Gyanvapi Campus: तहखानों की बंद दीवारों के पीछे आदि विश्वेश्वर मंदिर के साक्ष्य का दावा

वाराणसी, BNM News : ज्ञानवापी का मुकदमा लड़ रहा मंदिर पक्ष परिसर स्थित तहखाने को बेहद अहम मानता है। उसके मुताबिक तहखानों में बंद दीवारों के पीछे भगवान आदि विश्वेश्वर मंदिर होने के साक्ष्य मौजूद हैं। उन्होंने साक्ष्यों के नष्ट होने की आशंका भी जताई है। इसलिए व्यासजी के तहखाने में पूजा-पाठ की मांग के साथ उसे जिलाधिकारी के अभिरक्षा में देने की मांग भी की थी।

कई बंद तहखाने की जांच अभी बाकी

 

मंदिर पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी, सुभाषनंदन चतुर्वेदी, दीपक सिंह के अनुसार धर्मग्रंथों में उल्लेख है कि ज्ञानवापी में आदिविश्वेश्वर मंदिर अष्टकोणीय है। इसके मध्य में गर्भगृह स्थित था। मंदिर ध्वस्त करने के बाद इसके ऊपर ही वर्तमान इमारत को बनाया गया है। इमारत के नीचे बड़े हिस्से को दीवार, ईंट-पत्थर से बंद कर दिया गया है। ज्ञानवापी के कुछ हिस्सों की जांच तो हुई है, लेकिन कई बंद तहखाने की जांच अभी बाकी है। एएसआइ ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में भी इसका उल्लेख किया है। बताया है कि इमारत के नीचे काफी मलबा भरा हुआ है और कई जगहों पर इमारत की फर्श खोखली लगती है।

इमारत के नीचे अव्यवस्थित मलबा होने की बात कही

 

मई, 2022 में एडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही के दौरान वर्तमान इमारत के मुख्य शिखर के नीचे हाल के फर्श के जांच की गई तो नीचे से ऐसी आवाज आ रही थी जैसे खोखला हो। उस वक्त भी मंदिर पक्ष ने उसके नीचे अव्यवस्थित मलबा होने की बात कही थी। ज्ञानवापी परिसर के पूरब दिशा के आधे हिस्से में तहखाने हैं लेकिन आधा हिस्सा दीवारों से बंद किया गया है। उत्तर की ओर के तहखाने अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद के कब्जे में हैं। इनके कुछ हिस्से तक जाने का रास्ता है और उसके बाद दीवार खड़ी कर दी गई है। इसी तरह दक्षिण दिशा में व्यास जी के तहखाने में भी आगे दीवार खड़ी करके रास्ते को अवरुद्ध किया गया। मंदिर पक्ष का मानना है कि इन दीवारों के पीछे ही सदियों पुराने भगवान आदि विश्वेश्वर के मंदिर का गर्भगृह और कई साक्ष्य मौजूद हैं।

विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद आज करेगा तहखाने का निरीक्षण

ज्ञानवापी में व्यासजी के तहखाने में पूजन-अर्चन का आदेश आने के साथ श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी। न्यास गुरुवार को तहखाने का निरीक्षण करेगा। वस्तुस्थिति देखने के बाद राग-भोग-पूजनादि का खाका खींच लिया जाएगा। पुजारी की तैनाती कर शुरुआत भी कर दी जाएगी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के अध्यक्ष प्रो. नागेन्द्र पांडेय ने कहा कि तहखाना वर्षों से बंद है। निरीक्षण कर उसकी साफ-सफाई की जाएगी। देखा जाएगा कि अंदर जो वस्तुएं, मूर्ति, शिवलिंग आदि किस स्थिति में हैं। उन्हें व्यवस्थित कर समुचित स्थान दिया जाएगा। वेदोच्चार के साथ पूजन किया जाएगा। व्यासजी का परिवार साथ रहेगा। पुजारी की तैनाती करने के साथ राग-भोग, पूजनादि की व्यवस्था मंदिर न्यास परिषद करेगा। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद अध्यक्ष प्रो. पांडेय ने कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया है। कहा, ‘स्वल्पारंभः क्षेमकरे’ अर्थात छोटी शुरुआत कल्याणकारी होती है। थोड़े से ही आरंभ हो चुका है। इससे माना जा रहा है जल्द सबकुछ निर्णित हो जाएगा।

 

 

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