विधानसभा चुनावों में हार के बाद अभिषेक बनर्जी ने कांग्रेस पर तंज, कही यह बात

कोलकाता, बीएनएम न्यूज। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को भारी पराजय का सामना करना पड़ा है। अब इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल कांग्रेस सलाह और तंज कसने लगे हैं। इसी कड़ी में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव परिणामों से सबक लेते हुए कांग्रेस को अपनी गलतियों को सुधारना चाहिए और गठबंधन की राजनीति के प्रति दृष्टिकोण बदलना चाहिए।

 

अपनी गलतियों को सुधारना चाहिए

यह स्पष्ट संकेत था कि कांग्रेस को किसी भी सीट या राज्य पर अपना दावा छोड़ देना चाहिए, जहां संबंधित गठबंधन भागीदार भाजपा से मुकाबला करने के लिए बेहतर स्थिति में है। मैं विजेताओं को बधाई देता हूं। साथ ही, हारने वालों के लिए मेरी सलाह है कि उन्हें अपनी गलतियों को सुधारना चाहिए और आने वाले दिनों में मजबूत होकर उभरना चाहिए। राज्य के कुछ कांग्रेस नेता आत्मसंतुष्टता की भावना से ग्रस्त हैं।

चुनाव लड़ने का काम सबसे मजबूत ताकत पर छोड़ा जाए

अभिषेक बनर्जी ने अपने निर्धारित उत्तर बंगाल दौरे के लिए रवाना होने से पहले कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मीडियाकर्मियों से कहा कि चुनाव लड़ने का काम सबसे मजबूत ताकत पर छोड़ दिया जाना चाहिए। अगर इस फॉर्मूले का पालन किया जाता तो पराजय को रोका जा सकता था। उन्होंने राजस्थान का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां भाजपा और कांग्रेस के वोटों में दो प्रतिशत का अंतर है। अगर इसके लिए पहले से रणनीति बनाई जाती और सहयोगी दलों से बातचीत की जाती तो इस अंतर को पाटा जा सकता है।

2019 की गलतियों से सबक लेकर विधानसभा चुनाव जीता

उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस में हमने 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद अपनी गलतियों से सबक लिया। हमने अपनी गलतियों को सुधारा और इसलिए 2021 का विधानसभा चुनाव जीत सके। देश की जनता ही महाविपक्ष इंडिया गठबंधन के भाग्य और भविष्य का फैसला करेगी। ज्ञात हो कि याद रखें कि जब कांग्रेस 2018 में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जीती थी, तब भाजपा ने कहा था कि विधानसभा चुनावों का असर 2019 के लोकसभा चुनावों में नहीं पड़ेगा। बनर्जी ने कहा, हम अब कह रहे हैं कि देश की जनता ही तय करेगी कि क्या ताजा नतीजों का 2024 के लोकसभा चुनावों पर कोई प्रभाव पड़ेगा। चुनाव नतीजों के तुरंत बाद, तृणमूल कांग्रेस का एक वर्ग दावा कर रहा है कि ताजा नतीजे भाजपा की सफलता से ज्यादा कांग्रेस की विफलता हैं।

 

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