इंस्पेक्टर संग कमरे में पकड़ी गईं थाना प्रभारी के मामले में मिले होश उड़ाने वाले तथ्य, 8 पुलिसवालों पर गिरी गाज

आगरा, बीएनएम न्यूजः उत्तर प्रदेश के आगरा में इंस्पेक्टर शैली राणा से मारपीट के मामले में जांच पूरी हो गई है। इसमें 11 पुलिसकर्मी अनुशासनहीनता सहित अन्य आरोप के दोषी पाए गए हैं। वहीं घटना में थाना पुलिस की संलिप्तता भी मिली है। एसीपी ने जांच रिपोर्ट डीसीपी को सौंपी है।

थाना रकाबगंज स्थित सरकारी आवास में शनिवार को प्रभारी निरीक्षक शैली राणा के साथ इंस्पेक्टर पवन पकड़े गए थे। दोनों को पीटा गया था। पवन की पत्नी गीता और उनके भाई सहित अन्य पर पिटाई का आरोप है। घटना के वीडियो वायरल हुए थे। पुलिस ने गीता, उनके भाई ज्वाला सिंह और भाभी सोनिका को जेल भेजा था।

मूकदर्शक बनकर तमाशा देखने वाले रकाबगंज के आठ पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इनमें दो को निलंबित तो छह को लाइन भेजा गया था। प्रकरण की जांच एसीपी सदर डॉ. सुकन्या शर्मा कर रही थीं। उन्होंने थाने में तैनात कई पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए। इसके अलावा इंस्पेक्टरों से भी जानकारी ली।

कई तथ्य आए सामने

जांच में कई तथ्य सामने आए हैं। उन्होंने अपनी रिपोर्ट डीसीपी को सौंप दी है। सूत्रों ने बताया कि जांच में तीन और पुलिसकर्मियों की भूमिका पर सवाल उठाया गया है। घटना के बाद मूकदर्शक बने पुलिसकर्मियों को अकर्मण्यता, अनुशासनहीनता और गोपनीयता भंग करने का दोषी माना गया है। यह भी सामने आया कि पवन की पत्नी को बुलाया गया था। इसके बाद घर भी दिखाया गया। वीडियो बनाने के भी इंतजाम भी किए गए थे।

मेडिकल अवकाश पर थे

इंस्पेक्टर पवन मुजफ्फर नगर से विजिलेंस स्थानांतरित होकर आए हैं। एक महीने से मेडिकल अवकाश पर चल रहे थे। वह घर से प्रयागराज जाने की कहकर आए थे। एक मोबाइल भी बंद कर लिया था। पत्नी से संपर्क नहीं कर रहे थे। इस पर उनकी पत्नी भी नजर रखे हुए थीं। पत्नी गीता परिजन के साथ आई थीं। इसके बाद बवाल हुआ था।

एक साल से पत्नी को था शक

इंस्पेक्टर शैली राणा और पवन नागर की मारपीट के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। मारपीट के दौरान पुलिस कर्मी मूकदर्शक बने रहे थे। थाना प्रभारी निरीक्षक शैली राणा की शिकायत पर पुलिस ने मारपीट के मामले में मुकदमा दर्ज किया और गीता, ज्वाला सिंह व सोनिका को जेल भेजा था। इसमें अन्य आरोपी फरार हैं।

पुलिस की पूछताछ में गीता नगर ने बताया था कि उसे एक साल से पति की हरकतों पर शक था। पति का फोन बंद होने से वह परेशान थी। तभी आगरा पुलिस से उसके पास कॉल गया और कहा कि पति इंस्पेक्टर पवन नागर यहां पर शैली राणा के आवास में रह रहे हैं।

मुकदमे में बढ़ सकती हैं धाराएं

रकाबगंज थाना पुलिस ने हाई प्रोफाइल केस में घायल इंस्पेक्टर शैली राणा का मेडिकल कराया। उसके कोर्ट में बयान कराए। विवेचक ने इंस्पेक्टर के बयानों का अवलोकन किया। जिससे मुकदमे में कुछ और धाराएं बढ़ सकती हैं।

तीन और पुलिसकर्मी पर कार्रवाई तय

 एसीपी सदर सुकन्या शर्मा ने अपनी जांच रिपोर्ट डीसीपी सिटी सूरज राय को सौंप दी है। जिसमें तीन और पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होना तय है। एसीपी ने अपनी जांच रिपोर्ट में तीनों पुलिसकर्मियों के नाम खोले हैं। तीनों पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध है। तीनों पुलिसकर्मी थाने पर मौजूद थे। मगर, घटना के समय मूकदर्शक बने रहे। इसलिए, तीनों पुलिसकर्मियों को आरोपित माना गया है।

थाना पुलिस ने रची थी पूरी साजिश

 एसीपी सदर सुकन्या शर्मा ने अपनी जांच के दौरान पाया कि घटना के लिए थाना पुलिस ने भी साजिश रची थी। रकाबगंज थाना के पुलिसकर्मियों ने ही इंस्पेक्टर पवन कुमार की पत्नी गीता नागर को सूचना दी थी। जिस पर ही गीता नागर अपने बेटे और परिजन के साथ मेरठ से आगरा आई थी। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने ही गीता नागर को थाना प्रभारी निरीक्षक शैली राणा का सरकारी आवास दिखाया था। पुलिस ने ही मारपीट का वीडियो वायरल कराने के लिए वीडियो बनाने के इंतजाम किए गए थे।

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