India Pakistan War: भारत का पाकिस्तान के नौ शहरों पर जबर्दस्त हमला, तीनों सेनाओं ने पाकिस्तान के विरुद्ध एकसाथ खोला मोर्चा

नई दिल्ली, बीएनएम न्‍यूज : India Pakistan War: पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले के प्रतिशोध में भारत द्वारा चलाए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अभूतपूर्व रूप से बढ़ गया है। गुरुवार की रात यह तनाव एक पूर्ण विकसित सैन्य टकराव में बदल गया जब पाकिस्तान ने भारतीय सीमावर्ती शहरों पर चौतरफा हमला किया, जिसका भारतीय रक्षा प्रणालियों ने न केवल सफलतापूर्वक सामना किया बल्कि पाकिस्तान को भारी क्षति भी पहुँचाई। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के प्रमुख शहरों और सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की, जिससे पूरे क्षेत्र में युद्ध की आशंका गहरा गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दोनों देशों में उच्चतम स्तर पर आपातकालीन बैठकें हो रही हैं और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तनाव चरम पर है।

पहलगाम हमले की पृष्ठभूमि और “ऑपरेशन सिंदूर”

 

यह संकट कुछ दिनों पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक भयावह आतंकवादी हमले से शुरू हुआ था, जिसमें कई निर्दोष भारतीय नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई थी। भारत ने इस हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को जिम्मेदार ठहराया था। प्रधानमंत्री कार्यालय और रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया था कि इस कायराना हरकत का कड़ा जवाब दिया जाएगा।

इसी पृष्ठभूमि में, भारतीय सशस्त्र बलों ने “ऑपरेशन सिंदूर” नामक एक लक्षित सैन्य अभियान चलाया। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता कर्नल सोफिया कुरैशी ने बुधवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में बताया था कि यह ऑपरेशन अत्यंत सावधानी से किया गया था और इसका उद्देश्य केवल उन आतंकवादी शिविरों और लॉन्च पैड को निशाना बनाना था जो भारत में घुसपैठ और हमलों की योजना बना रहे थे। उन्होंने जोर देकर कहा था कि भारतीय कार्रवाई गैर-उकसावे वाली थी और पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया गया था। भारत ने यह भी स्पष्ट किया था कि उसकी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

पाकिस्तान की बौखलाहट और पहली जवाबी कार्रवाई

 

“ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता और उसमें आतंकवादी ढांचे को हुए नुकसान से पाकिस्तान बौखला गया। बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात, पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एक व्यापक जवाबी कार्रवाई शुरू की। पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब से लेकर गुजरात तक फैले भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों के लगभग 15 शहरों में सैन्य प्रतिष्ठानों और नागरिक इलाकों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, पाकिस्तान ने अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल (राजस्थान), फलोदी (राजस्थान), उत्तरलाई (राजस्थान) और भुज (गुजरात) जैसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण शहरों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया।

हालांकि, भारतीय वायु रक्षा प्रणाली, जिसमें स्वदेशी ‘आकाश’ और रूस निर्मित ‘S-400 ‘ मिसाइल डिफेंस सिस्टम शामिल हैं, पूरी तरह से हाई अलर्ट पर थीं। इन प्रणालियों ने पाकिस्तानी मिसाइलों और ड्रोनों का तुरंत पता लगाया और उन्हें हवा में ही नष्ट कर दिया। भारतीय सेना के एकीकृत काउंटर यूएएस (मानवरहित हवाई प्रणाली) ग्रिड ने भी पाकिस्तानी ड्रोनों को बेअसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस समन्वित रक्षा प्रयास ने पाकिस्तान के हमले को पूरी तरह से विफल कर दिया और किसी भी बड़े नुकसान को होने से रोक दिया।

भारत का प्रति-उत्तर: पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणालियों पर हमला

 

