PM Modi Interview: ऐसा माहौल चाहते हैं कि दुनियाभर के लोग भारत में घर जैसा महसूस करें : मोदी
नई दिल्ली, एजेंसी। PM Modi Interview: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि वह ऐसा माहौल बनाना चाहते हैं कि जहां दुनियाभर से कोई भी भारत में घर जैसा महसूस करे, जिसमें देश की प्रक्रियाएं एवं मानक परिचित व स्वागत करने वाले हों। वह देश में इस प्रकार की समावेशी वैश्विक मानक प्रणाली बनाना चाहते हैं।
ब्रिटेन के समाचार पत्र ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ को दिए एक साक्षात्कार में प्रधानमंत्री मोदी ने पांच लाख करोड़ डालर की मजबूत अर्थव्यवस्था बनाने और देश को निवेश एवं प्रगति का गंतव्य बनाने की भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। चीन से तुलना पर उन्होंने कहा कि भारत की तुलना अन्य लोकतंत्रों के साथ करना अधिक उपयुक्त हो सकता है।
सरकार का मिशन 2047 तक भारत को विकसित बनाना है
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का मिशन 2047 तक भारत को विकसित बनाना है। साथ ही कहा, “आज भारत के लोगों की आकांक्षाएं 10 वर्ष पहले की आकांक्षाओं से भिन्न हैं। उन्हें अहसास है कि हमारा देश उन्नति के मुहाने पर है। वे चाहते हैं कि इसमें तेजी लाई जाए और वे जानते हैं कि यह सुनिश्चित करने के लिए सबसे अच्छी पार्टी वही है जो उन्हें यहां तक लाई है।” प्रधानमंत्री ने ऐसा वातावरण बनाने की आवश्यकता भी बताई जो अधिक लोगों को भारत में निर्माण के लिए प्रोत्साहित करे। जब प्रधानमंत्री से वैश्विक कंपनियों में भारतीय मूल के सीईओ में से कुछ को वापस लाने के प्रयास के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “यह उन्हें वापस लाने का मामला नहीं है, बल्कि लक्ष्य भारत में ऐसा माहौल बनाना है जिससे लोगों को स्वाभाविक रूप से भारत में हिस्सेदारी मिल सके। हम ऐसी स्थितियां बनाना चाहते हैं जहां हर कोई भारत में निवेश करने और अपनी गतिविधियों का विस्तार करने में लाभ समझे।
पश्चिम एशिया में शांति को बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई
दुनिया को आपस में जुड़ी हुई और एक दूसरे पर निर्भर बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘विदेशी मामलों में हमारा सबसे महत्वपूर्ण मार्गदर्शक सिद्धांत हमारा राष्ट्रीय हित है। यह रुख हमें विभिन्न देशों के साथ इस तरह से जुड़ने की अनुमति देता है जो आपसी हितों का सम्मान करता है और समकालीन भूराजनीति की जटिलताओं को स्वीकार करता है।’ साक्षात्कार में प्रधानमंत्री मोदी ने इजरायल-हमास युद्ध पर भी बात की और द्वि-राष्ट्र समाधान पर भारत के रुख एवं गाजा में मानवीय सहायता भेजने को रेखांकित किया। बेंजामिन नेतन्याहू सरकार की सीधी आलोचना से बचते हुए मोदी ने क्षेत्र में शांति को बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। क्षेत्रीय स्थिरता में भारत की सक्रिय भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं क्षेत्र के नेताओं से संपर्क में हूं। अगर शांति की दिशा में प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए भारत कुछ भी कर सकता है, तो हम निश्चित रूप से ऐसा करेंगे।” अमेरिका के साथ संबंधों के बाबत उन्होंने कहा, “आज भारत-अमेरिका संबंध जुड़ाव में व्यापक, आपसी समझ में गहरे और दोस्ती में पहले से कहीं ज्यादा गर्मजोशीपूर्ण हैं।’