Kaithal News: कैथल में स्कूल बस हादसा: हांसी-बुटाना नहर में बस गिरी, नौ बच्चे और चालक घायल

नरेन्‍द्र सहारण, कैथल : Kaithal News:  कैथल जिले के नौच गांव में सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया, जब बच्चों को स्कूल ले जा रही एक बस 25 फीट गहरी हांसी-बुटाना नहर में गिर गई। इस हादसे में बस में सवार चालक और परिचालक सहित नौ बच्चे घायल हो गए। राहत की बात यह रही कि नहर में पानी नहीं था, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया और सभी की जान बच गई।

घटना का विवरण

 

घटना सोमवार सुबह की है, जब पिहोवा के गुरु नानक अकादमी की बस नौच गांव से बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी। बस हांसी-बुटाना लिंक नहर के पास बने कच्चे रास्ते से गुजर रही थी, तभी चालक मंगा सिंह (33) के अनुसार, बस के स्टेयरिंग में गड़बड़ी आ गई। स्टेयरिंग ने काम करना बंद कर दिया, जिससे बस अनियंत्रित हो गई और नहर में जा गिरी। नहर के किनारे कोई रेलिंग न होने के कारण बस सीधे सूखी नहर में जा गिरी।

हादसे की खबर मिलते ही क्योड़क चौकी पुलिस और डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। स्थानीय लोगों की मदद से बस में फंसे हुए सभी बच्चों और बस स्टाफ को बाहर निकाला गया। घायलों को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।

घायलों की स्थिति

 

इस हादसे में कुल नौ लोग घायल हुए, जिनमें शामिल हैं:

चालक: मंगा सिंह (33 वर्ष)
परिचालक: पलविंद्र (40 वर्ष)

हादसे में घायल छात्र जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है, हादसे की सूचना के बाद उसके परिजन भी अस्पताल में पहुंच गए।

बच्चे

मनप्रीत (11 वर्ष), कक्षा 5
हरकीरत सिंह (12 वर्ष), कक्षा 6
हरसिमरन (12 वर्ष), कक्षा 6
हरनूर (13 वर्ष), कक्षा 7
गुरनव (05 वर्ष), एलकेजी
शुभजीत (12 वर्ष), कक्षा 6
कीर्ति (09 वर्ष), कक्षा 3

हादसे में घायल हुए तीन बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद वापस घर भेज दिया गया। इनमें छठी कक्षा के शुभजीत, तीसरी कक्षा की कीर्ति और छठी कक्षा की छात्रा हरकीरत सिंह शामिल हैं। एलकेजी कक्षा के छात्र गुरनव को मुंह पर दो टांके आए हैं। बस चालक मंगा सिंह और अन्य चार बच्चों का कैथल शहर के शाह अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। घायल बच्चों का हाल जानने के लिए पेहवा के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रामराज कौशिक भी पहुंचे। वहीं, बस के ड्राइवर का कहना है कि सड़क पूरी तरह से टूटी हुई थी इस वजह से बस का संतुलन खराब हुआ।

अधिकारियों का बयान

 

घटना की सूचना मिलने पर कैथल के सादर थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच की और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। उन्होंने कहा कि हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है और बस की जांच की जाएगी।

कैथल की उपायुक्त (डीसी) प्रीति ने भी घटना स्थल और अस्पताल का दौरा किया और बच्चों का हालचाल जाना। उन्होंने बताया कि हादसे के कारणों का पता लगाया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्कूल बस की अकादमी के प्रधानाचार्य सूरत सिंह गुराया ने बताया कि सभी बच्चे ठीक हैं और घटना में जान का कोई नुकसान नहीं हुआ है। प्रबंधन की ओर से भी घटना के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

हादसे के कारण

 

प्राथमिक जांच में हादसे का कारण बस के स्टेयरिंग में आई खराबी बताया जा रहा है। चालक मंगा सिंह के अनुसार, स्टेयरिंग को घुमाने वाली गोली निकल गई थी, जिससे स्टेयरिंग ने काम करना बंद कर दिया। इसके अलावा, नहर के किनारे कोई रेलिंग न होने के कारण बस नहर में जा गिरी।

सुरक्षा पर सवाल

 

इस घटना ने स्कूल बसों और बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह सवाल उठ रहे हैं कि:

क्या स्कूल बसों का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाता है?
क्या स्कूल बसों में सुरक्षा मानकों का पालन किया जाता है?
क्या स्कूल बसों के चालकों को पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जाता है?
क्या सड़क किनारे सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित किया जाता है, जैसे कि रेलिंग?
यह जरूरी है कि परिवहन विभाग और स्कूल प्रबंधन इन सवालों पर ध्यान दें और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।

आगे की कार्रवाई

 

पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और हादसे के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। बस की तकनीकी जांच भी की जाएगी। इसके साथ ही, यह भी देखा जाएगा कि क्या स्कूल प्रबंधन ने सुरक्षा मानकों का पालन किया था या नहीं। यदि कोई लापरवाही पाई जाती है, तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

 

स्थानीय लोगों ने राहत और बचाव कार्य में पुलिस और प्रशासन की मदद की। उन्होंने घायलों को अस्पताल पहुंचाने में भी सहायता की। स्थानीय लोगों ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग की है।

बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल

 

कैथल में हुआ यह बस हादसा एक दुखद घटना है, जिसने बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह जरूरी है कि प्रशासन, स्कूल प्रबंधन और परिवहन विभाग मिलकर काम करें और यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए। इस घटना से सबक लेते हुए, हमें स्कूल बसों की सुरक्षा, सड़क सुरक्षा और बच्चों की सुरक्षा के लिए एक मजबूत और व्यापक रणनीति बनाने की आवश्यकता है।

 

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