Parliament Attack: हनुमान बेनीवाल और मलूक नागर ने बताया कैसे हमला करने वाले को दबोचा और धुना
नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज।Parliament Attack: संसद भवन में बुधवार दोपहर दो अनजान शख्स लोकसभा के भीतर घुसे और नारेबाजी करते हुए धुआं बम छोड़ दिया। संसद में जिस वक्त वो प्रदर्शनकारी कूदे, तब वहां मौजूद सांसदों ने उन्हें दबोच लिया। इतना ही नहीं कुछ सांसदों ने उस प्रदर्शनकारी की जमकर धुनाई भी की। राजस्थान में नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल और मलूक नागर ने घटना के बारे में जानकारी दी। बेनीवाल ने बताया कि किस तरह उन्होंने और बाकी अन्य सांसदों ने धुआं बम छोड़ने वाले सांसद को पकड़ लिया था और उसे लोकसभा अध्यक्ष कुर्सी की ओर बढ़ने से रोक दिया। संसद के अंदर हुई इस घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया।
‘मैंने उसे पकड़ा तो वो चिल्लाने लगा’
घटना के बारे में हनुमान बेनीवाल ने बताया कि ‘लोकसभा में शून्यकाल चल रहा था। जो सांसद बोल रहे थे, उनके बाद मुझे ही बोलना था। ऐसे में मैं आगे बोलने के लिए बैठा था, लेकिन जैसे ही मैंने संसद में शोर सुना और पीछे मुड़ा तो देखा कि एक शख्स गैलरी से नीचे कूद गया है, जबकि दूसरा कूदने वाला था। उस जगह काफी कम सांसद बैठे थे, ऐसे में हमने उसे पकड़ लिया और बाद में वो चिल्लाने लगा। कहने लगा कि हम प्रदर्शन कर रहे हैं। आखिर इस दिन को प्रदर्शन के लिए क्यों चुना, जब संसद पर हमला हुआ था।’
संसद में इस तरह फैल गया था धुआं
सांसद ने बताया कि कई सांसदों ने मिलकर उसे पकड़ लिया। कुछ सांसदों ने तो उसकी पिटाई की, जिसके बाद वो रोने लगा। उसके बाद हमने उसे सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया। इस दौरान आरोपी रो रहा था। वह कह रहा था कि मैं सिर्फ प्रदर्शन करने आया हूं। सांसद ने इसी के साथ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। उन्होंने ये भी पूछा कि आखिर किन सांसदों की सिफारिश पर इस तरह के लोग संसद में घुस रहे हैं।
‘हमें लगा वो सांसदों को मारने आया है’
सांसद मलूक नागर ने भी बताया कि उस वक्त जब ये शख्स कूदा था, तब काफी डर का माहौल था। उस वक्त तो यही लग रहा था कि ये शख्स हमें मारने आया है। यही वजह थी कि हमने उसे तुरंत पकड़ा और हाथ-पैर बांधने की कोशिश की।
आपको बता दें कि संसद में अभी शीतकालीन सत्र चल रहा है। बुधवार दोपहर को जब लोकसभा की कार्यवाही चल रही थी. तब दो शख्स गैलरी के अंदर मौजूद थे और दोनों ही सांसदों वाली सीट पर आ गए थे। एक शख्स तो दौड़कर लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंच रहा था। यहां नारेबाजी करते हुए इन प्रदर्शनकारियों ने धुआं बम का इस्तेमाल किया। इन दो के अलावा दो प्रदर्शनकारी संसद के बाहर भी थे, जहां उन्होंने नारेबाजी की और धुआं बम का इस्तेमाल किया।