Angelo Mathews Timed out: एंजेलो मैथ्यूज को आउट दिया जाना सही या गलत? जानें क्यों हो रही शाकिब की आलोचना
नई दिल्ली। क्रिकेट विश्वकप 2023 में 6 सितंबर को बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे मुकाबले में एंजेलो मैथ्यूज के विकेट को लेकर बवाल मचा। क्रीज पर देरी से पहुंचने के चलते मैथ्यूज को बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन की अपील पर अंपायर ने ‘टाइम आउट’ नियम के तहत आउट करार दिया। ऐसा क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ है। इस दौरान एंजेलो मैथ्यूज की अंपायर और शाकिब से काफी देर तक बहस भी हुई, लेकिन नियमों के मुताबिक उन्हें मैदान छोड़कर जाना पड़ा। मैच में खराब खेल भावना दिखाने को लेकर शाकिब अल हसन की हर तरफ थू-थू भी हो रही है। गौतम गंभीर, वकार युनूस आदि खिलाड़ियों ने इसकी आलोचना की है। इस बीच मैच में चौथे अंपायर की जिम्मेदारी संभाल रहे एंड्रियन होल्डस्टाक ने ‘टाइम आउट’ के नियमों को विस्तार से समझाया है।
आखिर क्यों आउट दिए गए मैथ्यूज?
दरअसल, आईसीसी ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें श्रीलंका की पारी के बाद चौथे अंपायर एंड्रियन होल्डस्टॉक टाइम आउट के नियमों को समझाया है। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड कप की प्लेइंग कंडिशंस एमसीसी के नियमों के अनुसार कहती है कि जब टाइम आउट होता है, विकेट गिरता है या फिर बल्लेबाज रिटायर होता है, तो नए बल्लेबाज को बॉल खेलने के लिए दो मिनट के अंदर तैयार होना होता है।”
चौथे अंपायर ने कहा कि हमारे कुछ प्रोटोकॉल हैं, जिसके तहत टीवी अंपायर विकेट गिरने के बाद दो मिनट को मॉनिटर करते हैं। इसके बाद वह ऑनफील्ड अंपायर को मैसेज देते हैं। आज दोपहर हुए विवाद में बल्लेबाज दो मिनट के अंदर गेंद खेलने के लिए तैयार नहीं था, हेलमेट के स्ट्रेप का इशू तो बाद में हुआ।”
क्या था विवाद?
दरअसल, सदीरा समरविक्रमा के आउट होने के बाद एंजेलो मैथ्यूज क्रीज पर देरी से पहुंचे। इसके साथ ही वह मैदान पर टूटे हुए हेलमेट के साथ आए। इस दौरान उन्होंने डगआउट में साथी प्लेयर से दूसरा हेलमेट लाने की मांग की। हालांकि, इसी बीच, बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने मैथ्यूज के खिलाफ अंपायर्स से टाइम आउट की अपील कर दी।
पहली बार में देखकर लोगों को यह सिर्फ मजाक सा लगा, लेकिन अंपायर ने इस अपील को सीरियस लेते हुए मैथ्यूज को नियमों के अनुसार पवेलियन जाने का फरमान जारी कर दिया। मैथ्यूज ने काफी देर तक इसको लेकर अंपायर और शाकिब से बहस की, लेकिन आखिरकार उन्हें मैदान छोड़कर जाना पड़ा। इस विवाद के कारण दोनों देशों क खिलाड़ियों में तीखी नोकझोंक हुई। मैच के अंत में खिलाड़ियों ने एक-दूसरे से हाथ तक नहीं मिलाया। इस विवाद की गूंज लंबे समय तक सुनाई देगी।