Ayodhya Update: अयोध्या में 22 जनवरी को बड़ी वारदात की प्लानिंग, गिरफ्तार 3 संदिग्धों ने उगले राज
अयोध्या, BNM News: अयोध्या से यूपी एटीएस ने तीन बदमाशों ( 3 Suspect arrested in Ayodhya) को गिरफ्तार किया है। इनके संबंध खालिस्तानी आतंकी संगठनों से हैं। तीनों राजस्थान के रहने वाले बताए जा रहे हैं। गिरफ्तार हुए आरोपी के नाम शंकर लाल, अजीत कुमार, प्रदीप पुनिया है। तीनों अपनी गाड़ी में श्रीराम का झंडा लगकर अयोध्या की रेकी कर रहे थे। गिरफ्तार आरोपी शंकरलाल ने पूछताछ में इसका खुलासा किया है। शंकर लाल कनाडा में मौजूद खालिस्तानी समर्थक हरमिंदर उर्फ लांडा से संपर्क में था। हरमिंदर ने शंकर से कहा था कि खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत (Khalistani terrorist Gurupatwant) ने अयोध्या की रेकी करने को कहा है। साथ ही अयोध्या का नक्शा भी भेजने का आदेश भी दिया गया था। कनाडा में मौजूद हरमिंदर उर्फ लांडा के कहने पर तीनों अयोध्या (Ayodhya)पहुंचे थे।
जानकारी के मुताबिक शंकर लाल राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर है और उस पर कई मामले दर्ज हैं। वो कनाडा में बैठे कई गैंगस्टर से संपर्क में था जो खालिस्तानी आतंकियों से जुड़े हुए हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के लिए आरोपी स्कार्पियो में श्रीराम का झंडा लगकर अयोध्या की रेकी कर रहे थे।
आरोपियों के अयोध्या से पकड़े जाने के कुछ देर बाद सिख फॉर जस्टिस के चीफ आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक ऑडियो जारी कर आरोपियों का समर्थन भी किया था। अब यूपी एटीएस सिख फॉर जस्टिस से कनेक्शन की जांच भी शुरू की।
22 जनवरी को बड़ी वारदात की तैयारी
पुलिस ने बताया कि अबतक पूछताछ में खुलासा हुआ है कि तीनों संदिग्ध खालिस्तानी समर्थक हरमिंदर सिंह उर्फ लांडा के संपर्क में थे। गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी हरमिंदर सिंह लांडा ने ही तीनों संदिग्धों को अयोध्या में रेकी कर आसपास का नक्शा भेजने को कहा था। रेकी के बाद तीनों को अयोध्या में रुकना था और फिर डायरेक्शन मिलने के बाद किसी बड़ी घटना को अंजाम देना था। एटीएस उस ऑडियो की जांच कर रही है। तीनों के पास से हरियाणा नंबर की स्कॉर्पियो HR 51 BX 3753 बरामद हुई।
मंदिर की सुरक्षा 6 लेयर में
मंदिर का सुरक्षा घेरा 6 लेयर में है। सुरक्षा को 3 भागों में बांटा गया है। रेड जोन में मंदिर परिसर के अंदर वाला हिस्सा शामिल है। येलो जोन में आस-पास के वे सभी रास्ते शामिल किए गए हैं। जो मंदिर परिसर की तरफ जाते हैं। ग्रीन जोन का दायरा इससे कुछ ज्यादा रखा गया है। मंदिर परिसर में बमरोधी दस्ते की तैनाती की गई है। मंदिर में कुछ भी लाना वर्जित है।
मंदिर परिसर ‘नो-फ्लाइंग जोन’
मंदिर परिसर के ऊपर ड्रोन, हवाई जहाज या चॉपर, कोई भी नहीं गुजर सकेगा। एक ऐसा उपकरण भी राम मंदिर की सुरक्षा में लगाया गया है, जो दूर से ही ड्रोन या वैसी ही किसी वस्तु को मंदिर की तरफ आने से रोक देगा। इस उपकरण की ख़ासियत यह होगी कि इसकी मदद से कई किलोमीटर के दायरे में मंदिर की तरफ आती वस्तु का पता चल जाएगा। इतना ही नहीं, ये उपकरण उस वस्तु को मंदिर तक पहुंचने से पहले ही जाम कर देगा।
यूपी से लगी 570KM की सीमा पर विशेष चौकसी
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या में अब तक की सबसे बड़ी चाक चौबंद सुरक्षा की गई है। राम मंदिर परिसर में 6 लेयर की सिक्योरिटी की गई है। SPG, CISF, स्पेशल कमांडो, CRPF, NSG और ATS ने अयोध्या में मोर्चा संभाल लिया है। चप्पे-चप्पे पर कमांडो तैनात किए गए हैं। यूपी से लगी 570KM की सीमा पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। साथ ही सीमा भी सील कर दी गई है। अयोध्या में एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया गया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम बनाया गया है। 1 हजार CCTV का नेटवर्क तैयार किया गया है। अयोध्या में 11 हजार जवान तैनात हैं। साथ ही, काशी-मथुरा में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है।
SPG ने अयोध्या की सुरक्षा अपने हाथ में ली
अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था 16 जनवरी से SPG ने अपने हाथ में ले ली है। खामियों को दूर करने के लिए अयोध्या पुलिस की मदद ली जा रही है। मंदिर परिसर की सुरक्षा में स्पेशल कमांडो, CRPF और NSG की कंपनियां तैनात की गईं हैं। यूपी ATS और रैपिड एक्शन फोर्स भी अयोध्या में मुस्तैद है।अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा CISF को सौंप दी गई है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने CISF के 250 जवानों और अधिकारियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है।
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