Israel Hamas war: मध्य गाजा में इजरायल की भारी बमबारी जारी, 24 घंटे में 241 फलस्तीनियों ने गंवाई जान
यरुशलम, एजेंसी। Israel Hamas War: गाजा में युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इजरायली बलों ने मंगलवार को भी मध्य गाजा पर भारी बमबारी की। उसने शरणार्थी कैंपों पर गोले बरसाए। इसमें दर्जनों नागरिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 24 घंटे के दौरान 241 फलस्तीनी मारे गए हैं और 382 घायल हैं। वहीं, इजरायली राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि लड़ाई अभी समाप्त होने नहीं जा रही, शांति के लिए हमास का खात्मा जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से फलस्तीनियों को कट्टरपंथियों से मुक्ति दिलाएंगे। इजरायल के हवाई हमले में गाजा की सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे एंबुलेंस व सहायता सामग्री लोगों तक पहुंचाने में मुश्किलें आ रही हैं। इजरायली बल हफ्तों से उत्तरी गाजा और दक्षिण गाजा के खान यूनिस में भारी गोलाबारी कर रहे हैं। इससे फलस्तीनियों को जान बचाने के लिए दूसरे सुरक्षित ठिकानों की तलाश में दरबदर होना पड़ रहा है।
नुसीरत, मागजी और बुरेजी कैंपों पर विमानों से गोले बरसाए
मंगलवार को मध्य गाजा के निवासियों ने कहा कि उन्होंने आज एक भयानक रात देखी। सोमवार की रात इजरायली बलों ने नुसीरत, मागजी और बुरेजी कैंपों पर विमानों से गोले बरसाए। इजरायली हमले में अब तक 20,915 फलस्तीनियों को जान गंवानी पड़ी है और 54,918 घायल हुए हैं। इनमें दो-तिहाई महिलाएं व बच्चे हैं। जबकि इजरायली बल के अनुसार, जंग में अबतक उसके 160 सैनिकों की जान गई है। दूसरी ओर, जापान सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि वह हमास के तीन वरिष्ठ सदस्यों की आतंकवाद को वित्तपोषित करने की क्षमता को सीमित करने के लिए उन पर प्रतिबंध लगाएगी।
युद्धविराम के प्रयास का नहीं पड़ रहा असर
युद्ध रोकने के लिए दुनियाभर से अपील जारी है। लेकिन इजरायल पर इसका कोई प्रभाव पड़ता नहीं दिख रहा है। गाजा में 11 हफ्ते से जारी युद्ध का यह असर हुआ है कि अमेरिका और ईरान समर्थित बल एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं। इससे क्षेत्र में युद्ध के विस्तार की आशंका बढ़ गई है। वहीं, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपील की है कि वे सात अक्टूबर से बंदी बनाए गए अपने-अपने देशों के नागरिकों को रिहा करने के लिए हमास से बात करें।
मिस्र के प्रस्ताव को खारिज करने का आरोप गलत: हमास
हमास ने इन आरोपों से इन्कार किया है कि उसने गाजा में संघर्ष को समाप्त करने और इजरायल के साथ कैदियों की अदला-बदली करने के मिस्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य एजात अल-रश्क ने सोमवार को एक बयान में कहा कि इजरायली आक्रामकता की व्यापक समाप्ति के अलावा कोई बातचीत नहीं हुई है। दूसरी ओर, हमास ने स्पष्ट समर्थन के लिए पाकिस्तान को धन्यवाद दिया है। उसने पाकिस्तान के लोगों और पाकिस्तान के राजनीतिक मोर्चे जमात-ए-इस्लामी (जेआइ) का आभार जताया है।
सरकार के विरुद्ध इजरायलियों का प्रदर्शन
युद्ध से गाजा के लोग ही नहीं इजरायल के लोग भी दुखी हैं। हिजबुल्ला द्वारा संचालित सीमा पार हमलों के तेज होने के बाद मंगलवार को उत्तरी इजरायल में कई लोग गलील में किबुत्ज अमियाद के बाहर सड़कों पर उतर आए। कई इजरायली नागरिक हाईवे पर बैठ कर प्रदर्शन कर रहे हैं और आरोप लगाया कि नेतन्याहू ने उन्हें बेसहारा छोड़ दिया है। वहीं, रेड क्रास के कथित पक्षपातपूर्ण रवैये के खिलाफ भी कई इजरायलियों ने विरोध प्रदर्शन किया।