Kaithal Police: ग्रामीण भ्रमण कार्यक्रम के तहत एसपी राजेश कालिया ने गांव पीडल का किया भ्रमण, ग्रामीणों की सुनी समस्याएं

नरेन्‍द्र सहारण, कैथल! Kaithal Police: गांव भ्रमण मुहिम के तहत एसपी राजेश कालिया ने शनिवार को गांव पीडल का भ्रमण करके गांव के वृद्ध, महिला और अन्य गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात की। ग्रामीणों से मुलाकात कर गांव की सुरक्षा व पुलिस से संबंधित समस्याओं के बारे में पूछा और उनके त्वरित समाधान का आश्वासन दिया। राजेश कालिया ने नशे की समस्या को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नशा समाज को खोखला कर रहा है और यह हर व्यक्ति की जिम्मेदारी बनती है कि वह खुद नशे से दूर रहे और दूसरों को भी इससे बचने के लिए प्रेरित करें।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नशे से मुक्ति की यह मुहिम तभी सफल हो सकती है जब जनता और पुलिस मिलकर काम करें। उन्होंने कहा, “नशा न केवल समाज को कमजोर करता है, बल्कि युवाओं को अपराध की ओर भी धकेलता है। हम सब की यह जिम्मेदारी बनती है कि हम नशे के खिलाफ एकजुट होकर कदम उठाएं।”

उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे नशे के खिलाफ मुहिम में आगे बढ़कर हिस्सा लें और गांव में नशे की लत को खत्म करने के लिए समुदाय के बीच जागरूकता फैलाएं। एसपी ने यह भी कहा कि अगर किसी गांव में कोई व्यक्ति नशा करता है तो उसे पंचायत के माध्यम से समझाया जाए और यदि वह फिर भी नहीं सुधरता तो पुलिस को इसकी सूचना दी जाए।

नशे के दुष्परिणामों से जुड़ी जागरूकता

 

नशे के खिलाफ पुलिस की टीमों द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। डीएसपी कुलदीप बेनीवाल के नेतृत्व में गठित टीम – एसआई कर्मबीर सिंह, एएसआई ओमप्रकाश, एचसी सुनील कुमार, महिला सिपाही रीतु और होमगार्ड शमशेर सिंह – गांव-गांव जाकर नशे के दुष्परिणामों के बारे में लोगों को जागरूक कर रही है। यह टीम युवा पीढ़ी सहित आमजन को नशे से होने वाले नुकसान और इसके प्रभाव के बारे में अवगत कराती है।

एसपी राजेश कालिया ने कहा कि “हम नशे के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन नशे की समस्या को खत्म करने के लिए जन जागरूकता और जनता का सहयोग बेहद जरूरी है।” उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस नशे के तस्करों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई कर रही है, लेकिन नशे के खिलाफ मुहिम में सफलता जन सहयोग पर निर्भर करती है।

बच्चों और युवाओं को शिक्षा और खेलकूद को बढ़ावा दें

 

एसपी ने बच्चों और युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए शिक्षा और खेलकूद प्रतियोगिताओं के आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि गांवों में खेलकूद के आयोजनों से युवाओं को नशे से दूर रखा जा सकता है और उनका ध्यान सकारात्मक दिशा में लगाया जा सकता है। इसके साथ ही एसपी ने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों की दिनचर्या और गतिविधियों की निगरानी करें, ताकि किसी भी प्रकार की नशे की आदत को समय रहते रोका जा सके।

समाज के हर वर्ग का सहयोग जरूरी

 

राजेश कालिया ने कहा कि नशा संपूर्ण समाज के लिए एक बड़ी समस्या बन चुका है और इसे समाप्त करने के लिए समाज के हर वर्ग को मिलकर प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा, “नशा केवल एक व्यक्तिगत समस्या नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक समस्या है, जिसे केवल समाज के सहयोग से ही हल किया जा सकता है।”

उन्होंने आगे कहा कि “जो व्यक्ति नशा नहीं करता है, उसका फर्ज बनता है कि वह समाज में नशे को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन को गुप्त जानकारी प्रदान करे।” इस प्रकार, नशे के खिलाफ एक मजबूत नेटवर्क का निर्माण करना जरूरी है, जिसमें समाज का हर व्यक्ति सक्रिय रूप से शामिल हो।

पुलिस की प्राथमिकता: गांव में शांति और सुरक्षा

 

एसपी राजेश कालिया ने यह भी कहा कि पुलिस की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि गांव में शांति का माहौल बना रहे और लोग सुरक्षित महसूस करें। इसके लिए पुलिस विभिन्न कार्यक्रमों और अभियानों के माध्यम से गांवों में शांति बनाए रखने के लिए काम कर रही है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे किसी भी प्रकार की गुटबाजी से दूर रहें और अपने गांव में शांति बनाए रखें।

गांव में गुटबाजी की रोकथाम

 

एसपी ने गांव के लोगों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की गुटबाजी या आपसी संघर्ष से बचें और गांव में एकता बनाए रखें। उन्होंने कहा, “गुटबाजी से केवल गांव का माहौल बिगड़ता है और इससे हर व्यक्ति को नुकसान होता है।” उन्होंने पुलिस और प्रशासन से सहयोग करने की अपील की ताकि गांव में किसी प्रकार की अनचाही घटनाओं को रोका जा सके।

संयुक्त प्रयास ही सफलता की कुंजी

 

गांव पीडल में आयोजित इस कार्यक्रम के माध्यम से एसपी राजेश कालिया ने नशे के खिलाफ संघर्ष को और मजबूत करने के लिए पुलिस और जनता के बीच सहयोग की अहमियत को रेखांकित किया। उन्होंने नशे से मुक्त समाज की स्थापना के लिए सभी से मिलकर काम करने की अपील की और कहा कि इसके लिए हर एक व्यक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है।

इस कार्यक्रम में डीएसपी कुलदीप बेनीवाल, चीका एसएचओ एसआई सुरेश कुमार, एएनसी इंचार्ज एसआई सिंह राज, एसपी प्रवाचक एसआई तरसेम लाल, एसआई सतपाल, ओएएसआई प्रवेश, पीडल सरपंच और गांव के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।

यह कार्यक्रम इस बात का प्रतीक है कि जब पुलिस और जनता मिलकर काम करती है, तो किसी भी समस्या का समाधान संभव है। इस प्रकार के संवाद कार्यक्रमों से समाज में सुरक्षा, जागरूकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा मिलता है, जो किसी भी समाज के विकास के लिए आवश्यक है।

 

 

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