Kaithal News: कैथल में नशा तस्कर गिरफ्तार: पुलिस बोली- बदमाश के पास नशीली गोलियां मिली, पॉलीथिन में थी छिपाई

नरेन्‍द्र सहारण, कैथल। Kaithal News: कैथल में एंटी नारकोटिक सैल ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से 150 प्रतिबंधित नशीली गोलियां बरामद हुईं। यह कार्रवाई एंटी नारकोटिक सेल के एसआई सिंहराज के नेतृत्व में की गई, जिसमें एसआई जोगिंद्र सिंह और उनकी टीम शामिल थी। पुलिस ने यह सफलता उस वक्त हासिल की जब वे गश्त पर थे और उन्हें गुप्त सूचना मिली कि एक संदिग्ध व्यक्ति, विक्रम गोस्वामी, जो पट्टी कौथ गदली का निवासी है, लंबे समय से नशीली दवाइयां बेचने का कारोबार कर रहा है।

रेड करने का निर्णय

 

यह सूचना पुलिस को मिली थी कि विक्रम गोस्वामी मानस रोड स्थित ड्रैन पुल के पास खड़ा है और वहां पर किसी ग्राहक को नशीली गोलियां बेचने वाला है। इसके बाद पुलिस ने योजना बनाई और उस स्थान पर रेड करने का निर्णय लिया। पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एक सटीक घेराबंदी की गई और विक्रम गोस्वामी को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस के मुताबिक, विक्रम गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद तलाशी की गई, जो कि एक कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई थी। तलाशी के दौरान विक्रम के पास से पॉलीथिन में लोराजेपम नामक नशीली गोलियों के 5 पत्तों में कुल 150 गोलियां बरामद हुईं। इन गोलियों को ड्रग कंट्रोल ऑफिसर ने प्रतिबंधित नशीली दवाइयों के रूप में पहचाना। आरोपी विक्रम गोस्वामी से पूछताछ की गई, लेकिन वह इन गोलियों को रखने के संबंध में पुलिस को कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सका, जिससे उसकी स्थिति और संदिग्ध हो गई।

आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई

 

तलाशी और पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। कैथल शहर थाना में विक्रम गोस्वामी के खिलाफ नशीली दवाइयां रखने और बेचने के आरोप में मामला दर्ज किया गया। एसआई सुभाष चंद्र ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार किया और पुलिस ने मामले की आगे की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने बताया कि विक्रम गोस्वामी से पूछताछ में यह जानकारी भी मिली कि वह इन प्रतिबंधित गोलियों को कथित रूप से ग्राहकों को बेचता था।

गिरफ्तारी के बाद आरोपी को अदालत में पेश करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि विक्रम को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा, जहां से आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी रहेगी। इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने यह साफ कर दिया है कि वे नशीली दवाइयों की तस्करी और बिक्री पर कड़ी निगरानी रखेंगे और किसी भी तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा।

कैथल जिले में यह घटना उस संदर्भ में महत्वपूर्ण है जब नशीली दवाइयों के कारोबार में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और इस पर रोक लगाने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। एंटी नारकोटिक सैल की इस कार्रवाई को स्थानीय समुदाय ने भी सराहा है, क्योंकि नशीली दवाइयां युवाओं के लिए एक बड़ी समस्या बन चुकी हैं।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए लगातार गश्त की जाएगी और गुप्त सूचनाओं पर काम किया जाएगा। एंटी नारकोटिक सैल ने पहले भी कई ऐसे मामलों में सफलता प्राप्त की है, जहां नशीली दवाइयां पकड़ी गईं और तस्कर गिरफ्तार हुए। इस मामले में भी पुलिस ने अपनी तत्परता और कड़ी कार्रवाई से एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।

विशेष रूप से, लोराजेपम जैसी दवाइयां मानसिक स्थिति को प्रभावित करने वाली होती हैं और इनका गलत तरीके से उपयोग करने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। यह दवाइयां आमतौर पर केवल डॉक्टर की सलाह पर ही दी जाती हैं, लेकिन जब इसका गैरकानूनी तरीके से वितरण किया जाता है, तो यह समाज के लिए खतरे का कारण बनता है। पुलिस इस बात को लेकर गंभीर है कि ऐसे तस्करों को हर हाल में गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि नशीली दवाइयों की तस्करी को लेकर पुलिस और प्रशासन गंभीर हैं और इस पर काबू पाने के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, इसके बावजूद नशीली दवाइयों का कारोबार अभी भी जारी है और ऐसे मामलों में सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता है। समाज के हर वर्ग को इस समस्या से लड़ने के लिए एकजुट होना होगा, ताकि नशीली दवाइयों के प्रभाव को कम किया जा सके और तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।

इस कार्रवाई को एक सकारात्मक संकेत माना जा सकता है, जो यह दर्शाता है कि प्रशासन नशीली दवाइयों की तस्करी के खिलाफ सख्त है और यह संदेश भी देता है कि पुलिस के लिए कोई भी अपराधी सुरक्षित नहीं है। आगे आने वाले दिनों में इस तरह की और भी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।

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