पाकिस्तान द्वारा भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले के प्रयास के जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने गुरुवार सुबह एक और साहसिक कार्रवाई की। इस बार निशाना पाकिस्तान के भीतर प्रमुख सैन्य ठिकाने और उनकी वायु रक्षा प्रणालियाँ थीं। भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों और ड्रोन ने लाहौर, कराची, रावलपिंडी, सियालकोट, बहावलपुर समेत पाकिस्तान के आठ महत्वपूर्ण शहरों में स्थित सैन्य ठिकानों और एयर डिफेंस सिस्टम पर सटीक हमले किए। इस कार्रवाई की सबसे उल्लेखनीय सफलता लाहौर में देखने को मिली, जहां भारतीय सेना ने इजरायल से खरीदे गए ‘हारोप’ आत्मघाती ड्रोन का उपयोग करके चीन निर्मित पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम HQ-9 को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया। यह हमला पाकिस्तान की वायु रक्षा क्षमताओं के लिए एक बड़ा झटका था।

पाकिस्तान का दूसरा और बड़ा हमला

 

गुरुवार सुबह भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान और अधिक तिलमिला गया। गुरुवार रात को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू, पठानकोट, उधमपुर, गुरदासपुर, बठिंडा और जैसलमेर जैसे महत्वपूर्ण भारतीय सीमावर्ती शहरों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर ड्रोन, मिसाइलों और युद्धक विमानों से एक और बड़ा हमला किया। यह हमला पहले की तुलना में अधिक आक्रामक और व्यापक था, जिसमें पाकिस्तानी वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने का भी प्रयास किया।

एक बार फिर भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 और आकाश ने क्षमता का प्रदर्शन करते हुए इन हमलों को नाकाम कर दिया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, गुरुवार शाम जम्मू हवाई अड्डे और सतवारी सहित जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्रों की ओर पाकिस्तान द्वारा दागी गई कम से कम आठ मिसाइलों को भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। इन मिसाइलों का लक्ष्य सतवारी (जम्मू हवाई अड्डा), सांबा, आरएस पुरा और अरनिया जैसे प्रमुख स्थान थे।

पठानकोट एयरबेस पर पाकिस्तान ने ड्रोन से हमला करने की कोशिश की, भारतीय डिफेंस सिस्टम ने हमला नाकाम किया।

भारतीय वायु सेना का पराक्रम: पाकिस्तानी विमान मार गिराए

 

इस दौरान भारतीय वायु सेना ने भी त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की। पाकिस्तान के जो लड़ाकू विमान भारतीय सीमा में हमला करने के इरादे से आगे बढ़ रहे थे, उन्हें भारतीय वायु सेना के जांबाज पायलटों ने चुनौती दी। इस हवाई संघर्ष में भारत ने पाकिस्तान के चीन निर्मित दो जेएफ-17 थंडर लड़ाकू विमान, एक अमेरिकी निर्मित एफ-16 लड़ाकू विमान और एक महत्वपूर्ण अवाक्स (एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) विमान को उनकी ही सीमा में मार गिराया। एक अन्य पाकिस्तानी विमान पठानकोट के पास भी मार गिराया गया। कुल मिलाकर पांच पाकिस्तानी विमानों के मार गिराए जाने की सूचना है, जो पाकिस्तानी वायु सेना के लिए एक बड़ी क्षति है।

इस कार्रवाई के दौरान अपने विमानों से इजेक्ट करने के बाद दो पाकिस्तानी पायलट भारतीय सीमा में आ गिरे। एक पायलट को जैसलमेर (राजस्थान) में और दूसरे को अखनूर (जम्मू-कश्मीर) में भारतीय सुरक्षा बलों ने हिरासत में ले लिया।

पाकिस्तान ने बॉर्डर पार से जम्मू-कश्मीर के अखनूर में ड्रोन और मिसाइल से हमला किया।

पाकिस्तान के नौ शहरों पर मिसाइल और ड्रोन वर्षा

 

