कोलकाता में एक लाख से अधिक लोग करेंगे गीता पाठ, 60,000 महिलाएं एक साथ बजाएंगी शंख

कोलकाता, BNM News। Geeta Path: कोलकाता का ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड ग्राउंड रविवार को विश्व रिकार्ड रचने को तैयार है। यहां एक लाख से अधिक लोग साथ मिलकर गीता पाठ करेंगे। आयोजकों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक एक लाख 30 हजार लोग गीता पाठ करने के लिए पंजीकरण करवा चुके हैं। इससे पहले कभी इतनी बड़ी संख्या में लोगों ने एक साथ गीता पाठ नहीं किया है। पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी इस कार्यक्रम में शामिल होने की बात थी, लेकिन वह कोलकाता नहीं आ रहे। द्वारिका पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती इसमें शामिल होंगे।

कोलकाता पुलिस ने किए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम

काजी नजरुल इस्लाम के गीत से कार्यक्रम की शुरुआत होगी। कार्यक्रम के दौरान 60,000 महिलाएं एक साथ शंख बजाएंगी। ब्रिगेड परेड ग्राउंड में विक्टोरिया मेमोरियल हाल के ठीक सामने दो बड़े मंच तैयार किए गए हैं। कोलकाता पुलिस की ओर से सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। कार्यक्रम में बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, भाजपा विधायक व बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी समेत केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी के नेता-कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल होंगे, वह सभी सनातन धर्म के प्रतिनिधि के रूप में भाग लेंगे। कार्यक्रम स्थल में भाजपा का एक भी झंडा नहीं लगाया गया है। कार्यक्रम की वजह से कोलकाता में ट्रैफिक जाम की समस्या होने के भी आसार हैं।

CM ने गंगासागर मेले की तैयारियों को लेकर 27 को बुलाई बैठक

उधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले साल मकर संक्रांति पर गंगासागर में आयोजित होने वाले मेले की तैयारियों को लेकर आगामी 27 दिसंबर को राज्य सचिवालय नवान्न में जरूरी बैठक बुलाई है। बैठक में राज्य के 15 मंत्रियों को शामिल होने को कहा गया है। इसके अलावा 18 विभागों के सचिवों को भी उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही गंगासागर मेले के आयोजन से जुड़ीं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी बैठक में आने को कहा गया है।

राम मंदिर के उद्घाटन को देखते हुए मेले के आयोजन पर जोर

सियासी विश्लेषकों का कहना है कि अगले साल 22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर के उद्घाटन को देखते हुए मुख्यमंत्री गंगासागर मेले के आयोजन पर इस बार विशेष रूप से ध्यान दे रही हैं। राम मंदिर की तरह ही हिंदुओं के लिए गंगासागर मेले का भी विशेष महत्व है, हालांकि राज्य सचिवालय के अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री गंगासागर मेले की तैयारियों को लेकर हर साल ही बैठक करती हैं इसलिए इसे अलग तरीके से देखना उचित नहीं है। उल्लेखनीय है कि राम मंदिर के उद्घाटन से कुछ दिन पहले से गंगासागर मेले का आयोजन शुरू होगा। यहां हर वर्ष 12 से 15 जनवरी के दौरान लाखों लोग पुण्य स्नान करने आते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ममता सरकार इस बार बड़े पैमाने पर गंगासागर मेले का आयोजन करने की योजना बना रही हैं। ममता हर साल गंगासागर मेले की तैयारियों का जायजा लेने खुद भी गंगासागर जाती हैं। गंगासागर मेले के दौरान राज्य के कई मंत्री वही डटे रहते हैं और आयोजन की जिम्मेदारी संभालते हैं।

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