लिटिल ब्लासम में धूमधाम से मना वार्षिकोत्सव, मशहूर गायक शंकर साहनी ने की दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत

वसुंधरा (गाजियाबाद), BNM News । लिटिल ब्लासम प्ले स्कूल में 18 वां वार्षिकोत्सव ‘उमंग 2023’ धूमधाम से मनाया गया। नन्हे-मुन्ने बच्चे देश भक्ति और अपनी सांस्कृतिक विरासत के प्रदर्शन कर खूब थिरके। मशहूर पंजाबी गायक शंकर साहनी ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस मौके पर साहनी ने कहा कि ‘बच्चों को देश भक्ति के संस्कार मिलना जरूरी है, तभी भारत विश्व शक्ति के लिए अग्रसर हो सकता है।

प्ले स्कूल एकल परिवारों की मुश्किल हल करने में मददगार: शंकर साहनी

लिटिल ब्लासम के ‘उमंग 2023’ की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई । स्कूल की चेयरपर्सन रश्मि गुप्ता ने मुख्य अतिथि मशहूर गायक शंकर साहनी का स्वागत किया। इस मौके पर मशहूर गायक शंकर साहनी ने कहा कि छोटे बच्चो में संस्कार देने का काम केवल स्कूलों का नही है इसमें अभिभावकों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। प्ले स्कूल काफी हद तक वह जरूरतें पूरा कर रहे हैं। प्ले स्कूल एकल परिवारों की मुश्किल हल करने में मददगार साबित हो रहे हैं। छोटे नन्ने मुन्नों को मंच पर लाकर परफार्मेंस के लिए तैयार करना आसान काम नहीं है। जिन बच्चों को अकेला छोड़ दो वे रोने लगते है क्योंकि मां और पिता की उंगली अभी छूटी नहीं है, तब यह समझ आता है कि स्कूल की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है। घर में संस्कार देने का काम मां और पिता का है लेकिन शिक्षिकाएं भी स्कूल में संस्कार देने से लेकर उन्हें बेहतर नागरिक बनाने के लिए अच्छी सीख ही नहीं आत्मविश्वास भी भरती है, यही वजह है कि प्ले स्कूल महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे।

‘बच्चों के संस्कार ही आपके और देश के काम आएंगे’

उन्होंने कहा कि यहां नन्हें मुन्नों की प्रस्तुति देखकर दंग रह गया कि हम आज भी मंच पर चढते हैं तो प्रभु को याद करते हैं लाज रखना, लेकिन बच्चों ने बेधड़क होकर मंच पर जो कमाल दिखाया तारीफे काबिल है। सामाजिक मूल्य और मान्यताओं में गिरावट न आए क्योंकि यही हमारे देश की नींव है, बच्चे हमारे भविष्य हैं। कल इनको देश संभालना है। इन बच्चों में से कोई डाक्टर बनेगा तो कोई आइएएस तो कोई इंजीनियर पर आपको यह भी सोचना चाहिये कि स्कूल से वह काबिल बनकर तो निकलेंगे लेकिन अच्छा बेटा और बेटी भी बनकर निकले आपको सुखद एहसास होगा कि संस्कार कमजोर नहीं पड़े। यह संस्कार ही आपके और देश के काम आएंगे।

नन्हे मुन्ने बच्चों की प्रस्तुति ने मन मोहा

विद्यालय में नन्हे मुन्ने वच्चों ने सरस्वती मंत्र से शुरू किए कार्यक्रम में मन मोह लिया। स्वागत गान में बच्चों नें मन मोहा तो झोपड़ी में प्रभु राम आएंगे पर बच्चों की प्रस्तुति ने लोगों को भावुक कर दिया। ‘योद्धा बन गई मैं’ का नन्ही बालिकाओं ने योद्धा बनकर दिखाया जिस पर खूब तालियां बजी। ‘चूं- चूं करती चिड़िया’ के गाने ने एहसास कराया कि पक्षी कैसे प्रकृति से प्रेम करते हैं। ‘है प्रीत जहां की रीति सदा, मैं गीत वहां के गाता हूं ने खूब तालियां बटोरी। योगा पर बच्चों का कार्यक्रम देखने लायक था।

रामायण प्ले कर भारतीय संस्कृतिका संदेश दिया

ओल्ड एज प्ले में भी बच्चों ने समां बांध दिया। बच्चों ने योगा की प्रस्तुति देकर संदेश दिया कि पुरानी परंपरा और ज्ञान के आगे दुनिया नतमस्तक है।  तिरंगा पर बच्चों की प्रस्तुति मन मोह लेने वाली थी। वाटर प्ले ने पानी को बचाने का संदेश दिया। मल्हारी और हनुमान चालीसा खूब पसंद किया। राजस्थानी का घूमर नृत्य कर मन मोह लिया। नन्हे-मुन्नों ने भारतीय संस्कृति की जड़ों से रूबरू कराते हुए राम आएंगे पर रामायण प्ले कर भारतीय संस्कृति की धरोहर कितनी मजबूत है, इसका नजदीक से परिचय कराया।। इस मौके पर चेयरपर्सन रश्मि गुप्त ने स्कूल की रिपोर्ट रखी। वाइस प्रिंसिपल अपेक्षा गोलस ने धन्यवाद दिया।

 

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