कांग्रेस को चुभे अखिलेश के तीखे तीर, सपा प्रमुख से बात करेंगे खरगे
नई दिल्ली, BMN News : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाने के बाद गहराया कांग्रेस- समाजवादी पार्टी विवाद कम होता दिख रहा है। सियासी गलियारों में यह सवाल काफी अहम है कि अगर ऊपर सबकुछ ठीक भी हो गया तो क्या नीचे कार्यकर्ताओं के बीच सब पहले की तरह दुरुस्त हो पाएगा? क्या पिछले कुछ दिनों से चल रही बयानबाजी से तल्ख हुए रिश्तों में एकजुटता की नरमी आ सकेगी?
मध्य प्रदेश चुनाव में सीट न देने को लेकर भड़के सपा प्रमुख अखिलेश यादव के हमले कांग्रेस को बेहद चुभ गए हैं। आइएनडीआइए गठबंधन में महत्वपूर्ण भागीदार होने के नाते उनकी भाषा पार्टी को हैरान कर रही है। इसीलिए, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इस मुद्दे पर जल्द ही अखिलेश से बात करेंगे। पार्टी का साफ कहना है कि आइएनडीआइए की अब तक हुई तीनों बैठकों में बिल्कुल साफ था कि विपक्षी दलों का यह गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है।
अखिलेश ने कांग्रेस को चालू पार्टी और धोखेबाज कहा
मध्य प्रदेश में चुनावी गठबंधन न करने के लिए सपा प्रमुख का कांग्रेस को चालू पार्टी से लेकर धोखेबाज कहना गंभीर रूप से आपत्तिजनक है। पांच राज्यों के चुनाव में ताकत लगा रही कांग्रेस का यह भी कहना है कि इन चुनावों के नतीजे आइएनडीआइए गठबंधन को जोड़ने के लिए फेविकोल साबित होंगे। पार्टी सूत्रों ने साफ कहा कि अखिलेश चाहे जितने भी बेचैन होकर हमले करें, कांग्रेस पांच राज्यों का चुनाव अभियान खत्म होने के बाद ही 2024 के चुनावी महासंग्राम के लिए आइएनडीआइए की सियासी सरगर्मियों को नए सिरे से आगे बढ़ाने की शुरुआत करेगी। पार्टी के वरिष्ठ सूत्र ने कहा कि पटना, बेंगलुरु और मुंबई में आइएनडीआइए की तीनों बैठकों के दौरान बिल्कुल साफ था कि गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है।
कांग्रेस के खिलाफ अखिलेश की आग उगलती टिप्पणियां आपत्तिजनक और अशोभनीय
‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया’ का नारा लोकसभा चुनावों के लिए तय हुआ, किसी ने भी राज्य चुनावों के बारे में बात नहीं की। नीतीश कुमार, लालू प्रसाद, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल से लेकर सीताराम येचुरी सभी इस बात से सहमत थे। यही नहीं, अखिलेश यादव ने भी इन तीनों बैठकों के दौरान विधानसभा चुनाव में गठबंधन का मुद्दा नहीं उठाया। ऐसे में अब मध्य प्रदेश में सीट न दिए जाने को लेकर कांग्रेस के खिलाफ उनकी आग उगलती टिप्पणियां आपत्तिजनक और अशोभनीय हैं।
खरगे जल्द अखिलेश और रामगोपाल से करेंगे बातचीत
सूत्र ने कहा कि इसके मद्देनजर ही मल्लिकार्जुन खरगे जल्द अखिलेश ही नहीं, रामगोपाल यादव से भी बातचीत करेंगे। इसमें सपा नेताओं को यही समझाने का प्रयास किया जाएगा कि आइएनडीआइए की मजबूती के लिए कांग्रेस की मजबूती अपरिहार्य है। आइएनडीआइए की सक्रियता ठप होने को लेकर जदयू नेता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की टिप्पणियों पर पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि विपक्षी खेमे के हित को देखते हुए उनके द्वारा जाहिर की गई बेचैनी अस्वाभाविक नहीं थी। अखिलेश की तरह नीतीश ने कांग्रेस पर हमला नहीं किया था और इसीलिए खरगे ने तत्काल उनसे फोन पर बात कर पांच राज्यों के चुनाव अभियान के खत्म होने के साथ ही आइएनडीआइए के रोडमैप पर आगे बढ़ने का भरोसा दिया। सूत्रों के अनुसार, बेशक खरगे सपा प्रमुख से होने वाली अपनी बातचीत में उनकी टिप्पणियों पर अपना एतराज जाहिर करने से गुरेज नहीं करेंगे लेकिन आइएनडीआइए के व्यापक हित में अखिलेश की तल्खी घटाने की पहल भी करेंगे।