Loksabha Election 2024: सपा ने 16 सीटों पर घोषित किए प्रत्याशी, कांग्रेस को दिए कई संदेश
नई दिल्ली, BNM News: Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए जनसमर्थन जुटाने की आस लिए भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के उत्साह को अपनों से ही चुनौती मिलती जा रही है। बंगाल और बिहार में हाल ही में बड़ा झटका झेल चुकी कांग्रेस की यात्रा अगले माह उत्तर प्रदेश पहुंचने वाली है। कांग्रेस चाह रही थी कि यहां पिछले दो राज्यों जैसी परिस्थितियां न बनें, इसलिए सपा के साथ सीटों के समझौते को जल्द अंतिम रूप दे दिया जाए, मगर वह बातचीत की बाट जोहती रह गई और इस बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कांग्रेस के दावे वाली पांच सीटों पर भी प्रत्याशी घोषित कर विपक्षी गठबंधन की चौड़ी होती दरारों का संकेत दे दिया है।
कांग्रेस को पहला झटका बंगाल में लगा
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में भाजपा को परास्त करने के लिए अलग-अलग राज्यों के क्षेत्रीय दलों को साथ लेकर आइएनडीआइए गठबंधन बनाया। सबसे पहले एकजुटता का संदेश देकर मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में लाभ लेने का सपना संजोया। सभी घटक दलों की संयुक्त जनसभा मध्य प्रदेश में आयोजित करने की रूपरेखा बनाई, लेकिन आपसी खिंचाव में वह नहीं हो सकी। जब राहुल गांधी मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू कर रहे थे, तभी कांग्रेस की ओर से दावा किया गया कि आइएनडीआइए में शामिल सभी दल यात्रा में शामिल होकर एकजुटता का संदेश देंगे। मगर, इन प्रयासों को पहला बड़ा झटका बंगाल में लगा। यात्रा के बंगाल प्रवेश के ऐन पहले तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। यही नहीं, यात्रा के पोस्टर फाड़ने तक के आरोप कांग्रेस ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर लगाए हैं।
कांग्रेस हाईकमान ने उत्तर प्रदेश इकाई को संयम बरतने का निर्देश दिया
यहां से जब राहुल की यात्रा बिहार में प्रवेश करने वाली थी, उससे ठीक पहले विपक्षी गठबंधन के सूत्रधार रहे जदयू अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पाला बदलकर भाजपा के साथ आ गए। इन घटनाक्रमों से चिंतित कांग्रेस की पिछले दो-चार दिन से तैयारी यह थी कि राहुल गांधी की यात्रा के साथ उत्तर प्रदेश में ऐसा न हो। यही वजह है कि अखिलेश यादव द्वारा अपनी ओर से कांग्रेस के लिए 11 सीटें छोड़ने की घोषणा की गई तो कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश इकाई को संयम बरतने का निर्देश दिया।
यात्रा में शामिल नहीं होंगे अखिलेश
सूत्रों के अनुसार प्रयास था कि सपा के साथ सीटों का बंटवारा जल्द कर लिया जाए ताकि अखिलेश और रालोद मुखिया जयंत चौधरी भी यात्रा में शामिल होकर एकजुटता का संदेश दें। हालांकि, अखिलेश के बयान पहले ही सामने आ चुके थे, जिनका संकेत था कि शायद वह यात्रा में शामिल नहीं होंगे। इसी बीच मंगलवार को सपा ने 16 लोकसभा सीटों संभल, फीरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, खीरी, धौरहरा, उन्नाव, लखनऊ, फर्रुखाबाद, अकबरपुर, बांदा, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, बस्ती और गोरखपुर से अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए।
अखिलेश के इस कदम से कांग्रेस सन्न
अखिलेश के इस कदम से कांग्रेस सन्न है। प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अब हाईकमान देखे कि अखिलेश का यह कदम कितना उचित है। जब कांग्रेस से बातचीत चल रही है तो अपनी ओर से कैसे प्रत्याशी घोषित करते जा रहे हैं। मुख्य आपत्ति इस बात पर है कि इन 16 सीटों में संभल, धौरहरा, फैजाबाद, खीरी और लखनऊ ऐसी पांच सीटें हैं, जिन पर कांग्रेस ने दावा किया है। बातचीत पूरी नहीं हुई और सपा ने प्रत्याशी घोषित कर दिए। इसे कांग्रेस नेता भी गठबंधन के भविष्य के लिए ठीक नहीं मान रहे हैं। इतने पर भी कांग्रेस झुक जाती है तो इससे उसकी मजबूरी और दबाव का ही संदेश जाएगा।
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन