कैथल में सुसाइड से पहले आया किसान का VIDEO, रुपयों का था विवाद
नरेन्द्र सहारण, गुहला-चीका/कैथल। Kaithal News: गुहला उपमंडल के गांव मलिकपुर के किसान तरसेम सिंह की आत्महत्या का मामला चर्चा का विषय बन गया है। सोमवार शाम को जहर खाकर जान देने वाले तरसेम सिंह ने अनाज मंडी के एक आढ़ती के साथ रुपये के लेनदेन से जुड़े विवाद को अपनी मौत का कारण बताया।
तरसेम सिंह की पत्नी लखविंद्र कौर ने बताया कि आढ़ती महेंद्र ने तरसेम पर झूठे आरोप लगाकर आठ लाख रुपये की मांग की और इस वजह से उनकी बदनामी हुई। तरसेम ने अपनी मौत से पहले एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिसमें उन्होंने आढ़ती पर गंभीर आरोप लगाए। तरसेम ने दावा किया कि आढ़ती ने उनके खाते से दो बार में बड़ी रकम निकाली और उनके साथ धोखाधड़ी की। इसके अलावा, उन्होंने इस सीजन में दो ट्राली धान भी आढ़ती को दी थी, लेकिन आढ़ती ने उन्हें लगातार मानसिक प्रताड़ना दी।
तरसेम ने वीडियो में एक अन्य व्यक्ति का भी जिक्र किया, जो आढ़ती का सहयोगी बताया गया। उन्होंने उस व्यक्ति को धमकी देते हुए कहा कि वह उसका घर नहीं बसने देंगे। वीडियो में उन्होंने अपनी मौत का जिम्मेदार चीका मंडी के आढ़ती महेंद्र को ठहराया।
ग्रामीणों में आक्रोश
परिवार को जैसे ही तरसेम के जहर खाने की सूचना मिली, वे उसे पटियाला के एक निजी अस्पताल ले गए। वहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। लखविंद्र कौर की शिकायत पर पुलिस ने महेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। हालांकि, आरोपी की गिरफ्तारी में देरी से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया।
मंगलवार सुबह गुस्साए ग्रामीणों ने तरसेम के शव को रामनगर समाना रोड पर रखकर जाम लगा दिया और प्रशासन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। सूचना मिलने पर डीएसपी कैथल सुशील कुमार और गुहला थाना प्रभारी रामपाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया। डीएसपी ने आश्वासन दिया कि आरोपी आढ़ती को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कई दौर की बातचीत के बाद ग्रामीणों ने जाम हटाने पर सहमति दी और तरसेम के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
तरसेम की आत्महत्या ने गांव और आसपास के इलाकों में हलचल मचा दी है। किसान समुदाय में आर्थिक तंगी और आढ़तियों के साथ लेनदेन से जुड़े विवादों को लेकर गहरी चिंता व्याप्त है।
आरोपी महेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज
गुहला थाना प्रभारी सुरेश कुमार ने कहा कि लखविंद्र कौर की शिकायत पर आरोपी महेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले की जांच जारी है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
तरसेम सिंह की मौत ने कृषि समाज में मौजूद वित्तीय और सामाजिक दबावों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। किसान समुदाय लंबे समय से आढ़तियों और बिचौलियों के साथ लेनदेन में पारदर्शिता की कमी और अनुचित दबाव की शिकायत करता रहा है। यह घटना एक बार फिर से इस समस्या को उजागर करती है और समाधान की मांग को बल देती है।
किस हद तक मानसिक तनाव
तरसेम के वीडियो ने यह भी दिखाया कि किसान किस हद तक मानसिक तनाव झेलते हैं। सरकार और प्रशासन को इस मामले से सबक लेते हुए किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। वित्तीय लेनदेन में पारदर्शिता, विवाद निपटान के लिए त्वरित न्याय और किसानों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना अत्यावश्यक है।
तरसेम सिंह की मौत न केवल एक परिवार के लिए दुखदाई है, बल्कि यह समाज के लिए एक चेतावनी है। प्रशासन और समाज को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों। किसानों को वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना आज के समय की जरूरत है।