नई दिल्ली, BNM News: Ayodhya Ram Mandir राम मंदिर को लेकर इस समय पूरे देश में जश्न का माहौल है। 22 जनवरी को रामलला विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त है और इसको लेकर जोर-शोर से तैयार हो रही है। बहुत से लोग इस एतिहासिक पल के साक्षी बनना चाहते हैं, जिसके लिए वह अयोध्या पहुंचना चाहते हैं। इसके लिए रेलवे से लेकर स्थानीय प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। इस मौका का फायदा उठाने के लिए साइबर ठग (cyber criminals) भी सक्रिय हो गए हैं। इस दौरान साइबर ठगों ने WhatsApp के एक मैसेज की मदद से लोगों को ठगने की कोशिश की है। दरअसल, Free VIP Entry का लालच देकर लोगों को ठगने की कोशिश हो रही है।
22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में भगवान राम की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा होने जा रहा है। इसे लेकर अयोध्या समेत पूरे एनसीआर में सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। प्रशासन की ओर से पहले ही कहा जा चुका है कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन यानी 22 जनवरी को अयोध्या में सिर्फ ऐसे ही लोगों की एंट्री होगी जिन्हें निमंत्रण मिला है, लेकिन बावजूद इसके लोग वीआईपी एंट्री के लिए तरह-तरह के जुगत लगा रहे हैं।
WhatsApp पर भेजा रहा फ्री VIP एंट्री का पास
22 जनवरी को अयोध्या में एंट्री के लिए WhatsApp पर वीआईपी पास भेजे जा रहे हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि यह पास प्रशासन की ओर से नहीं बल्कि साइबर ठगों की ओर से भेजे जा रहे हैं। व्हाट्सएप पर भेजे जा रहे मैसेज में लिखा है “आपको 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन में वीआईपी पास मिल रही है; एप्लिकेशन इंस्टॉल करके वीआईपी पास डाउनलोड करें।” कई लोगों को WhatsApp पर एक मैसेज मिला है जिसमें कहा गया है कि इसे सेव करके रख लें। इस पास को दिखाकर 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आपकी एंट्री हो जाएगी। इस मैसेज के साथ एक एप की APK फाइल भी भेजी जा रही है और लोगों से कहा जा रहा है कि फ्री वीआईपी पास के लिए इस एप को डाउनलोड करें।
VIP पास के नाम पर लोगों को ठगने की कोशिश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, WhatsApp पर कुछ लोगों के पास मैसेज सर्कुलेट हो रहा है, जिसमें शुभकामना संदेश के साथ लिखा है कि आपको 22 जनवरी को राम मंदिर में होने वाले कार्यक्रम के लिए VIP पास दिए जा रहे हैं. इसके लिए पहले ऐप इंस्टॉल करना होगा. हालांकि सरकार और राम मंदिर ट्रस्ट ने ऐप इंस्टॉल करने के बदले में कोई VIP पास जारी नहीं किए हैं।
अनजान सोर्स से इंस्टॉल ना करें ऐप
साइबर स्कैमर्स भोले-भाले लोगों के फोन में सेंध लगाने के लिए फिशिंग ऐप या वायरस का यूज करते हैं। मोबाइल पर मैसेज के रूप में आए लिंक पर क्लिक करने के बाद, वह एक वेबसाइट पर ले जाता है, जहां से फोन में एक खतरनाक वायरस या ऐप इंस्टॉल हो जाता है। कई बार साइबर ठग मोबाइल का रिमोट एक्सेस भी ले लेते हैं। इसके बाद वह चोरी छिपे मोबाइल से जिंदगी भर की कमाई लूट लेते हैं।
सामने आ चुके हैं कई केस
हाल ही दिनों में साइबर फ्रॉड के ऐसे ढेरों केस सामने आ चुके हैं, जिसमें स्कैमर्स ने बड़ी चालाकी से बैंक अकाउंट से कई लाखों रुपये उड़ा लिए। दरअसल, एक बार फिशिंग ऐप इंस्टॉल करने के बाद स्कैमर्स आपके बैंक डिटेल और OTP आदि को एक्सेस कर सकते हैं. इसके बाद वह जब चाहें आपके बैंक खाता खाली कर सकते हैं।
फोन में आ जाएगा मैलवेयर
दरअसल इस एपीके फाइल के जरिए हैकर्स आपके फोन में मैलवेयर इंस्टॉल कर रहे हैं। एक बार मैलवेयर के इंस्टॉल हो जाने के बाद वे आपके फोन को पूरी तरह से दूर बैठे ही कंट्रोल कर सकते हैं। उसके बाद वे आपके बैंक अकाउंट में भी सेंध लगा सकते हैं। ऐसे में बेहतर यही है कि वीआईपी पास के चक्कर में ना पड़ें और 22 जनवरी के बाद ही अयोध्या यात्रा की प्लानिंग करें। इस मैसेज के अलावा भी कई फर्जी वेबसाइट के जरिए अयोध्या के लिए पास देने का दावा किया जा रहा है। इस तरह की साइट और मैसेज से दूर रहें।