तमन्ना भाटिया के हिसाब से इसलिए लोगों को पसंद आ रही हैं दक्षिण भारतीय फिल्में
मुंबई, बीएनएम न्यूज। वर्तमान में हिंदी भाषी क्षेत्रों में दक्षिण भारतीय फिल्मों की बढ़ती लोकप्रियता सिनेमा जगत में बड़ी चर्चा का विषय बन चुका है। हिंदी पट्टी में दक्षिण भारतीय फिल्में जितना अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं, दक्षिण भारतीय क्षेत्रों में हिंदी फिल्में उस तरह अपनी पकड़ नहीं बना पा रही हैं। अब इस मामले में बाहुबली फेम अभिनेत्री तमन्ना भाटिया ने अपना मत प्रकट किया है।
जड़ों से जुड़ी कहानी बताने को प्राथमिकता
हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘मैंने नोटिस किया है कि दक्षिण भारतीय सिनेमा अपनी ऐसी क्षेत्रीय घटनाओं के बारे में फिल्में बनाते हैं, जो वहां पहले हुई हैं, जो हो रही हैं और जो हो सकती हैं। उनका कंटेंट वैश्विक स्तर पर इसलिए पसंद किया जा रहा है क्योंकि वह जड़ों से जुड़ी कहानी बताने को प्राथमिकता दे रहे हैं। उनके दर्शक वर्ग में कुछ निश्चित तरह के लोग नहीं है, वो मूल मानवीय भावनाओं के साथ आगे बढ़ते हैं। जैसे माता-पिता का प्यार, माता-पिता का बदला, भाई का बदला, बहन का बदला, बेटे का बदला, प्यार।
वही चीजें बता रहे हैं, जो उन्हें महसूस होता
उन्होंने कहा, वो अलग-अलग तरह से ऐसी ही कहानियां बता रहे हैं। वो अपनी कहानियां उसी तरह से रखने का प्रयास कर रहे हैं, जैसे उनका नजरिया है। वो किसी अलग वर्ग के लिए कुछ अलग बनाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। वो सिर्फ वही चीजें बता रहे हैं, जो उन्हें महसूस होता है। वास्तव में दक्षिण की फिल्मों के लिए यह चीज काम आई है। इसलिए उनकी फिल्म अलग-अलग भाषाओं में डब होकर पसंद की जा रही हैं।’
भौगोलिक स्थिति के बारे में खूब बात होती है
तमन्ना ने राज शमनी के पॉडकास्ट पर बातचीत करते हुए कहा कि दक्षिण की फिल्मों में वहां की भौगोलिक स्थिति के बारे में खूब बात होती हैं। तमन्ना के हिसाब से बॉलीवुड और साउथ में यही मुख्य अंतर है। उनका कहना है कि बॉलीवुड में कई दफा ऐसी फिल्में बनती है, जो सभी का मनोरंजन कर सकें और ये शायद सही से काम नहीं कर पाता। तमन्ना आगामी दिनों में फिल्म बोले चूड़ियां में नजर आएंगी।
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