Kaithal News: कैथल में चलती स्कॉर्पियो में लगी आग, चालक ने नीचे कूदकर बचाई जान

नरेन्द्र सहारण , कैथल : Kaithal News: शहर के रेलवे गेट पर रविवार रात एक दिल दहलाने वाली घटना घटी। रात करीब साढ़े दस बजे एक चलती महिंद्रा स्कॉर्पियो में अचानक आग लग गई। कुछ ही मिनटों में आग इतनी तेजी से फैली कि पूरी गाड़ी लपटों में घिर गई। गनीमत यह रही कि गाड़ी के चालक ने समय रहते सतर्कता दिखाई और गाड़ी से कूदकर अपनी जान बचा ली।
एसी वेंट से निकलने लगा धुआं
इस हादसे के बारे में चालक बलविंदर सिंह ने बताया कि वह एक शादी समारोह से लौट रहे थे। रात करीब 12 बजे जब वह अपनी 2017 मॉडल स्कॉर्पियो गाड़ी से रेलवे गेट के पास से गुजर रहे थे, तभी उन्हें गाड़ी के एसी वेंट से धुआं निकलता हुआ नजर आया। पहले तो उन्होंने इसे मामूली तकनीकी खराबी समझा, लेकिन जैसे ही धुआं तेज होने लगा, उन्हें अंदेशा हुआ कि गाड़ी में आग लग गई है।
बलविंदर ने तुरंत गाड़ी को रोका और बिना समय गंवाए बाहर कूद गए। उनकी इस सतर्कता के कारण उनकी जान बच गई। कुछ ही देर में धुआं आग में बदल गया और पूरी गाड़ी जलकर राख हो गई।
फायर ब्रिगेड को बुलाया गया
बलविंदर सिंह ने तुरंत फायर ब्रिगेड को फोन कर घटना की सूचना दी। हालांकि, जब तक दमकल विभाग की गाड़ी मौके पर पहुंची, तब तक स्कॉर्पियो पूरी तरह जल चुकी थी। आग इतनी भयानक थी कि आसपास के लोग भी डर के मारे पास जाने की हिम्मत नहीं कर पाए। गाड़ी से निकलने वाली लपटें और धुआं दूर से ही दिखाई दे रहा था।
गाड़ी की कीमत करीब 11 लाख रुपये
बलविंदर ने बताया कि जलने वाली गाड़ी महिंद्रा स्कॉर्पियो 2017 मॉडल थी, जिसकी बाजार में कीमत करीब 11 लाख रुपये है। यह गाड़ी उनकी निजी संपत्ति थी और इस हादसे से उन्हें भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि यह गाड़ी अच्छी स्थिति में थी और नियमित रूप से इसका रखरखाव किया जाता था। ऐसे में गाड़ी में आग लगने का कारण समझ पाना मुश्किल है।
संभावित कारण शॉर्ट सर्किट
दमकल विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस तरह की घटनाओं में आग लगने का सबसे आम कारण शॉर्ट सर्किट होता है। हालांकि, यह सुनिश्चित करने के लिए गाड़ी की जांच की जाएगी कि आग का असली कारण क्या था। बलविंदर ने भी इस बात की आशंका जताई कि गाड़ी के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में कोई खराबी हो सकती है।
हादसे से दहशत में स्थानीय लोग
इस घटना ने रेलवे गेट और आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को डरा दिया। रात के समय आग की तेज लपटें देखकर कई लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। गाड़ी के पास से गुजर रहे राहगीरों ने भी इसे बेहद खतरनाक स्थिति बताया। लोगों का कहना था कि अगर समय पर चालक ने गाड़ी नहीं छोड़ी होती, तो यह हादसा और गंभीर हो सकता था।
सुरक्षा के लिए जरूरी कदम
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि गाड़ियों की समय-समय पर जांच और रखरखाव कितना जरूरी है। विशेषज्ञों का कहना है कि गाड़ी में आग लगने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे शॉर्ट सर्किट, इंजन की अत्यधिक गर्मी, ईंधन लीक, या अन्य तकनीकी खराबी।
गाड़ी मालिकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी गाड़ियों की नियमित सर्विस कराएं और खासकर एसी और इलेक्ट्रिकल सिस्टम की जांच करवाएं। इसके अलावा, गाड़ियों में फायर एक्सटिंग्विशर रखना भी एक अच्छा कदम हो सकता है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में आग को शुरुआती चरण में ही नियंत्रित किया जा सके।
बलविंदर सिंह का अनुभव
बलविंदर सिंह ने इस घटना के बाद अपनी गाड़ी के रखरखाव को लेकर अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि यह उनकी पहली गाड़ी थी और इसके साथ उनकी कई यादें जुड़ी हुई थीं। उन्होंने आग बुझाने के लिए दमकल विभाग के प्रयासों की सराहना की, लेकिन यह भी कहा कि अगर दमकल की गाड़ी थोड़ी जल्दी पहुंचती, तो शायद नुकसान को कम किया जा सकता था।
निष्कर्ष
रविवार रात रेलवे गेट पर हुआ यह हादसा स्थानीय लोगों और वाहन मालिकों के लिए एक बड़ी चेतावनी है। इस घटना ने गाड़ियों की सुरक्षा और नियमित जांच की आवश्यकता पर जोर दिया है। बलविंदर सिंह की सतर्कता और सही समय पर निर्णय ने उनकी जान बचा ली, लेकिन यह घटना गाड़ियों के मालिकों को अपने वाहनों की बेहतर देखभाल के लिए प्रेरित करने का काम करेगी।