भाजपा अध्यक्ष के सेवा विस्तार के लिए पार्टी संविधान में संशोधन, राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रस्ताव पास

नई दिल्ली, एजेंसी: BJP President Election: भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी के संविधान में संशोधन का प्रस्ताव पारित किया गया है। इसके जरिये संगठन के संसदीय बोर्ड को यह अनुमति दी गई है कि आपात स्थिति में पार्टी के अध्यक्ष के कार्यकाल को सेवा-विस्तार दिया जा सके।
इस आशय का प्रस्ताव पार्टी महासचिव सुनील बंसल लेकर आए।

आपात स्थिति में बिना चुनाव के ही कार्यकाल बढ़ाने पर सहमति

 

भाजपा में अध्यक्ष पद का चयन संगठनात्मक चुनाव से होता है। कई चरणों पर निवार्चन के बाद कम से कम 50 प्रतिशत राज्य इकाइयों को उन्हें निर्वाचित करना होगा। प्रदेश स्तर का भाजपा का संगठनात्मक चुनाव भी जिला निकायों के निर्वाचन पर निर्भर करता है। सूत्रों का कहना है कि सत्तारूढ़ दल फिलहाल विधानसभा या लोकसभा चुनावों के लिए व्यस्त हैं। ऐसे में आंतरिक चुनावों की प्रक्रिया का पालन करना संभव नहीं है। कार्यकाल खत्म होने के कगार पर पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का मौजूदा कार्यकाल लोकसभा चुनाव को देखते हुए 30 जून तक के लिए बढ़ाया गया है। हालांकि पार्टी ने अभी तक इस संशोधन का ब्योरा और कारण नहीं बताया है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि भावी अध्यक्षों की नियुक्ति को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है। दो दिवसीय अधिवेशन में तीन प्रस्ताव भी रखे हैं।

पहले भी हुए संशोधन

राजनाथ सिंह जब पार्टी अध्यक्ष थे, तब माना जा रहा था कि नितिन गडकरी को दूसरी बार अध्यक्ष पद मिलने वाला है। इसके लिए भाजपा ने अपने संविधान में संशोधन भी किया था। उस समय यशवंत सिन्हा भी अध्यक्ष पद का नामांकन भरने वाले थे, लेकिन उन्हें मना लिया गया था और चुनाव की नौबत नहीं आई थी।

 

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