता ने कहा कि उनका तो सब कुछ ही छीन गया। संदीप का अपनी बहन की शादी धूमधाम से करने का सपना अधूरा रह गया।
अंधेरा होते ही शुरू हो जाता है कार पर ‘बार’
दिल्ली: नांगलोई इलाके में कांस्टेबल पर गाड़ी चढ़ाकर उनकी हत्या करने वाले आरोपित शराब के आदी हैं। उनका हर रोज का काम यही होता है कि वह कार में बैठकर ही शराब का सेवन करते हैं। यह हाल सिर्फ नांगलोई का नहीं है, शहर से लेकर हरियाणा से सटे गांवों तक में यही आलम देखने को मिलता है। जैसे ही सूरज छिपने लगता है तो दुकानों के बाहर, रेहड़ियों के सामने, सड़कों के किनारे, सुनसान जगहों पर कार पर ‘बार’ लगा नजर आता है।
कार के डैशबार्ड या बोनट, डिक्की पर चखना व शराब रखकर लोग खुलेआम जाम से जाम टकराते नजर आते हैं। यह सिलसिला अंधेरा होने से लेकर देर रात तक जारी रहता है। इससे शाम के समय टहलने जाने वाली महिलाओं व युवतियों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। शराब पीने के बाद वह कारों में सवार होकर रातभर घूमते हैं। नशे में धुत होकर वह कभी कहीं पर पेशाब करने लगते हैं तो कहीं पर बोतल फोड़ देते हैं। किसी के साथ झगड़ा करते हैं तो किसी बेकसूर को टक्कर मारकर उसे जान तक से मार देते हैं। तेज रफ्तार का यह कहर हर रोज दिल्ली के किसी न किसी इलाके में देखने को मिलता है।
कार पर और कार में बार
बाहरी जिले की बात की जाए तो नांगलोई के साथ-साथ सुल्तानपुरी, मंगोलपुरी, मुंडका, निहाल विहार, पश्चिम विहार, रणहौला आदि इलाकों में भी इसी तरह कार पर और कार में बार चलता है। सुल्तानपुरी, मंगोलपुरी आदि इलाकों में नॉन वेज की रेहड़ियों के पास गाड़ियां खड़ी करके इसी तरह से शराब का सेवन किया जाता है। संजय गांधी अस्पताल के बाहर भी रात को शराब के तलबगार कारों में बैठकर शराब पीते नजर आते हैं।
शराब के ठेके बंद हो जाने के बाद अवैध शराब बेचने वालों से शराब लेकर आते हैं और फिर शराब पीकर हुड़दंग करते हैं। इन इलाकों में कई बार ये भी देखने को मिला है कि शराब के नशे में दर्जनों नाबालिग व युवक गलियों में बाइकों को तोड़ देते हैं। गलियों में खड़े होकर हथियार लहराते हैं। पश्चिमी जिले के हरिनगर, इंद्रपुरी, जनकपुरी, ख्याला, कीर्ति नगर, मायापुरी, मोती नगर, नारायणा, पंजाबी बाग, राजौरी गार्डन, तिलक नगर व विकासपुरी में अलग-अलग जगह यही आलम देखने को मिलता है।
गाड़ियों को पार्क करके शराब का सेवन
वहीं द्वारका जिले के बाबा हरिदास नगर, बिंदापुर, छावला, डाबरी, द्वारका, जाफरपुर कलां, मोहन गार्डन नजफगढ़ उत्तम नगर इलाके में दुकानों के बाहर सड़कों के किनारे गाड़ियों को पार्क करके लोग उनमें शराब का सेवन करते दिखाई देते हैं। इसके बाद कभी विकासपुरी फ्लाईओवर तो कभी यूईआर दो पर गाड़ियां तेज रफ्तार में भगाते हैं। जब कोई मामला इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो जाता है तो पुलिस उन पर कार्रवाई भी करती है। कई मामले ऐसे सामने आ चुके हैं, जिनमें लोग अपनी जान इन शराब के नशे में हुड़दंग मचाने वालों की वजह से गंवा चुके हैं।
तेज रफ्तार का कहर
रोहिणी जिले के कंझावला, रोहिणी, अमन विहार, बेगमपुर, केएन काटजू मार्ग, प्रशांत विहार, बुध विहार आदि थाना क्षेत्रों में भी यही हाल है। यहां पर डीडीए मार्केट के अंदर, सड़कों किनारे महफिल सजी रहती हैं। शराब की दुकानों के बंद हो जाने के बाद यह डांस बार में जाते हैं और फिर सड़कों पर तेज रफ्तार का कहर देखने को मिलता है।
गलियों में पैर रखने की जगह नहीं
बवाना, नरेला, अलीपुर, स्वरूप नगर, शाहबाद डेरी, नरेला औद्योगिक नगरी, जहांगीरपुरी, अशोक विहार जैसे इलाकों में तो रोज शराब पीकर गाड़ी चालक किसी न किसी से झगड़ा करते ही हैं। यहां पर शाम को गलियों में पैर रखने की जगह नहीं होती हैं और इस दौरान यहां पर तेज रफ्तार वाहन चालकों की चपेट में रोज कोई न कोई आता है।
कब-कब क्या हुआ
8 नवंबर 2023 को बुलेट की टक्कर से बाइक सवार कांस्टेबल घायल हो गए थे।
22 अक्टूबर 2023 को बाबा हरिदास नगर थाना इलाके में ट्रक की टक्कर से सिविल डिफेंस वालंटियर की मौत हो गई थी।
18 सितंबर 2023 को पांडव नगर इलाके में महिंद्रा बोलेरो की टक्कर से हुई थी एसआइ की मौत
30 जुलाई 2023 को पंजाबी बाग थाना इलाके में ट्रक की टक्कर से इंस्पेक्टर की हुई थी मौत।
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन