IPL Final 2025: 18 साल बाद पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर पहली बार RCB ने जीती ट्राफी, विराट की आंखों में आए जीत के आंसू

18 सीजन में पहली IPL ट्रॉफी जीतने वाली RCB टीम।
अहमदाबाद : IPL Final 2025: 18 नंबर की जर्सी पहनने वाला एक खिलाड़ी 18 साल से अपनी टीम और अपने सच्चे समर्थकों के लिए एक अदद आइपीएल ट्राफी का इंतजार कर रहा था। उसने कई साल कप्तानी की और ट्राफी दिलाने के लिए उसे त्यागा भी लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। फिर 2025 का साल आया। संयोग से यह आइपीएल का 18वां संस्करण था और 03-06-2025 का कुल जोड़ भी 18 निकल रहा था। 18 साल से ‘ई साला कप नामदे’ (इस साल कप हमारा है) की रट लगाने वाले प्रशंसकों ने मंगलवार को अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम को लाल रंग से पाट दिया था।
खुशी से उछल पड़े सभी
2008 में आइपीएल की शुरुआत के साथ ही विराट कोहली केवल रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB)के लिए ही खेले। इस दौरान टीम तीन बार आइपीएल फाइनल में पहुंची, जिसमें से एक बार विराट खुद कप्तान थे, लेकिन ट्राफी जीतने का सपना हर बार अधूरा था। मंगलवार को अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में आखिरकार वह पल आ गया जब विराट की आंखों में जीत के आंसू थे। पंजाब किंग्स को छह रन से हराकर आरसीबी आइपीएल चैंपियन बन चुकी थी और दर्शकदीर्घा में बैठे आरसीबी के पूर्व बल्लेबाज एबी डिविलियर्स, क्रिस गेल भी यह देखकर खुशी से उछल पड़े। डिविलियर्स ने दौड़ कर विराट को गले लगा लिया। ऐसा लग रहा था कि पूरी कायनात विराट कोहली और आरसीबी को आइपीएल की ट्राफी से मिलाने के लिए जुट गई थी और ऐसा हुआ भी। आरसीबी ने फाइनल मुकाबले में पंजाब किंग्स को छह रन से हराकर पहली बार दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग का चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया।
आंसुओं को रोक नहीं पाए विराट
पंजाब ने 11 साल बाद तो आरसीबी ने नौ साल बाद फाइनल में जगह बनाई थी और जो भी टीम जीतती उसका पहली बार चैंपियन बनना तय था। मैच से पहले हुई वर्षा के बाद जब दोनों कप्तान टास के लिए उतरे तो स्टेडियम में प्रशंसकों का शोर बता रहा था कि यह मुकाबला बेहद विशेष होने वाला है। आरसीबी की लाल जर्सी पहने प्रशंसकों की लंबी कतारें स्टेडियम के बाहर लगीं थी क्योंकि 18 साल बाद वह अपने पसंदीदा खिलाड़ी विराट को ट्राफी जीतते देखने पहुंचे थे और अंतत: हुआ भी ऐसा ही, जैसे ही मैच की अंतिम गेंद फेंकी गई और आरसीबी की जीत सुनिश्चित हुई यह विराट खिलाड़ी मैदान पर बैठ गया और अपने आंसुओं को रोक नहीं पाया।
पंजाब किंग्स का सपना फिर अधूरा
दूसरी ओर पंजाब किंग्स का ट्राफी जीतने का सपना फिर अधूरा ही रहा। श्रेयस अय्यर की कप्तानी में टीम को पहली ट्राफी की जीतने की उम्मीदें थी, लेकिन हार के साथ उसका दिल टूट गया। श्रेयस ने पिछले वर्ष केकेआर को ट्राफी जिताई थी और इस बार कोच रिकी पोंटिंग व उनकी जुगलबंदी ने लीग चरण में शीर्ष स्थान हासिल करते हुए प्लेआफ में जगह बनाई थी, लेकिन 2014 की तरह टीम ट्राफी के इतने करीब आकर फिर चूक गई।
भुवनेश्वर ने बदला मैच
191 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब की टीम 16 ओवर तक चार विकेट पर 136 रन बना चुकी थी। क्रीज पर नेहाल वढेरा और शशांक सिंह थे और दोनों अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। 17वां ओवर फेंकने आए भुवनेश्वर ने नेहाल (15) को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा और अगली गेंद पर मार्कस स्टोइनिस ने छक्का जड़ा, लेकिन अगली गेंद पर भुवी ने स्टोइनिस को भी आउट कर मैच को पूरी तरह आरसीबी के पक्ष में ला खड़ा किया।
