भारतीयों को अवैध तरीके से अमेरिका भेजने वाले ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ शिकंजा कसने में जुटी ईडी

नई दिल्ली, BNM News : ईडी भारतीयों को अवैध तरीके से अमेरिका भेजने वाले एजेंटों की जांच में जुट गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि ईडी कनाडाई कालेजों में फर्जी दाखिले के जरिये भारतीयों को अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने में मदद करने वाले भारत, कनाडा और अमेरिका में एजेंटों और मददगारों के जटिल नेटवर्क की जांच कर रही है।
ईडी अधिकारियों के अनुसार, 8,500 से अधिक मौद्रिक लेन-देन एजेंसी की जांच के दायरे में हैं और वह गुजरात पुलिस की अपराध शाखा की 2023 की प्राथमिकी का संज्ञान ले रही है। यह कार्रवाई धन शोधन रोधी कानून के तहत दर्ज मामले में की गई है। अधिकारियों ने बताया कि विदेश में धन भेजने में सहायता करने वाली कुछ अंतरराष्ट्रीय वित्तीय कंपनियां भी ईडी की जांच के दायरे में हैं। इस मामले में एजेंसी ने पिछले एक वर्ष के दौरान 35 जगह छापेमारी कर 92 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की।
अधिकारियों ने बताया कि इनमें से करीब 4,300 लेनदेन डुप्लिकेट थे या एक ही यूजर द्वारा किए गए थे। करीब 370 लोग इस अवैध आव्रजन प्रणाली का इस्तेमाल करके अमेरिका गए। ईडी ने पहले बताया था कि इस रैकेट के जरिये उन लोगों के लिए कनाडा के कालेजों और विश्वविद्यालयों में दाखिले की व्यवस्था कराई गई, जो अवैध रूप से अमेरिका जाना चाहते थे। इसके लिए प्रति व्यक्ति 55-60 लाख रुपये वसूले गए।
ईडी को जांच के दौरान दो संस्थाओं के बारे में पता चला, जिन्होंने कमीशन के आधार पर विदेशी विश्वविद्यालयों में भारतीयों के दाखिले को लेकर समझौता किया था। इनमें से एक मुंबई और दूसरी नागपुर की संस्था है। इनमें से एक संस्था द्वारा करीब 25 हजार और दूसरी संस्था द्वारा दस हजार से अधिक छात्रों को हर वर्ष भारत से बाहर के विभिन्न कालेजों के लिए भेजा जाता है। इनकी भूमिका की भी जांच चल रही है। बता दें कि बुधवार को 104 निर्वासित भारतीयों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान के अमृतसर में उतरने के बाद यह मुद्दा संसद और संसद के बाहर चर्चा का केंद्र बन गया है।