अयोध्या में 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री का होगा नागरिक अभिनंदन, सीएम योगी ने परखी पीएम के आगमन की तैयारियां
अयोध्या, बीएनएम न्यूज। रामनगरी में 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भव्य नागरिक अभिनंदन की तैयारी है। वह यहां मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और अयोध्या रेलवे स्टेशन का लोकार्पण करने के साथ हजारों करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की घोषणा करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को दिन भर रामनगरी में रहे। रामलला व बजरंगबली के दर्शन-पूजन के साथ ही उनका जोर प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियों पर रहा। उन्होंने कहा कि धर्मनगरी अयोध्या को त्रेतायुगीन वैभव के अनुरूप सजाया जाए, पूरी अयोध्या राममय हो। मठ-मंदिरों को सजाएं। भव्य तोरण द्वार तैयार कराएं। स्थान-स्थान पर भजन सरिता का प्रवाह हो।
एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का लोकार्पण व हजारों करोड़ की योजनाओं का उपहार देंगे पीएम
प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए अयोध्यावासी भी उत्सुक हैं। ऐसे में उनका भी यथोचित सहयोग लें। साधु-संत गणों का मार्गदर्शन प्राप्त करें। पुष्पवर्षा करने के साथ स्वस्तिवाचन कर उनका अभिनंदन किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ एवं धर्म पथ तथा अयोध्या एयरपोर्ट से बाईपास से नयाघाट जोड़ने वाले मार्ग के कार्यों को गुणवत्ता के साथ शीघ्रता से पूरा कराया जाए। गुरुवार को पूर्वाह्न सरयू तट स्थित हेलीपैड पर उतरने के बाद से ही मुख्यमंत्री एक्शन में आ गए।
चंपतराय के साथ निर्माणाधीन मंदिर सहित गर्भगृह का अवलोकन किया
उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय के साथ निर्माणाधीन मंदिर सहित गर्भगृह का अवलोकन किया, जहां 22 जनवरी को प्रधानमंत्री की उपस्थिति में रामलला के विग्रह की प्रतिष्ठा होनी है। राममंदिर के साथ रामनगरी भी 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत से श्रेष्ठतम सांस्कृतिक नगरी के रूप में संवर रही है। मुख्यमंत्री ने मंडलायुक्त सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक कर इस महनीय अभियान की समीक्षा की और पूर्णता की ओर अग्रसर सभी योजनाओं को तय समय के भीतर पूर्ण करने का निर्देश दोहराया। वापसी की उड़ान से पूर्व मुख्यमंत्री ने स्थानीय संतों के साथ बैठक भी की और 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री के स्वागत तथा उनकी सभा के साथ 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने अयोध्या आगमन के दौरान प्रधानमंत्री पर जगह-जगह पुष्पवर्षा का भी आह्वान किया और इसके लिए करीब एक दर्जन स्थल भी सुनिश्चित किये।
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर रहा मुख्यमंत्री का फोकस
कहने को तो मुख्यमंत्री का कार्यक्रम 30 दिसंबर को एयरपोर्ट व रेलवे स्टेशन के लोकार्पण से संबंधित तैयारियों को देखना था, लेकिन उनका फोकस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री समेत अन्य वीवीआइपी की सुरक्षा व इससे संबंधित अन्य व्यवस्थाओं पर रहा। उन्होंने 30 दिसंबर के कार्यक्रम को 22 जनवरी का रिहर्सल बताया। उन्होंने कहा, 22 जनवरी को आने वाले विमान अकेले श्रीराम एयरपोर्ट पर नहीं खड़े हो पाएंगे। आसपास के जिलों की हवाई पट्टी व एयरपोर्ट पर उनकी व्यवस्था करने का निर्देश दिया। आयुक्त सभाकक्ष में उन्होंने विकास व कानून-व्यवस्था की बैठक में इसे स्पष्ट कर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारी में रात-दिन जुटने को कहा।
होटल बुकिंग में अतिथियों को मिले वरीयता
मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी को आमंत्रितजन की सुविधा को देखते हुए यह आवश्यक है कि उस दिन अयोध्या के होटलों व धर्मशालाओं में सामान्य लोगों की पूर्व बुकिंग को उनकी सुविधा में ध्यान रखकर यथासंभव निरस्त किया जाए। होटलों में निवास के लिए आमंत्रित विशिष्टजन को वरीयता दी जाए। वहीं, बड़ी संख्या में आ रहे वीवीआइपी को ठहराने के लिए पर्याप्त होटल रामनगरी में नहीं हैं, ऐसे विशिष्टजन के लिए लखनऊ, प्रयागराज व वाराणसी में पहले से होटल के इंतजाम में प्रशासन लगा है।