500 गुमनाम पत्र से चौधरी देवीलाल विवि में मची खलबली, छात्राओं ने प्रोफेसर पर लगाए छेड़छाड़ के आरोप
नरेन्द्र सहारण, सिरसाः चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय ( Chaudhary Devi Lal University) में कुलपति के नाम गुमनाम चिट्ठी पहुंचने से खलबली मच गई है। विवि की एक विभाग की छात्राओं ने एक प्रोफेसर पर छेड़छाड़ करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। गुमनाम चिट्ठी भेजने वाले ने इस मामले में प्रधानमंत्री से लेकर राज्यपाल तक शिकायती पत्र भेजकर न्याय लगाने की गुहार लगाई है। वहीं, प्रोफेसर ने आरोपों को सिरे से नकार दिया है। प्रोफेसर ने कहा कि कुलपति से मिलकर अपनी बात को रखूंगा। विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले की तहकीकात करने में जुट गया है।
शिकायती पत्र में लिखा है कि हम सभी चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के एक विभाग में पढ़ने वाली छात्राएं हैं। इस विभाग में 500 छात्राएं पढ़ती हैं। छात्राओं का आरोप है कि एक प्रोफेसर कई महीनों से छेड़छाड़ कर रहे हैं। कुलपति को उन पर पूर्ण विश्वास है। वह इस प्रोफेसर के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने में असमर्थ हैं।
छात्राओं का आरोप है कि प्रोफेसर पेपर के समय अंक बढ़ाने और प्रैक्टिकल में अच्छे अंक दिलाने का लालच देते हैं। उसका राजनीतिक रसूख है। उस पर इसलिए अभी तक विवि प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि प्रोफेसर लड़कियों को अकेले पाकर अपने कार्यालय के बाथरूम में ले जाते हैं और अश्लील हरकत करते हैं। छात्राओं ने जब हमने इसका विरोध किया तो प्रोफेसर ने हमें जान से मारने की धमकी दी। इतना ही नहीं उन दिनों की विभाग की सीसीटीवी फुटेज तक डिलिट करवा दी।
छात्राओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि संबंधित प्रोफेसर की तरह ही विभाग के एक अन्य प्रोफेसर के हरकतों को लेकर भी विवि प्रशासन को कई बार शिकायत छात्राएं कर चुकी हैं। हालांकि आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। चिट्ठी में छात्राओं ने कहा है कि वह अपने परिजनों तक को कुछ नहीं बता सकती हैं। ऐसे में आपसे मांग है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच कराई जाए।
हरियाणा के सिरसा स्थित चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी (CDLU) के एक प्रोफेसर पर छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाए हैं। यूनिवर्सिटी स्कूल फॉर ग्रेजुएट स्टडी (यूएसजीएस) की छात्राओं ने एक गुमनाम पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने लिखा कि इस विभाग में करीब 500 छात्राएं पढ़ती हैं। डीन ने उसके साथ अश्लील हरकतें कीं और यौन उत्पीड़न करने की कोशिश की।
इस संबंध में सीडीएलयू के कुलसचिव प्रो आरके बंसल ने कहा कि चिट्ठी की सच्चाई क्या है। इसकी जांच की जाएगी। कुलपति निजी कार्य से बाहर हैं। कल उनके आने के बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।