महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की ऐतिहासिक जीत, महाविकास अघाड़ी का चौतरफा ग्राफ गिरा

मुंबई, बीएनएम न्यूज। Maharashtra Election Results 2024: महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को हुए मतदान के बाद नतीजों ने राज्य की राजनीति में एक बार फिर बड़ा बदलाव ला दिया है। भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति (भाजपा, शिवसेना-शिंदे गुट और एनसीपी-अजित पवार गुट) ने भारी बहुमत से जीत दर्ज की है। इस गठबंधन ने 237 जीत दर्ज की है। वहीं, विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए), जिसमें कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार गुट) और शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) शामिल हैं, 50 से कम सीटों पर ही सिमट गई है।
मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है। देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे ने कहा है कि तीनों पार्टियां मिलकर अगला मुख्यमंत्री तय करेंगी। इससे पहले फडणवीस ने सोशल मीडिया पर लिखा था, “एक हैं तो सेफ हैं।”
चुनाव परिणामों का विश्लेषण
राज्य की कुल 288 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने 126 सीटों पर जीत दर्ज की है, जो सबसे ज्यादा है। शिवसेना (शिंदे गुट) को 54 सीटें और अजित पवार की एनसीपी को 38 सीटें मिली हैं। इस तरह महायुति को कुल 237 सीटें हासिल हुईं, जो बहुमत के लिए आवश्यक 145 सीटों से काफी अधिक है। दूसरी ओर, महाविकास अघाड़ी को केवल 54 सीटें मिली हैं, जिनमें कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार गुट) को क्रमशः 15 और 13 सीटें तथा उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना को 26 सीटें मिलीं।
क्षेत्रवार परिणामों का विश्लेषण
उत्तर महाराष्ट्र
उत्तर महाराष्ट्र की 47 सीटों में भाजपा ने अपनी स्थिति मजबूत करते हुए 19 सीटें जीती हैं, जो 2019 में 16 थीं। शरद पवार की एनसीपी को यहां सिर्फ 1 सीट मिली, जबकि पिछली बार उन्हें 13 सीटें हासिल हुई थीं। अजित पवार गुट ने 11 सीटों पर जीत दर्ज की। कांग्रेस को 3 सीटें मिलीं, जो 2019 में 7 थीं। शिवसेना (उद्धव गुट) इस बार पूरी तरह से गायब रही। एकनाथ शिंदे गुट ने 9 सीटें और अन्य ने 5 सीटें जीतीं।
कोकण और मुंबई क्षेत्र
कोंकण और मुंबई क्षेत्र की 75 सीटों में भाजपा ने 32 सीटों पर कब्जा किया, जो 2019 के मुकाबले 5 सीटें ज्यादा हैं। शिवसेना (उद्धव गुट) को केवल 9 सीटें मिलीं, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 29 था। एकनाथ शिंदे गुट ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 23 सीटें जीतीं। एनसीपी और कांग्रेस को सिर्फ 2-2 सीटें मिलीं, जो पिछले चुनाव में 6 और 4 थीं। अन्य ने 4 सीटें जीतीं।
विदर्भ
विदर्भ क्षेत्र की 62 सीटों में भाजपा ने अपनी पकड़ मजबूत की और 34 सीटों पर जीत दर्ज की, जो 2019 में 29 थीं। कांग्रेस को 11 सीटें मिलीं, जो 2019 में 15 थीं। एनसीपी (शरद पवार गुट) को केवल 1 सीट मिली, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 6 था। उद्धव ठाकरे गुट ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की। शिंदे गुट ने 5 सीटें जीतीं।
मराठवाड़ा
मराठवाड़ा की 46 सीटों में भाजपा ने 15 सीटों पर कब्जा किया। शिवसेना (उद्धव गुट) को 4 सीटें मिलीं, जो 2019 में 12 थीं। एकनाथ शिंदे गुट ने 12 सीटें जीतीं। कांग्रेस केवल 2 सीटों पर सिमट गई, जबकि 2019 में उसे 8 सीटें मिली थीं। अन्य को 2 सीटें मिलीं।
पश्चिमी महाराष्ट्र
पश्चिमी महाराष्ट्र में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 24 सीटें जीतीं, जो 2019 में 17 थीं। शरद पवार की एनसीपी को इस क्षेत्र में केवल 5 सीटें मिलीं, जबकि 2019 में उन्होंने 21 सीटें जीती थीं। अजित पवार गुट को 12 सीटें मिलीं। कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और उसे सिर्फ 1 सीट पर जीत मिली, जो 2019 में 10 थी।
वोटिंग प्रतिशत और प्रमुख बदलाव
इस बार चुनाव में 65.11% वोटिंग हुई, जो 2019 के 61.4% के मुकाबले 4% अधिक है। यह भाजपा और महायुति के पक्ष में गया। 2019 में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को 161 सीटें मिली थीं, लेकिन सरकार बनने के बाद शिवसेना (उद्धव गुट) ने गठबंधन तोड़ दिया और महाविकास अघाड़ी सरकार बनाई थी। इस बार शिवसेना (शिंदे गुट) के साथ आने और एनसीपी (अजित पवार गुट) के समर्थन से महायुति ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव महायुति के लिए ऐतिहासिक जीत साबित हुआ है। भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) ने मिलकर राज्य की राजनीति में मजबूत पकड़ बनाई है। दूसरी ओर, महाविकास अघाड़ी का ग्राफ गिरता नजर आ रहा है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि महायुति में मुख्यमंत्री कौन बनेगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति किस दिशा में जाती है।