Assembly Election 2023: ममता बनर्जी ने बताया तीन राज्यों में कांग्रेस की हार का कारण, लोकसभा चुनाव के लिए दी सलाह

कोलकाता, बीएनएम न्यूज।  Assembly Election Relsults 2023: मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार के बाद माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के बीच मनमुटाव होना तय माना जा रहा है। इस बीच विधान चुनावों के परिणाम के लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का बयान आया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए के सदस्यों के साथ सीट-बंटवारे की व्यवस्था की कमी के कारण तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव हारी है। ममता ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह कांग्रेस की हार है, लोगों की नहीं। कांग्रेस ने तेलंगाना जीत लिया है। वे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जीत सकते थे। कुछ वोट विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए (INDIA Alliance )की पार्टियों ने काटे। यह सच है। हमने सीट-बंटवारे की व्यवस्था का सुझाव दिया था। वोटों के बंटवारे के कारण कांग्रेस हार गई।

 

कहा- सीट बंटवारे की सही व्यवस्था बनी, तो भाजपा 2024 में सत्ता में नहीं आएगी

ममता ने कहा कि विचारधारा के साथ-साथ आपको एक रणनीति की भी जरूरत है। अगर सीट-बंटवारे की व्यवस्था बनेगी, तो भाजपा 2024 में सत्ता में नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन अगले साल आम चुनाव से पहले मिलकर काम करेगा और गलतियों को सुधारेगा। हम गलतियों से सीखेंगे। ममता की यह टिप्पणी कांग्रेस को तीन प्रमुख राज्यों-मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हार का सामना करने के बाद आई है।

ममता ने कहा-कांग्रेस मिजोरम में सिर्फ एक सीट जीतने में सफल रही

ममता ने कहा कि कांग्रेस मिजोरम में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने के बाद सिर्फ एक सीट जीतने में सफल रही। उसकी एकमात्र जीत तेलंगाना में है, बाकी सभी जगहों पर हार गई है। विधानसभा चुनाव के इस दौर में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने कई सीटों पर अलग-अलग चुनाव लड़ा था। कई लोगों ने बताया है कि इससे वोटों में विभाजन हुआ और भाजपा को फायदा हुआ है।

 

सहयोगियों ने की कांग्रेस की आलोचना

आइएनडीआइए के कई सहयोगियों ने चुनावों से पहले खुद को दूर करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की। जनता दल-यूनाइटेड के केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस ने गठबंधन की अन्य पार्टियों को नजरअंदाज किया, लेकिन वह अपने दम पर जीतने में असमर्थ रही। वहीं केरल के मुख्यमंत्री और सीपीएम के वरिष्ठ नेता पिनाराई विजयन ने कहा कि हिंदी पट्टी में भाजपा से मुकाबला करते समय साथ मिलकर लड़ना जरूरी है।