Haryana Pollution: हरियाणा के 11 जिलों में 12वीं तक स्कूल बंद, प्रदूषण बढ़ने पर 2 जगह वर्क फ्रॉम होम की एडवाइजरी

नरेन्‍द्र सहारण, चंडीगढ । Haryana Pollution: हरियाणा में प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। राज्य के सभी डिप्टी कमिश्नरों को सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा 12 तक छुट्टी करने के अधिकार दिए गए हैं। सरकार का निर्देश है कि वायु गुणवत्ता की स्थिति को तत्काल आंका जाए और उचित कदम उठाए जाएं। इन निर्देशों के चलते हरियाणा के 11 जिलों में कक्षा 12 तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इनमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह, झज्जर, रोहतक, रेवाड़ी, भिवानी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, पानीपत और सोनीपत शामिल हैं। इसके अलावा, जींद जिले में कक्षा 5 तक के स्कूल पहले ही बंद किए जा चुके हैं।

आदेश का उल्लंघन

 

जींद के जुलाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल ने इन आदेशों का उल्लंघन किया है। आदेश के बावजूद, स्कूल में कक्षा 5 तक की पढ़ाई जारी पाई गई। जुलाना के खंड शिक्षा अधिकारी प्रदीप दहिया ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि यदि कोई स्कूल इन आदेशों का पालन नहीं करता है, तो संबंधित स्कूल संचालक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। प्रदूषण के गंभीर खतरे को देखते हुए प्रशासन इस मामले में किसी भी प्रकार की ढिलाई बरदाश्त करने के मूड में नहीं है।

वर्क फ्रॉम होम की अपील

 

प्रदूषण से बढ़ती परेशानी को देखते हुए गुरुग्राम और फरीदाबाद के प्रशासन ने निजी संस्थानों और कॉर्पोरेट ऑफिसों से वर्क फ्रॉम होम अपनाने की अपील की है। गुरुग्राम के डिप्टी कमिश्नर अजय कुमार ने बताया कि जिले में स्थित सभी निजी संस्थानों और कॉर्पोरेट कार्यालयों को सलाह दी गई है कि वे अपने कर्मचारियों को 20 नवंबर से अगले आदेश तक घर से काम करने का निर्देश दें। यह कदम ग्रैप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करने और क्षेत्र की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए उठाया गया है। वर्क फ्रॉम होम से वाहनों की आवाजाही में कमी आएगी, जिससे प्रदूषण में सुधार की उम्मीद है।

गुरुग्राम के AQI में सुधार

 

हरियाणा के कई शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में मामूली सुधार देखने को मिला है। मंगलवार को सुबह 7 बजे गुरुग्राम का AQI 436 दर्ज किया गया। हालांकि, पूरे दिन स्मॉग छाया रहा और प्रदूषण से राहत नहीं मिली। हिसार का AQI 293, जींद का 289, घरौंदा का 236, फतेहाबाद का 231, गुरुग्राम का दिन में 214, नारनौल का 206 और बहादुरगढ़ का 200 रहा। दिलचस्प बात यह है कि गुरुग्राम का AQI सोमवार को 576 था, जो अब घटकर 214 पर आ गया है। यह सुधार सरकार द्वारा ग्रैप-4 की सख्त पाबंदियों के प्रभावी लागू होने के कारण संभव हो पाया है।

दिल्ली-NCR में GRAP-4 लागू

 

दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए ग्रैप का चौथा चरण (GRAP-4) लागू कर दिया गया है। हरियाणा के दिल्ली-NCR में आने वाले 14 जिलों- फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जींद और करनाल में सोमवार, 18 नवंबर से यह पाबंदियां लागू हो गई हैं। इसके तहत सभी प्रकार के निर्माण कार्य बंद कर दिए गए हैं। कार्यालयों में 50% स्टाफ की कटौती करने के भी आदेश दिए गए हैं।

आर्थिक गतिविधियों पर असर

ग्रैप-4 के लागू होने से हरियाणा में परिवहन और उद्योगों पर भी असर पड़ रहा है। निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध के कारण विकास योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं। दिल्ली में डीजल वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने के फैसले से हरियाणा से दिल्ली आने-जाने वाले मालवाहकों पर भी असर पड़ने की संभावना है। इससे आवश्यक वस्तुओं जैसे फल-सब्जी और दूध की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है।

हरियाणा में गिरता तापमान

प्रदूषण के साथ-साथ ठंड भी अपना असर दिखा रही है। हरियाणा में पहली बार सर्दी के इस सीजन में रात का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। हिसार में रात के तापमान में 4.1 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, जो सामान्य से 3 डिग्री कम, 9.1 डिग्री सेल्सियस रहा। दिनभर बादल छाए रहने और धुंध के कारण लोगों को ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ा।

प्रदूषण की चुनौती के बीच सख्त कदम उठाना जरूरी है, ताकि लोगों की सेहत को बचाया जा सके। सरकार और प्रशासन मिलकर इस संकट का सामना कर रहे हैं, परंतु स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए नागरिकों का सहयोग भी अहम होगा।

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