कैथल में राजकुमार बने जाट सोसाइटी के प्रधान: रश्मि महासचिव और बलकार कोषाध्यक्ष चुने गए, शासकीय इकाई का गठन

संस्था के चुनाव के बाद बाहर आते पदाधिकारी
नरेंद्र सहारण, कैथल : Kaithal News : कैथल के जाट हाई स्कूल एजुकेशन सोसाइटी की गवर्निंग बॉडी का हालिया चुनाव न केवल जिले के शैक्षिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण आयोजन था, बल्कि यह विकास और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता का भी प्रतीक रहा। शनिवार और रविवार की तारीखों में संपन्न इस चुनाव में 74 कॉलेजियम के प्रतिनिधियों ने उत्साह और जिम्मेदारी के साथ हिस्सा लिया। बैलेट पेपर के माध्यम से किए गए इस मतदान ने यह साबित किया कि लोकतंत्र के मूल तत्व स्वच्छ, निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया अपनी गरिमा के साथ काम कर रही है।
पारदर्शिता और शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव
कैथल के जाट हाई स्कूल एजुकेशन सोसाइटी की गवर्निंग बॉडी के चुनाव का माहौल पूरी तरह से शांतिपूर्ण, सौम्य और अनुशासित रहा। इस चुनाव में कोई विवाद या टकराव नहीं देखा गया, बल्कि यह एक उदाहरण बन गया कि निष्पक्षता और जिम्मेदारी के साथ लोकतांत्रिक प्रक्रिया संभव है।
प्रशासनिक अधिकारियों विशेषकर जिला प्रशासन के अधिकारी और संस्था के पदाधिकारी, इस आयोजन की देखरेख कर रहे थे। मुख्य चुनाव अधिकारी के रूप में जिला प्रशासन के अधिकारी दीपक बाबूलाल करवा ने कहा कि इस प्रक्रिया में सभी जरूरी नियमों का पालन सुनिश्चित किया गया। चुनाव के दौरान कर्मचारियों की तैनाती की गई थी, ताकि मतदान की प्रक्रिया में किसी भी तरह का व्यवधान न आए और यह पूरी तरह से निष्पक्षता के साथ संपन्न हो सके।
चुनाव का आयोजन और मतदान प्रक्रिया
चुनाव का आयोजन सुबह से ही शुरू हुआ। सभी 74 कॉलेजियम सदस्यों ने अपने-अपने मतदान केंद्र पर पहुंचकर अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट डाला। मतदान बैलेट पेपर के माध्यम से किया गया, जिसे पूरी पारदर्शिता और सावधानी के साथ नियंत्रित किया गया। इस प्रक्रिया में हर मतदाता को अपने मतदान का अधिकार सुरक्षित था।
यह भी उल्लेखनीय है कि इस चुनाव में कुल 74 प्रतिनिधियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसके अतिरिक्त, 11 कार्यकारिणी सदस्य पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके थे, जिनका निर्णय चुनाव प्रक्रिया से पहले ही हो चुका था। यह भी संकेत था कि संस्था के हित में निर्णय लेने का यह चुनाव पूरी तरह से लोकतांत्रिक और निष्पक्ष रहा।
पदों की चुनाव प्रक्रिया और परिणाम
इस चुनाव में प्रधान, उप-प्रधान, महासचिव और कोषाध्यक्ष पद के लिए दो-दो उम्मीदवार मैदान में थे। यह द्विदलीय मुकाबला संस्थान में नई ऊर्जा का संचार कर रहा था, क्योंकि हर पद के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।
वोटों की गिनती और विजेता का चयन
चुनाव परिणामों ने यह स्पष्ट कर दिया कि मतदान प्रक्रिया कितनी पारदर्शी और निष्पक्ष थी। परिणाम इस प्रकार थे:
प्रधान: राजकुमार ने 52 वोट प्राप्त किए और अपने प्रतिद्वंद्वी को हराकर इस पद पर विजय प्राप्त की।
उप-प्रधान: बलविंदर सिंह बनवाला ने 53 वोट हासिल किए।
महासचिव: रश्मि ने 58 वोट प्राप्त किए, जो इस पद पर निर्विरोध विजेता बन गई।
कोषाध्यक्ष: बलकार को 50 वोट मिले, और उन्होंने यह पद सुरक्षित किया।
इन परिणामों के साथ ही यह साबित हो गया कि मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रही। सभी पदों के विजेता अपने समर्थकों और सहयोगियों के बीच खुशी और उत्साह के साथ अपने कार्यभार संभालने के लिए तैयार हैं।
वोटिंग और मतगणना का तरीका
वोटिंग के दौरान सभी 74 सदस्य अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद शांतिपूर्ण तरीके से परिणाम का इंतजार कर रहे थे। मतगणना के दौरान सभी उम्मीदवारों के समर्थक भी मौजूद थे, और प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और नियंत्रित रही।
नए पदाधिकारियों का अभिवादन और उनके विचार
नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने अपने अभिवादन में संस्था के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। प्रधान राजकुमार ने कहा, “यह चुनाव हमारी संस्था के लोकतांत्रिक मूल्यों का परिचायक है। मैं अपने सहयोगियों के साथ मिलकर संस्था के विकास के लिए कार्य करूंगा।”
उप-प्रधान बलविंदर सिंह ने कहा, “हम सभी मिलकर संस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास करेंगे। हमें विश्वास है कि सहयोग और समर्पण से हम हर चुनौती का सामना कर सकते हैं।”
महासचिव रश्मि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “मैं सभी सदस्यों का धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। मैं संस्था के हित में बेहतर कार्य करने का प्रण लेती हूं।”
कोषाध्यक्ष बलकार ने कहा, “आगे भी संस्था के वित्तीय मामलों में पारदर्शिता और जिम्मेदारी का पालन करूंगा। हमारा लक्ष्य है कि संस्था के संसाधनों का सदुपयोग हो।”
सभी ने मिलकर संगठन की मजबूती का संकल्प लिया
नई टीम के सदस्यों ने अपने कार्यकाल के दौरान संस्था के विकास और सदस्यों के हित में कार्य करने का संकल्प लिया। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वे हर संभव प्रयास करेंगे कि संस्था अधिक समर्थ और प्रभावी बन सके।
संस्था के हित में आगामी योजनाएं और कार्य दिशा
नई निर्वाचित टीम ने अपने कार्यकाल के लिए स्पष्ट उद्देश्य तय किए हैं। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
शिक्षा का स्तर सुधारना: संस्था के सदस्यों के बीच कौशल विकास, प्रशिक्षण और जागरूकता अभियानों का आयोजन।
संपर्क और सहयोग बढ़ाना: जिले के अन्य शैक्षिक संस्थानों के साथ मिलकर कार्यक्रम आयोजित करना ताकि संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सके।
सामाजिक जिम्मेदारी: समाज में शिक्षा का प्रचार-प्रसार, बच्चों और युवाओं के लिए नए अवसर सृजित करना।
संगठनात्मक सुधार: नई तकनीकों का उपयोग कर प्रशासनिक कार्यों को और अधिक पारदर्शी बनाना।
सामुदायिक सहभागिता और पारदर्शिता
संस्था का उद्देश्य है कि सभी सदस्यों और हितधारकों के साथ संवाद कायम रहे। इस दिशा में बैठकें, कार्यशालाएं और संवाद सत्र आयोजित किए जाएंगे। इससे सदस्यों में एकता और विश्वास मजबूत होगा।
भविष्य के कार्यकाल में अपेक्षित चुनौतियां
नई टीम को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, जैसे संसाधनों का प्रबंधन, सदस्यों की भागीदारी बढ़ाना, और संस्थान का सतत विकास सुनिश्चित करना। इसके लिए उन्हें संगठनात्मक कौशल, जनता के साथ संवाद और नेतृत्व क्षमता का प्रयोग करना होगा।
चुनाव का संदेश: लोकतंत्र और जिम्मेदारी की मिसाल
यह चुनाव सिर्फ एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक संदेश है कि संगठनात्मक लोकतंत्र मजबूत है और सदस्यों का विश्वास सर्वोपरि है। यह घटना इस बात की पुष्टि करती है कि जब संगठन के सदस्य मिलकर निर्णय लेते हैं, तो न केवल प्रक्रिया पारदर्शी रहती है, बल्कि संगठन का भविष्य भी उज्जवल होता है।
सदस्यों और कर्मचारियों का योगदान
कर्मचारियों और सदस्यों ने अपने दायित्व का निर्वहन जिम्मेदारी से किया। निर्वाचन प्रक्रिया में शामिल सभी ने अपने कर्तव्य का सम्मान किया। इससे यह संकेत मिलता है कि यदि सभी मिलकर काम करें, तो कोई भी चुनौती असंभव नहीं रह जाती।
आगे का रास्ता: विश्वास और सहयोग का मार्ग
यह चुनाव संस्था के लिए नई ऊर्जा लेकर आया है। नए पदाधिकारी अपने अनुभव और समर्पण से संस्था का विकास सुनिश्चित करेंगे। संगठनात्मक पारदर्शिता और सदस्यों के साथ संवाद से ही संगठन मजबूत होगा।
संस्था के भविष्य का संकल्प
कैथल के जाट हाई स्कूल एजुकेशन सोसाइटी का यह चुनाव एक उदाहरण है कि किस तरह पारदर्शिता, जिम्मेदारी और सहयोग से सफलता हासिल की जा सकती है। नए पदाधिकारियों का चयन संस्था के विकास के लिए एक नई दिशा है, जो शिक्षा, समाज और संगठन के समग्र विकास का आधार बनेगा।
यह आयोजन हमें यह भी प्रेरित करता है कि लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान और निष्पक्षता ही संगठनात्मक सफलता की कुंजी है। आने वाले समय में, यदि संगठन अपनी जिम्मेदारी और पारदर्शिता बनाए रखता है, तो निश्चित ही यह संस्था अपने उद्देश्यों में सफल होगी और जिले के शैक्षिक क्षेत्र में एक मिसाल कायम करेगी।
कैथल में रविवार को जाट हाई स्कूल एजुकेशन सोसाइटी की गवर्निंग बॉडी का चुनाव संपन्न हुआ। चुनाव के दाैरान राजकुमार को सोसाइटी का प्रधान चुन लिया गया। इसमें 74 कॉलेजियम के चुने हुए प्रतिनिधियों ने वोटिंग की। चुनाव बैलेट पेपर के माध्यम से करवाया गया। जिसमें सभी प्रतिनिधि वोट डालने के लिए मौके पर पहुंचे और शासकीय इकाई का गठन किया।
दो-दो उम्मीदवार थे मैदान में
चुनाव के दौरान 52 वोट लेकर राज कुमार प्रधान चुने गए। 53 वोट प्राप्त करके बलविंदर सिंह बनवाला उप प्रधान, 58 वोट हासिल करके रश्मि महासचिव और 50 वोट लेकर बलकार कोषाध्यक्ष चुने गए। मतदान के दौरान सभी 74 कॉलेजियम ने अपना वोट डाला। इसके अलावा 11 कार्यकारिणी सदस्य पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं। बता दें कि प्रधान, उप-प्रधान, महासचिव तथा कोषाध्यक्ष पद के लिए दो-दो उम्मीदवार मैदान में थे।
एडीसी एवं प्रशासक जाट हाई स्कूल सोसाइटी दीपक बाबूलाल करवा ने बताया कि चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। इसके लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। उन्होंने नए चुने गए सभी प्रतिनिधियों को बधाई और संस्था के लिए बेहतर कार्य करने का आह्वान किया।
संस्था के हित में किए जाएंगे कार्य
वहीं, नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों ने कहा कि जिले के लोगों ने संस्था के कार्यों को लेकर जो भरोसा उन पर जताया है। उस पर वे खरा उतरेंगे। संस्थान के विकास को लेकर कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह चुनाव किसी राजनीतिक दल का न होकर एक संस्था का रहा। इसमें सभी 74 कॉलेजियम के चुने हुए सदस्यों से विचार करके अच्छे निर्णय लिए जाएंगे, जो संस्था के हित में रहेंगे। उन्होंने जीत को लेकर मतदाताओं का धन्यवाद भी किया।