अंतिम ओवर में पंजाब को 29 रन चाहिए थे और हेजलवुड ने पहली दो डाट गेंद फेंकी। चार गेंद पर टीम को 29 रन चाहिए थे और जीत के लिए आरसीबी को केवल चार मान्य गेंद चाहिए थीं। हेजलवुड की अगली तीन गेंदों पर शशांक ने एक चौका व दो छक्के जड़े और इसके साथ ही आरसीबी का चैंपियन बनना भी तय हो गया। अंतिम गेंद पर छक्का लगा, लेकिन आरसीबी के खिलाड़ियों ने जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया था।
विराट की धीमी, लेकिन अहम पारी
आइपीएल के 18 वर्ष के करियर में चौथी बार फाइनल खेल रहे विराट ने सर्वाधिक 43 रन बनाए। कोहली ने पहले नौ ओवर में केवल एक चौका लगाया, लेकिन उन्होंने पारी को स्थिरता दी और 35 गेंदों में 122.85 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। उनकी पारी में सिर्फ तीन चौके लगे, जिनमें से दो नौ ओवर के बाद आए। टीम छह से 11 ओवर के बीच सिर्फ 42 रन ही जोड़ सकी। इस दौरान बल्लेबाजों ने स्ट्राइक तो संभाली लेकिन बड़े शाट लगाने का साहस नहीं दिखाया। रजत पाटीदार (26) और लियाम लिविंगस्टन (25) भी अपनी अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके। जैमीसन ने बेहतरीन लेंथ और विविधता से आरसीबी के बल्लेबाजों को बांधे रखा।
जितेश की पारी
इससे पहले शानदार गेंदबाजी करने वाले काइल जैमीसन के आंकड़े 17वें ओवर में थोड़ा बिगड़े जब जितेश शर्मा (24) व लियान लिविंगस्टन ने मिलकर 23 रन बटोरे। जितेश ने 10 गेंदों पर दो चौके और दो छक्के की मदद से 24 रन बनाए. लेकिन इस दौरान उन्होंने कीवी पेसर काइल जैमीसन की गेंद पर ऐसा लैप शॉट मारा, जिससे डगआउट में बैठे कोहली का मुंह खुला का खुला रह गया. खड़े-खड़े 180 डिग्री एंगल पर अपने पीछे छक्का मारना, हर किसी के बस की बात नहीं।
18 सालों का इंतजार
जीत के बाद विराट कोहली ने कहा कि यह जीत जितनी टीम के लिए है, उतनी ही हमारे प्रशंसकों के लिए भी है। यह पूरे 18 सालों का इंतजार था। मैंने इस टीम को अपना युवा समय, अपना सर्वश्रेष्ठ दौर और अपना अनुभव सब कुछ दिया है। हर सीजन इसे जीतने की कोशिश की और अपनी पूरी ताकत लगा दी। अब जाकर इसे हासिल करना एक अविश्वसनीय एहसास है। कभी नहीं सोचा था कि यह दिन आएगा, आखिरी गेंद के बाद भावनाओं में बह गया था। अपनी सारी ऊर्जा झोंक दी और अब जो महसूस हो रहा है वो बयां करना मुश्किल है। ये वाकई एक कमाल का एहसास है।
रजत पाटीदार की अगुआई में बने विजेता
इससे पहले टीम तीन बार 2009, 2011 और 2016 में आइपीएल फाइनल में पहुंची थी, लेकिन इस बार नए कप्तान रजत पाटीदार की अगुआई में आरसीबी की टीम ने वो कर दिखाया जो अनिल कुंबले, डेनियल विटोरी और विराट जैसे दिग्गजों की कप्तानी में नहीं कर पाई थी। आइपीएल की ट्राफी पर अब मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपरकिंग्स, कोलकाता नाइटराइडर्स, गुजरात टाइटंस, सनराइजर्स हैदराबाद, डेक्कन चार्जर्स और राजस्थान के बाद उसका नाम भी अंकित हो गया। फाइनल मुकाबले में आरसीबी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 190 रन का स्कोर खड़ा किया था। विराट ने सर्वाधिक 43 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब की टीम सात विकेट पर 184 रन ही बना सकी और उसका ट्राफी जीतने का इंतजार जारी रहा।
आंकड़ों में आइपीएल 2025
आरेंज कैप : साई सुदर्शन (759 रन, गुजरात)
पर्पल कैप : प्रसिद्ध कृष्णा (25 विकेट, गुजरात)
सर्वाधिक अर्धशतक : विराट कोहली (8, आरसीबी)
सर्वोच्च पारी : अभिषेक शर्मा (141 विरुद्ध पंजाब)
सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी : मिशेल स्टार्क (5/35 बनाम हैदराबाद)
सर्वाधिक छक्के (पारी) : वैभव सूर्यवंशी (11 छक्के, राजस्थान)
किसको क्या मिला
आरसीबी : 20 करोड़ रुपये
पंजाब : 13.5 करोड़ रुपये
मुंबई : 7 करोड़ रुपये
गुजरात : 6.5 करोड़ रुपये
आइपीएल के विजेता
मुंबई इंडियंस (2013, 2015, 2017, 2019, 2020)
चेन्नई सुपरकिंग्स (2010, 2011, 2018, 2021, 2023)
कोलकाता नाइटराइडर्स (2012, 2014, 2024)
राजस्थान रायल्स (2008)
डेक्कन चार्जर्स (2009)
सनराइजर्स हैदराबाद (2016)
गुजरात टाइटंस (2022)
आरसीबी (2025)