पाकिस्तान की लगातार आक्रामकता और भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले के प्रयासों के जवाब में, भारत ने गुरुवार रात एक व्यापक और बहु-आयामी जवाबी हमला किया। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद सहित लाहौर, कराची, सियालकोट, पेशावर, बहावलपुर समेत नौ महत्वपूर्ण पाकिस्तानी शहरों में स्थित सैन्य ठिकानों, कमांड और कंट्रोल सेंटरों और अन्य रणनीतिक संपत्तियों पर मिसाइलों और ड्रोनों की बौछार कर दी। यह भारत की ओर से अब तक की सबसे बड़ी जवाबी कार्रवाई मानी जा रही है।

तीनों सेनाओं का संयुक्त मोर्चा:

 

भारत की तीनों सेनाओं  थल सेना, वायु सेना और नौसेना  ने पाकिस्तान के विरुद्ध एक साथ मोर्चा खोल दिया।

थल सेना: भारतीय थल सेना जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) और पंजाब तथा राजस्थान में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर पाकिस्तान की ओर से हो रही भारी गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रही है। सीमा पार से पाकिस्तानी चौकियों और बंकरों को निशाना बनाया जा रहा है।
नौसेना: भारतीय नौसेना ने अरब सागर में मोर्चा संभालते हुए पाकिस्तान के लिए रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण कराची बंदरगाह पर बड़ा हमला किया है। नौसेना के विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत से लॉन्च किए गए मिसाइलों और ड्रोनों ने कराची बंदरगाह पर कई लक्ष्यों को भेदा। इस हमले से बंदरगाह को भारी नुकसान पहुंचने की खबर है, जिससे पाकिस्तान की समुद्री व्यापार और सैन्य रसद क्षमताओं पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
वायु सेना: भारतीय वायु सेना न केवल पाकिस्तानी हवाई हमलों को विफल कर रही है, बल्कि पाकिस्तान के अंदर गहराई तक जाकर महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों पर भी सटीक हमले कर रही है।

उच्च स्तरीय बैठकें और भारत का कड़ा रुख

 

पाकिस्तान के हमलों के बाद भारत में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान के नेतृत्व में तीनों सेनाओं के प्रमुखों  थल सेनाध्यक्ष, वायु सेना प्रमुख और नौसेना प्रमुख की एक आपात बैठक हुई। समझा जा रहा है कि इस बैठक में पाकिस्तान को उसकी हिमाकत के विरुद्ध और भी तगड़ी कार्रवाई करने तथा किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने की रणनीति पर विचार किया गया।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें सीमा पर तथा पाकिस्तान के भीतर ताजा हालात की विस्तृत जानकारी दी। भारत ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि पाकिस्तान की ओर से टकराव बढ़ाने की किसी भी कोशिश का मुंहतोड़ और निर्णायक जवाब दिया जाएगा। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, “केवल पाकिस्तान ही यह निर्णय ले सकता है कि वह भारत के साथ तनाव कम करना चाहता है या नहीं, क्योंकि भारत ने तो केवल पहलगाम हमले का जवाब दिया था।”

कर्नल सोफिया कुरैशी ने गुरुवार को विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग में दोहराया कि भारत ने अपनी प्रतिक्रिया को नपा-तुला और गैर-उकसावेपूर्ण रखा था, और पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया था। इसके बावजूद पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, जिन्हें भारतीय रक्षा प्रणालियों ने निष्प्रभावी कर दिया। उन्होंने कहा कि इन हमलों का मलबा कई स्थानों से बरामद किया गया है, जो पाकिस्तानी हमलों की पुष्टि करते हैं।

पाकिस्तानी गोलाबारी में निर्दोष नागरिकों की मौत

 

