Kaithal News: कृष्ण मित्तल बने नई अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रधान, तीसरी बार जीती प्रधान पद की कुर्सी

आढ़तियों का धन्यवाद करते प्रधान कृष्ण मित्तल
नरेन्द्र सहारण, कैथल: Kaithal News: कैथल स्थित नई अनाज मंडी की एसोसिएशन का चुनाव वीरवार को संपन्न हुआ, जिसमें कृष्ण मित्तल ने अपने प्रतिद्वंद्वी कृष्ण गोयल को 199 वोटों के बड़े अंतर से हराकर तीसरी बार प्रधान के रूप में जीत हासिल की। इस चुनाव में कुल 525 वोट थे, जिनमें से 523 वोट डाले गए, और सभी वोट मान्य रहे। इस लेख में हम चुनाव की सभी आवश्यक जानकारी, मतदाता प्रक्रिया, और नए प्रधान की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
चुनाव की प्रक्रिया
इस चुनाव की जिम्मेदारी चुनाव अधिकारी राजेंद्र खुराना पर थी, जिन्होंने चुनाव को सही ढंग से संपन्न कराने के लिए अपने कर्तव्यों का पालन किया। मतदान प्रक्रिया सुबह नौ बजे शुरू हुई और दोपहर दो बजे तक चली। मतदान का स्थान मार्केट कमेटी का कार्यालय था, जहां सभी आढ़तियों को वोट डालने की सूचना भिजवाई गई थी। राजेंद्र खुराना ने यह सुनिश्चित किया कि मंडी के सभी आढ़तियों की वोटिंग करवाने के लिए हर संभव प्रयास किया गया।
मतदान के नतीजे
चुनाव में कुल 523 वोटों में से, कृष्ण मित्तल को 361 मत प्राप्त हुए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी कृष्ण गोयल को 162 वोट मिले। इस प्रकार, कृष्ण मित्तल ने 199 वोटों के बड़े अंतर से विजय हासिल की। यह उनकी लगातार तीसरी जीत है, जो उनके सशक्त नेतृत्व और मंडी के आढ़तियों के बीच उनकी लोकप्रियता का सबूत है।
कृष्ण मित्तल का चुनावी सफर
कृष्ण मित्तल, जो चार बार प्रधान पद का चुनाव लड़ चुके हैं, पहले दो बार 2019 से 2020 और 2020 से 2021 में इस पद पर रह चुके हैं। हालांकि, उन्हें 2021-2022 के कार्यकाल में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन उन्होंने संघर्ष नहीं छोड़ा और चुनाव में अपनी वापसी की। उनकी जीत की घोषणा के बाद उन्होंने कहा, “मैं अब समस्याओं का समाधान करने के लिए अपना पूरा प्रयास करूंगा।”
प्राथमिकताएं और योजनाएं
कृष्ण मित्तल ने बताया कि नई अनाज मंडी में कई समस्याएं हैं, जैसे कि आढ़तियों के लाइसेंस का नवीनीकरण, बिजली, पानी और सफाई की व्यवस्था में सुधार, और सीवरेज प्रणाली की बदहाली। वे इन सभी समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने का वचन देते हैं।
इसके अलावा, नए प्रधान का ध्यान गेहूं की सीजन में भी होगा, क्योंकि यह बहुत जल्द आने वाला है। 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू होनी है, और इस समय के दौरान मंडी में चुने गए नए प्रधान के रूप में उनकी जिम्मेदारी बहुत बढ़ जाती है।
चुनाव का महत्व
इस चुनाव का महत्व इसलिए भी बड़ा था क्योंकि गेहूं के सीजन की शुरुआत से पहले ही यह चुनाव संपन्न हुआ। इससे यह सुनिश्चित किया गया कि आढ़तियों और किसानों को किसी प्रकार की दिक्कतें न हों। यह निर्णय इसलिए लिया गया था ताकि मंडी में सभी व्यवस्थाएँ सही ढंग से चल सकें।
चुनाव के बाद, एक बात स्पष्ट है कि कृष्ण मित्तल के नेतृत्व में मंडी की गतिविधियों को नियमित और व्यवस्थित किया जाएगा। लोगों ने उनके विकास की योजनाओं पर अपनी उम्मीदें रखी हैं, और अब यह उनके कार्यों पर निर्भर करता है कि वे इन अपेक्षाओं को कैसे पूरा करते हैं।
चुनाव अधिकारी का मत
चुनाव अधिकारी राजेंद्र खुराना ने भी यह कहा कि चुनाव काफी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। उन्होंने बताया कि चुनाव प्रक्रिया में सभी आढ़तियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह साफ था कि सभी लोग चुनाव को लेकर उत्साहित थे और उन्होंने इसका महत्व समझा।
उनका यह प्रयास कि हर आढ़ती को एक अद्भुत मतदान अनुभव मिल सके, उसमें सफलता मिली। सभी के वोट डालने के बाद, परिणाम भी जल्दी घोषित किया गया, जिससे आढ़तियों में उत्साह और बढ़ गया।
मित्तल के पूर्व कार्यकाल के अनुभव
कृष्ण मित्तल के पिछले कार्यकाल के अनुभव भी उनके शासन में महत्वपूर्ण रहेंगे। उनकी आवश्यकताओं और समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता ने उन्हें आढ़तियों के दिलों में एक विशेष स्थान दिलाया है। वे जानते हैं कि मंडी में सुधार के लिए क्या कदम उठाना जरूरी है, और किस प्रकार की योजनाओं की आवश्यकता है।
उनका मानना है कि विकास तभी संभव है जब सभी आढ़ती मिलकर काम करें और एकजुटता दिखाएं। इसलिए, उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान आढ़तियों के साथ एक मजबूत संवाद का निर्माण किया है, जो उनकी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भविष्य की योजनाएं
कृष्ण मित्तल ने अपनी प्राथमिकताओं में शामिल की हैं:
बिजली और पानी की व्यवस्था: मंडी में आढ़तियों की समस्या के समाधान के लिए, वे ऊर्जा और जल की समस्याओं को प्राथमिकता देंगे।
स्वच्छता अभियान: मंडी में सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए योजना बनाई जाएगी, जिससे कि यहां की परिस्थितियां बेहतर हो सकें।
सीवरेज व्यवस्था: मंडी की सीवरेज प्रणाली को दुरुस्त करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे, ताकि ताजा समस्याओं का सामना करना न पड़े।
आढ़तियों के लाइसेंस का नवीनीकरण: नए नीतियों के माध्यम से आढ़तियों के लाइसेंस को जल्दी और बिना किसी समस्या के नवीनीकरण की व्यवस्था की जाएगी।
किसानों का सहयोग: किसानों और आढ़तियों के बीच संवाद को बढ़ावा देने के लिए मीटिंग्स का आयोजन किया जाएगा, जिससे सभी को पता चलेगा कि मंडी में चल रही गतिविधियों से उन्हें कैसे लाभ हो सकता है।
मजबूत कदम
कृष्ण मित्तल की जीत नई अनाज मंडी एसोसिएशन के लिए एक नई दिशा को इंगित करती है। उनका दृष्टिकोण मंडी की बेहतरी के लिए काफी सकारात्मक है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे अपनी योजनाओं को कैसे लागू करते हैं और मंडी में आढ़तियों की समस्याओं को किस प्रकार हल करते हैं।
इस तरह, चुनाव ने साफ कर दिया है कि आढ़ती अपने अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए एक सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और उनके नेता के रूप में कृष्ण मित्तल इस दिशा में मजबूत कदम उठाने को तैयार हैं।
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