Rekha Gupta: भिवानी के बौंद गांव की बहू और जींद की बेटी हैं रेखा गुप्ता, जानें उनके बारे में

नरेन्‍द्र सहारण, भिवानी : दिल्ली की राजनीतिक पृष्ठभूमि में एक नया अध्याय शुरू हो चुका है, जिसमें रेखा गुप्ता ने राजधानी की मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली है। रेखा गुप्ता, हरियाणा के जींद जिले के जुलाना कस्बे की मूल निवासी हैं और भिवानी जिले के बौंद कस्बे की बहू हैं। उनके पति मनीष गुप्ता एक व्यवसायी हैं, और उनका परिवार पिछले लगभग 50 वर्षों से दिल्ली के शालीमार बाग क्षेत्र में निवास कर रहा है।

रेखा गुप्ता पति मनीष, बेटे निकुंज और बेटी हर्षिता के साथ।

परिवार की पृष्ठभूमि

रेखा गुप्ता की शादी 1998 में मनीष गुप्ता से हुई, और उनके दो बच्चे हैं – हर्षिता और निकुंज। हर्षिता इस समय ऑस्ट्रेलिया में अपनी पढ़ाई कर रही हैं। रेखा के घर का माहौल शिक्षित और प्रेरणादायक है। उनके पिता, जयभगवान, बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर के पद पर कार्यरत थे और 1972-73 में दिल्ली ड्यूटी मिलने पर परिवार के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गए थे। रेखा की स्कूली शिक्षा त्रिनगर, दिल्ली में हुई, और उन्होंने दौलतराम कॉलेज से बीकॉम की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने कानून की पढ़ाई भी की।

इस प्रकार, रेखा गुप्ता का जीवन विभिन्न परिवर्तनों और परिस्थितियों से भरा हुआ है, जिसने उनके व्यक्तित्व का निर्माण किया है। उनके दादा, साधुराम, बौंद से व्यवसाय के सिलसिले में दिल्ली आए और तब से पूरा परिवार यहीं बसा हुआ है। बौंद कस्बे में उनके पारिवारिक कार्यक्रमों में शामिल होना होता है, और वे अक्सर देवसरधाम (भिवानी) में पूजा-अर्चना के लिए जाते हैं।

रेखा ने 1998 में मनीष गुप्ता के साथ शादी की थी। वे बिजनेसमैन हैं।

राजनीतिक यात्रा

रेखा गुप्ता का राजनीतिक कैरियर तब शुरू हुआ जब वे शालीमार बाग विधानसभा से विधायक चुनी गईं। अब, वे दिल्ली की मुख्यमंत्री बनकर एक नई जिम्मेदारी का सामना कर रही हैं। शालीमार बाग विधानसभा से पहले भी एक मुख्यमंत्री देखा गया है, साहिब सिंह वर्मा, जो 1996 में दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे। रेखा का नेतृत्व महिला सशक्तिकरण का एक प्रतीक है, और उनकी सफलता ने यह दर्शाया है कि राजनीति में महिलाओं की भी एक महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है।

कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने X पर ये तस्वीर पोस्ट की। उन्होंने लिखा- 1995 की यह यादगार तस्वीर, जब मैंने और रेखा गुप्ता ने एक साथ शपथ ग्रहण की थी- मैंने NSUI से दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की थी और रेखा ने ABVP से महासचिव पद पर जीत हासिल की थी।

राजनीतिक सहयोग और समर्थन

जब रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री पद ग्रहण किया, तो इस अवसर पर कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने उन्हें बधाई दी। आतिशी ने कहा कि यह गर्व की बात है कि दिल्ली का नेतृत्व एक महिला करेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि रेखा गुप्ता दिल्ली की जनता से किए गए सभी वादों को पूरा करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी उनका हर संभव समर्थन करेगी।

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी रेखा गुप्ता को बधाई दी और उनके नेतृत्व में दिल्ली के विकास के लिए पूरी टीम के सहयोग की आशा जताई। केजरीवाल ने कहा कि रेखा गुप्ता के नेतृत्व में उन्हें उम्मीद है कि राजधानी के निवासियों के लिए कल्याणकारी योजनाएं और विकास कार्य सफलतापूर्वक लागू होंगे।

चुनौतियां और संभावनाएं

नई मुख्यमंत्री के तौर पर, रेखा गुप्ता को कई महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करने का कार्य सौंपा गया है। दिल्ली की लोकल परिवहन व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा प्रणाली और प्रदूषण जैसी समस्याएं उन पर भारी जिम्मेदारी डालती हैं। लेकिन, उनके पास एक ठोस राजनीतिक अनुभव है, साथ ही वे एक शिक्षित और सशक्त नेता हैं, जो दिल्ली के विकास की दिशा में ठोस कदम उठा सकती हैं।

सीएम बनने के बाद रेखा गुप्ता के पास अपने कार्यकाल में कई योजनाओं को लागू करने का एक सुनहरा अवसर है। उनकी प्राथमिकता में स्वास्थ्य सेवा के विस्तार, शिक्षा में सुधार, और महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण शामिल होना चाहिए।

सभी के लिए एक प्रेरणा

 

दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का जीवन और कार्य सभी के लिए एक प्रेरणा है। वे न केवल एक सफल व्यवसायी की पत्नी हैं, बल्कि एक समर्पित मां और राजनीतिक नेता भी हैं। उनकी कहानी यह दर्शाती है कि कैसे एक साधारण पृष्ठभूमि से आकर कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है।

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