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारत की जवाबी कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में नागरिक आबादी वाले क्षेत्रों को निशाना बनाते हुए मोर्टार और तोपों से भारी गोलाबारी की। पाकिस्तान की इस अमानवीय गोलीबारी में तीन महिलाओं और पांच बच्चों सहित 16 निर्दोष भारतीय नागरिकों की दुखद मृत्यु हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। भारतीय सेना इस गोलाबारी का माकूल जवाब दे रही है और सीमावर्ती गांवों से नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास कर रही है।

पाकिस्तान में कोहराम और बलूचिस्तान में नया मोर्चा

 

भारत की अप्रत्याशित और शक्तिशाली जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान में कोहराम मच गया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सैन्य और सुरक्षा अधिकारियों की एक आपात उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता, डायरेक्टर जनरल इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (डीजी आईएसपीआर) लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत की ओर से 12 ड्रोन हमले होने की बात स्वीकार की, हालांकि उन्होंने दावा किया कि इनमें से अधिकांश को निष्क्रिय कर दिया गया।

उन्होंने यह भी माना कि लाहौर में एक एयर डिफेंस सिस्टम पर हमला हुआ है और भारत ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में लाहौर के साथ ही अटक, गुजरांवाला, चकवाल, रावलपिंडी और बहावलपुर में ड्रोन से हमला किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने स्वीकार किया कि सिंध प्रांत में सुक्कुर के मियानो, उमरकोट के छोर और कराची के पास तक भारतीय ड्रोन ने पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की। चौधरी ने यह भी स्वीकार किया कि पाकिस्तान ने अपने दो जेएफ-17 लड़ाकू विमान खो दिए हैं।

इसी बीच पाकिस्तान के लिए एक और मुश्किल खड़ी हो गई है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने भी पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीएलए ने पाकिस्तानी सेना की कई चौकियों पर हमले किए हैं और एक महत्वपूर्ण गैस पाइपलाइन को उड़ा दिया है, जिससे पाकिस्तान की ऊर्जा सुरक्षा और आंतरिक स्थिरता पर और दबाव बढ़ गया है।

अन्य घटनाक्रम और अलर्ट

 

आईपीएल मैच रुका: पाकिस्तान के हमले और सीमा पर बढ़ते तनाव के मद्देनजर सुरक्षा कारणों से धर्मशाला में हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के एक मैच को बीच में ही रोक दिया गया।
ब्लैकआउट: सीमा पार से ड्रोन देखे जाने और संभावित हमलों की आशंका के कारण जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई सीमावर्ती शहरों और कस्बों में एहतियात के तौर पर ब्लैकआउट लागू कर दिया गया।
भारतीय सेनाएं अलर्ट: “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद से ही भारतीय सेनाएं पाकिस्तान की संभावित बौखलाहट को भांप रही थीं। इसी कारण बुधवार-गुरुवार की रात से ही जम्मू-कश्मीर, पंजाब से लेकर गुजरात तक भारत की अपनी पूरी पश्चिमी सीमा पर वायु रक्षा प्रणालियों को हाई अलर्ट पर रखा गया था। इसी तैयारी का परिणाम था कि पाकिस्तानी हमलों को तुरंत निष्क्रिय किया जा सका।

तनाव की स्थिति

 

भारत और पाकिस्तान के बीच वर्तमान टकराव दशकों में सबसे गंभीर सैन्य तनाव की स्थिति को दर्शाता है। दोनों परमाणु-सशस्त्र पड़ोसी देशों के बीच यह बढ़ता टकराव न केवल दक्षिण एशिया बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है। हालांकि भारत ने स्पष्ट किया है कि उसकी कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ और आत्मरक्षा में है, लेकिन घटनाओं की श्रृंखला ने स्थिति को एक खतरनाक मोड़ पर पहुंचा दिया है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से संयम बरतने और बातचीत के माध्यम से तनाव कम करने की अपीलें की जा रही हैं, लेकिन फिलहाल सीमा पर गोलियों और मिसाइलों की आवाजें कूटनीति की आवाजों पर हावी हैं। आने वाले दिन इस क्षेत्र के भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होंगे।

 

 

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