Kaithal Accident: जिम्मेदार बेपरवाह न होते तो बच सकती थी आठ जान, पहले भी हो चुके यहां कई हादसे

नरेन्द्र सहारण, कैथलः Kaithal News: हरियाणा के कैथल जिले के गांव मूंदड़ी में हुए दर्दनाक हादसे में सिंचाई विभाग की लापरवाही सामने आई है, जहां एक ही परिवार के आठ सदस्यों की मौत हो गई। हादसा सिरसा ब्रांच नहर के पास स्थित तीव्र मोड़ पर हुआ, जो पहले भी कई जानलेवा दुर्घटनाओं का कारण बन चुका है। इस जगह पर पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम न होने के कारण दुर्घटनाएं लगातार हो रही हैं, बावजूद इसके संबंधित विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। यदि यहां रिटर्निंग वॉल और ग्रिल लगाई गई होती, तो हादसों को टाला जा सकता था और इन मासूम जिंदगियों को बचाया जा सकता था।

सुरक्षा की कमी

 

यहां पर नहर की सुरक्षा के लिए न तो रिटर्निंग वॉल बनाई गई है और न ही क्रैश बैरियर लगाए गए हैं। इसी तरह की लापरवाही के कारण पिछले साल 26 सितंबर 2023 को भी इसी नहर में एक कार गिर गई थी, जिसमें 32 वर्षीय एक युवक की जान चली गई थी। तब भी पार्षदों और जिला परिषद के सदस्यों ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। नहर के किनारे बनी सड़कों पर भी सुरक्षा मानकों की कमी है, जैसे कि रिफ्लेक्टर और संकेतक न होने के कारण तीव्र मोड़ दिखाई नहीं देते और वाहन चालकों के लिए यह स्थान बेहद खतरनाक हो जाता है।

हादसा जिसने दिल दहला दिया

 

हाल ही में हुए हादसे में एक परिवार की आठ जिंदगियां काल का ग्रास बन गईं। मृतकों में 60 वर्षीय चमेली देवी, उसकी दो पुत्रवधुएं और चार मासूम पोतियां शामिल हैं। गांव के लोग और पुलिस प्रशासन ने तुरंत नहर में कूदकर बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इस हादसे से गांव में मातम का माहौल है, और मृतकों के परिवार को गहरा सदमा लगा है। चमेली देवी का बड़ा बेटा प्रवीन विदेश में है और उसके 12 वर्षीय बेटे की भी किस्मत से जान बच गई, क्योंकि वह घटना के एक दिन पहले अपने चाचा के साथ गांव में एक धार्मिक सेवा के लिए चला गया था।

प्रशासन की नींद अब टूटी

 

इस दर्दनाक हादसे के बाद प्रशासन ने नहर पर सुरक्षा बढ़ाने का आश्वासन दिया है। लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधीक्षक अभियंता जसवीर सिंह ने कहा है कि वे तीव्र मोड़ पर क्रैश बैरियर और संकेतक बोर्ड लगाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पुल के पास स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं, लेकिन फिर भी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए और अधिक सुरक्षा उपाय किए जाएंगे।

भविष्य की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम

 

हादसे के बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्यों प्रशासन पहले से सुरक्षा उपायों को नहीं लागू करता? यदि पहले से ही नहर के किनारों पर रिटर्निंग वॉल और क्रैश बैरियर लगाए गए होते, तो ये दुर्घटनाएं टल सकती थीं। इस तरह के हादसे केवल विभागीय लापरवाही का परिणाम हैं, और अब प्रशासन को भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।

मृतकों की सूची

इस हृदयविदारक हादसे में जिनकी मौत हुई, उनमें शामिल हैं:

60 वर्षीय चमेली देवी
40 वर्षीय पुत्रवधु दर्शना
30 वर्षीय पुत्रवधु सुखविंद्र उर्फ तीजो
5 वर्षीय पोती वंदना
8 वर्षीय पोती रिया
12 वर्षीय पोती काजल
14 वर्षीय पोती कोमल
18 वर्षीय पोती फिजा
अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस दर्दनाक हादसे से सबक लेकर भविष्य में नहरों के पास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करेगा, या फिर इस तरह के हादसे होते रहेंगे?

 

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